अपडेटेड 14 April 2023 at 08:59 IST

चुनौतियों के बीच बढ़ रही भारत की आर्थिक वृद्धि, महिलाओं को कुशल बनाने में करना होगा निवेश- Nirmala Sitharaman

वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया जिन आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रही है। उनसे निपटने के लिए विश्व बैंक समूह को बड़ा और बेहतर बनने की जरूरत है।

Nirmala Sitharaman (File Photo) | Image: self

Nirmala Sitharaman: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन DC में उद्यमियों और नेताओं के रूप में महिलाओं को सशक्त बनाने पर चर्चा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत वैश्विक आर्थिक हालात पर चिंतित है। चुनौतियों के बावजूद भारत की आर्थिक वृद्धि बढ़ रही है। निर्मला सीतारमण ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं के लिए सकारात्मक रूप से बहुत कुछ हो रहा है। मुझे लगता है कि हम सभी को इसका हिस्सा बनना चाहिए। बड़े परिवर्तन, बड़े कार्य जो महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए हो रहे हैं, हमें सबको उसका हिस्सा होना चाहिए।

निर्मला सीतारमण ने वैश्विक आर्थिक हालात पर चिंतित जताई। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूबीजी को गरीबी मुक्त विश्व बनाने पर जोर देना चाहिए। भारत में महिलाओं को ऋण देने का जिक्र करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि 2014 में भारत सरकार द्वारा एक प्रमुख योजना शुरू की गई कि प्रत्येक भारतीय के पास बैंक खाता हो। सरकार द्वारा छोटे व्यवसायों के लिए ऋण को बढ़ाया गया। मुद्रा ऋण में, 390 मिलियन का ऋण दिया गया है। इसमें से 68% ऋण महिलाओं को दिया गया है। 

वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 100 लोगों को कौशल के साथ प्रशिक्षित किया जाता है। जो रोजगार के लिए उपयोगी हैं, तो भर्ती किए गए सभी लोगों में से 68% महिलाएं हैं। यह आंकड़ा बताता है कि अगर महिलाओं के पास कौशल है तो वो आगे बढ़ने के लिए किस प्रकार तैयार हैं। इसलिए हम महिलाओं को कुशल बनाने में निवेश करना होगा।

वित्त मंत्री ने कहा कि दुनिया जिन आर्थिक मुश्किलों का सामना कर रही है। उनसे निपटने के लिए विश्व बैंक समूह को बड़ा और बेहतर बनने की जरूरत है। दुनिया को गरीबी से उबारने पर सर्वाधिक जोर देना जरूरी है और डब्ल्यूबीजी को गरीबी मुक्त विश्व बनाने पर जोर देना चाहिए। 

Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 14 April 2023 at 08:59 IST