अपडेटेड 25 May 2025 at 10:42 IST
'जब बराक ओबामा थे अमेरिका के राष्ट्रपति तब रूस ने चुराई अमेरिका की हाइपरसोनिक तकनीक', ट्रंप के दावे से आया भूचाल
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हमारा रॉकेट चोरी हो गया था। हम इसके डिजाइनर हैं। ओबामा प्रशासन के दौरान हमारा रॉकेट चोरी हो गया था। आप जानते हैं कि इसे किसने चुराया? रूसियों ने इसे चुराया।
America News: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस पर बड़ा आरोप लगाया है। उनका दावा है कि रूस ने अमेरिकी हाइपरसोनिक मिसाइल तकनीक
की चोरी की थी। ट्रंप के बयान के अनुसार यह सबकुछ उस समय हुआ जब बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह बातें हाल ही में आयोजित सैन्य दीक्षांत समारोह के दौरान कही। ट्रंप इस दौरान बाइडेन प्रशासन की सैन्य नीतियों की आलोचना करते भी नजर आए।
'हमारा रॉकेट चोरी हो गया था'
न्यूयॉर्क के वेस्ट पॉइंट मिलिट्री एकेडमी में ग्रेजुएट कैडेट्स को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यहां आठ कैडेटों ने हाइपरसोनिक रॉकेट डिजाइन करने की चुनौती ली है। आप जानते हैं, हमारा रॉकेट चोरी हो गया था। हम इसके डिजाइनर हैं। ओबामा प्रशासन के दौरान हमारा रॉकेट चोरी हो गया था। आप जानते हैं कि इसे किसने चुराया? रूसियों ने इसे चुराया। कुछ बुरा हुआ।" ट्रंप ने आगे कहा कि अब हम इन्हें बना रहे हैं, और बहुत सारे बना रहे हैं।
अपने संबोधन में ट्रंप ने अमेरिकी सेना को सबसे शक्तिशाली सेना बताया। उन्होंने कहा कि आप दुनिया की अब तक की सबसे महान और सबसे शक्तिशाली सेना के अधिकारी बनेंगे। इस दौरान उन्होंने अपने पहले कार्यकाल को लेकर कहा कि तब उन्होंने अमेरिकी सशस्त्र बलों का पुनर्निर्माण किया था।
बाइडेन प्रशासन पर ट्रंप का तीखा हमला
अपने भाषण में डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडन सरकार की सैन्य नीतियों पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि सेना का ध्यान इस ओर होना चाहिए कि वो दुश्मन को हराए और अमेरिकी मूल्यों की रक्षा करें। ट्रंप ने कहा कि हम ध्यान भटकाने वाली चीजों से छुटकारा पाने और अपनी सेना को उसके मूल मिशन पर केंद्रित कर रहे हैं जो अमेरिका के दुश्मनों को मारना, विरोधियों को कुचलना और हमारे महान अमेरिकी झंडे की रक्षा करना है। ऐसा कभी ऐसा नहीं किया गया।
उन्होंने सैन्य ठिकानों पर पिछले आयोजनों का जिक्र कर यह भी कहा कि हमारे सैनिकों का कर्तव्य ड्रैग शो करवाना या विदेशी संस्कृतियों को बदलना नहीं है। इस दौरान वे बाइडेन प्रशासन पर निशाना साधते नजर आए।
यह भी पढ़ें: IMF की शर्तों से कैसे निपटेगा पाकिस्तान? आतंक को पनाह देना पड़ा भारी, अब न खाने को है रोटी और न पीने को पानी
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 25 May 2025 at 10:42 IST