अपडेटेड 19 October 2025 at 07:51 IST

डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ हल्लाबोल, वाशिंगटन से लंदन तक... सड़कों पर उतरे हजारों लोग, आखिर क्या है वजह?

डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के खिलाफ वाशिंगटन से लेकर लंदन तक बड़ी संख्या में लोग 'नो किंग्स' प्रदर्शन में शामिल हुए।

No Kings Protests: Thousands Rally Across US Against Trump Administration | Image: ANI

Donald Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के खिलाफ वॉशिंगटन डीसी से लेकर लंदन तक बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन हुआ। यहां हजारों लोग सड़कों पर उतरे। यह ट्रंप और उनकी टीम के तानाशाही रवैये के खिलाफ तीसरा बड़ा प्रदर्शन है।

इस प्रदर्शन को 'नो किंग्स' नाम दिया गया है। इसके जरिये ट्रंप की माइग्रेशन, एजुकेशन और सिक्योरिटी पॉलिसी का विरोध हो रहा है। आयोजकों के अनुसार, अमेरिका समेत दुनियाभर में 2600 से ज्यादा जगहों पर प्रदर्शन हुए।

वॉशिंगटन से लेकर लंदन तक प्रदर्शन

लंदन स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर भी सैंकड़ों लोगों की भीड़ जुटी। आयोजकों ने इस प्रदर्शन को ट्रंप की तानाशाही प्रवृत्तियों के खिलाफ एक प्रतिरोध बताया। अमेरिका समेत दुनियाभर में 2600 से ज्यादा ‘नो किंग्स’ प्रदर्शन हो रहे हैं। वॉशिंगटन डीसी के अलावा न्यूयॉर्क, बोस्टन, शिकागो, अटलांटा में भी नो किंग्स प्रदर्शन हुए। वहीं हजारों की संख्या में लोगों ने अमेरिका के प्रमुख शहरों, उपनगरों और छोटे कस्बों में भी मार्च निकाला। मैड्रिड और बार्सिलोना में भी ट्रंप के खिलाफ आयोजित रैलियों में भारी भीड़ उमड़ी।

बैनर और झंडे लेकर सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारी

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, वॉशिंगटन डीसी में प्रदर्शनकारियों ने हाथ में बैनर, अमेरिकी झंडे और गुब्बारे लिए हुए थे। उनमें से कुछ लोगों ने तरह-तरह की पोशाकें पहनी थीं। आयोजकों का कहना है कि इस कार्यक्रम को आयोजित करने में 300 से ज्यादा स्थानीय संगठनों का समर्थन प्राप्त है।

माइग्रेशन पर बढ़ाई सख्ती

ट्रंप ने राष्ट्रपति का पदभार संभालने के महज 10 महीने के अंतराल में भी माइग्रेशन पर सख्ती बढ़ा दी। साथ ही फिलिस्तीन समर्थक प्रदर्शनों, विविधता नितियों की वजह से विश्वविद्यालयों की संघीय फंडिंग रोकने तक की बात कही। इसके अलावा कई राज्यों में नेशनल गार्ड की तैनाती की मंजूरी दे डाली। आलोचकों ने ट्रंप के इस रवैये को समाज में विभाजन का कारण बताया और कहा कि वह लोकतंत्र के मूल सिंद्धातों को जोखिम में डाल रहे हैं।

मैं राजा नहीं- डोनाल्ड ट्रंप

बड़े पैमाने पर हो रहे इन प्रदर्शनों को लेकर ट्रंप ने फॉक्स बिजनेस को दिए एक इंटरव्यू में कहा कि 'वह मुझे राजा कह रहे हैं। लेकिन मैं राजा नहीं हूं।' 

रिपब्लिकन नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रिया

रिपब्लिकन नेताओं ने इन प्रदर्शनों की आलोचना की है। हाउस स्पीकर माइन जॉनसन ने 'अमेरिका-विरोधी रैली' आयोजित करने का आरोप डेमोक्रेट्स पर लगाया। वहीं कुछ अन्य नेताओं ने सितंबर में ट्रंप समर्थक चार्ली कर्क की हत्या के  बाद की स्थिति का भी हवाला देते हुए चेतावनी दी कि इस तरह के आंदोलन हिंसा को बढ़ावा दे सकते हैं। 

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 19 October 2025 at 07:38 IST