अपडेटेड 12 September 2025 at 12:19 IST
Charlie Kirk: ट्रंप के करीबी किर्क पर गोली चलाने वाले शूटर का Video रिलीज, FBI ने जारी की तस्वीरें, अबतक नहीं हुई गिरफ्तारी
Charlie Kirk: ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क पर गोली चलाने वाले शूटर का Video रिलीज हुआ है। FBI ने शूटर की तस्वीरें जारी कर ईनाम घोषित किया है। मामले में अबतक गिरफ्तारी नहीं हुई।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के करीबी चार्ली किर्क की गोली मारकर हत्या करने वाले शूटर का वीडियो सामने आया है। हालांकि, अबतक इस मामले में एक भी गिरफ्तारी नहीं हुई है। वीडियो में देखा जा सकता है कि आरोपी किर्क को गोली मारने के बाद छत से जंगल में गायब हो गया। आरोपी 24 घंटे से भी ज़्यादा समय बाद भी फरार है, जबकि संघीय जांचकर्ताओं ने उस व्यक्ति की तस्वीरें जारी करके जनता से मदद की अपील की।
एफबीआई ने उस शूटर का वीडियो जारी किया, जिसने 10 सितंबर, 2025 को यूटा वैली यूनिवर्सिटी में चार्ली किर्क की हत्या की थी। गोलीबारी के बाद, वह व्यक्ति एक छत से कूदकर घटनास्थल से भाग गया। छत से मिले अवशेषों में जूते के निशान, बांह के निशान और हथेली के निशान शामिल हैं। शूटर का हथियार और गोला-बारूद विश्वविद्यालय के पास एक जंगली इलाके से बरामद किया गया।
शूटर पर 100,000 डॉलर तक का इनाम
एफबीआई हत्या के लिए ज़िम्मेदार व्यक्ति/व्यक्तियों की पहचान और गिरफ्तारी में मददगार जानकारी देने वाले को 100,000 डॉलर तक का इनाम दे रही है। जांचकर्ताओं को सुराग मिले, जिनमें एक हथेली का निशान, एक जूते का निशान और एक उच्च-शक्ति वाली शिकार करने वाली राइफल शामिल है, जो शूटर के भागने के रास्ते के किनारे एक जंगली इलाके में मिली थी। हालांकि मामले की जांच र रही टीम ने अबतक आरोपी का नाम नहीं बताया और न ही हत्या के पीछे कोई मकसद बताया है।
किर्क के आखिरी वक्त का वीडियो वायरल
चार्ली किर्क बुधवार, 10 सितंबर की दोपहर, को यूटा वैली यूनिवर्सिटी में एक लाइव क्वेश्चन आंसर इवेंट के दौरान गोली मार दी गई। माना जा रहा है कि हमलावर एक कॉलेज जाने-माने लड़के ने पास की छत पर रखी बोल्ट-एक्शन राइफल से एक ही गोली चलाई। गोली किर्क की गर्दन में लगी और बाद में एक स्थानीय अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। घटना का वीडियो भी सामने आया है, जिसे देखकर आपका दिल दहल उठेगा।
किर्क की सुरक्षा में चूक
इस इवेंट के लिए टिकट होने के बावजूद, कई उपस्थित लोगों ने सुरक्षा में छूक की बात कही। बैग की जांच, मेटल डिटेक्टर या बारकोड स्कैन की कोई व्यवस्था नहीं की गई। आयोजन स्थल जनता के लिए खुला रहा, जिससे बेरोकटोक किसी को भी उस कार्यक्रम में प्रवेश की अनुमति मिली। चश्मदीदों ने बताया कि किर्क के राजनीतिक कार्यक्रम की तुलना में खेल आयोजनों में उन्हें ज़्यादा पुलिस बल दिखाई दिया। बुनियादी सुरक्षा उपायों की इस कमी ने इस बात को लेकर गंभीर चिंताएं पैदा कर दी हैं कि उच्च-स्तरीय राजनीतिक हस्तियों की सुरक्षा कैसे की जाती है, खासकर बढ़ती राजनीतिक हिंसा के दौर में।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 12 September 2025 at 12:18 IST