अपडेटेड 25 August 2025 at 07:21 IST
JD Vance ने बताया ट्रंप ने क्यों लगाया भारत पर 25% सेकेंडरी टैरिफ? राजदूत का दो टूक जवाब- वहीं से तेल खरीदेंगे, जहां से...
India-America News: भारत पर लगाए गए अमेरिका के सेकेंडरी टैरिफ पर उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बड़ा बयान आया है। उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप के फैसले के पीछे का असल बताया। वहीं, रूस में भारतीय राजदूत ने साफ शब्दों में कहा कि भारतीय कंपनियां वहां से तेल खरीदना जारी रखेंगी, जहां भी उन्हें ‘‘सबसे अच्छा सौदा’’ मिलेगा।
JD Vance on Tariff: रूसी तेल खरीदने के लिए अमेरिका के भारत पर लगाए गए टैरिफ पर उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का बयान सामने आया है। उन्होंने बताया कि डोनाल्ड ट्रंप का सेकेंडरी टैरिफ लगाने का असल मकसद आखिर क्या था? उन्होंने कहा कि इस कदम के जरिए अमेरिकी राष्ट्रपति रूस पर युद्ध रोकने के लिए आर्थिक दबाव बनाना चाहते हैं।
ट्रेड डील पर सहमति न बन पाने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले भारत पर 25% टैरिफ लगाया था। इसके बाद रूसी तेल खरीदने की वजह से उन्होंने 25% सेकेंडरी टैरिफ लगाने का फैसला किया।
जेडी वेंस ने बताया सेकेंडरी टैरिफ लगाने के पीछे का मकसद?
इस पर अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेंडी वेंस ने एक कार्यक्रम में भारत पर लगाए गए टैरिफ पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने भारत पर सेकेंडरी टैरिफ इसलिए थोपा, जिससे रूस को युद्ध रोकने पर मजबूर किया जा सके। भारत पर लगाए गए इस टैरिफ के पीछे का मकसद रूस पर आक्रामक आर्थिक दबाव बनाना था।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने टैरिफ इसलिए लगाया जिसे रूस के लिए तेल अर्थव्यवस्था से अमीर बनना मुश्किल हो जाए। ट्रंप ने साफ तौर पर कहा है कि रूस ने अगर हमले रोक दें तो उसे विश्व अर्थव्यवस्था में फिर से शामिल किया जा सकता है। ऐसा न करने पर उन्हें अलग-थलग रखा जाएगा।
जयशंकर ने खोली दोहरी नीति की पोल
अमेरिका भले ही भारत पर सेकेंडरी टैरिफ लगान के लिए कोई भी लॉजिक क्यों न दें। उसका दोहरा रवैया दुनिया के सामने आ चुका है। हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के इस कदम पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि रूस से सबसे बड़ा आयातक चीन है, लेकिन उस पर कोई टैरिफ नहीं लगाया गया। क्यों भारत को निशाना बनाने वाली दलीलें चीन पर लागू नहीं होतीं?
जहां से अच्छा सौदा मिलेगा, वहीं से खरीदेंगे तेल- भारतीय राजदूत
अमेरिका की आपत्ति के बावजूद रूसी तेल खरीदने को लेकर रूस में भारतीय राजदूत विनय कुमार ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियां वहां से तेल खरीदना जारी रखेंगी, जहां भी उन्हें ‘‘सबसे अच्छा सौदा’’ मिलेगा। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि हमने स्पष्ट रूप से कहा है कि हमारा उद्देश्य भारत के 1.4 अरब लोगों की ऊर्जा सुरक्षा है। रूस के साथ भारत के सहयोग से कई दूसरे देशों की तरह, तेल बाजार और वैश्विक तेल बाजार में स्थिरता लाने में मदद मिली है। उन्होंने अमेरिकी के फैसले को अविवेकपूर्ण और अनुचित बताया।
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Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 25 August 2025 at 07:21 IST