अपडेटेड 13 August 2025 at 20:20 IST

दुनिया का पहला देश जहां नहीं हैं आवारा कुत्ते, सारे के सारे अडोप्टेड... कैसे करते हैं मैनेज? दूसरे देशों के लिए है बड़ा सबक

नीदरलैंड दुनिया का पहला देश है जहां आवारा कुत्ते नहीं हैं। जानिए कैसे इस देश ने कुत्तों की देखभाल और प्रबंधन के लिए एक व्यवस्थित सिस्टम बनाया है।

आवारा कुत्तों की सुरक्षा | Image: @ThePetNest

Stray Dogs Care: भारत में सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-NCR में सड़कों से सभी आवारा कुत्तों को हटाकर डॉग शेल्टर में रखने का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने डॉग बाइट और रेबीज की बढ़ती घटनाओं पर चिंता जताई और अधिकारियों को इस काम को 8 हफ्ते में पूरा करने की समयसीमा दी। वहीं, पशु अधिकार संगठन पेटा इंडिया का कहना है कि कुत्तों को हटाना ना तो वैज्ञानिक तरीका है और न ही इससे समस्या का स्थायी समाधान होगा। संगठन का दावा है, अगर दिल्ली सरकार ने पहले ही प्रभावी नसबंदी कार्यक्रम लागू किया होता तो आज सड़कों पर कुत्तों की इतनी आबादी नहीं होती। 

दुनिया भर में आवारा कुत्तों की बड़ी समस्या  

कुत्तों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने जानवर प्रेमियों को दुखी कर दिया है। लोग इमोशनल हो रहे हैं कि उनकी गली में घर के बाहर अब वो कुत्ते नहीं दिखेंगे जिन्हें देखकर उनका मन खुश हो उठता था। बेजूबान जानवर कुत्तों को शेल्टर ने ना भेजने की मांग बढ़ती जा रही है। लेकिन इस बात को भी नकारा नहीं जा सकता कि दुनिया भर में आवारा कुत्तों की समस्या एक बड़ी चुनौती है।

कई देशों में आवारा कुत्तों की संख्या काफी ज्यादा है, जिससे लोगों को खतरा तो होता हो लेकिन वहां की सरकारों ने इसको लेकर अनोखा समाधान निकाला है। नीदरलैंड दुनिया का पहला देश है जहां आवारा कुत्ते नहीं हैं। इस देश ने कुत्तों की देखभाल और प्रबंधन के लिए एक व्यवस्थित और प्रभावी सिस्टम बनाया है। नीदरलैंड में कुत्तों की सुरक्षा और कल्याण के लिए कई तरह के प्रोग्राम्स चलाए जाते हैं।

जानवरों की सुरक्षा के लिए डॉग पुलिस फोर्स की तैनाती

नीदरलैंड में एक खास पुलिस फोर्स है जो जानवरों के खिलाफ अपराधों की जांच करती है और जानवरों की सुरक्षा करती है। इस फोर्स के अधिकारी कुत्तों और बाकी जानवरों की मदद के लिए तुरंत जरूरी कदम उठाते हैं और क्रूरता के मामलों में संज्ञान लेते हैं।

@ThePetNest

पालतू कुत्तों के लिए टैक्स पॉलिसी

नीदरलैंड में पालतू कुत्तों के लिए एक टैक्स पॉलिसी है। अगर आप डॉग खरीद रहे हैं तो मोटा टैक्स लगाया जाता है ताकि लोग आश्रय केंद्रों से कुत्ते गोद लें न कि नए कुत्तों को खरीदें। इस तरीके से आवारा कुत्तों को आश्रय मिल जाता है।

@ThePetNest

24 घंटे पशु चिकित्सा सुविधा 

नीदरलैंड में कुत्तों के लिए 24 घंटे की वेटनरी क्लीनिक काम करती रहती है। उनके लिए अस्पताल हैं और आपातकालीन पशु सेवा का एक ठोस नेटवर्क है। ये बीमार या घायल जानवरों की 24×7 देखभाल करता है। नीदरलैंड का मॉडल आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए एक अच्छा उदाहरण है। इस देश ने कुत्तों की देखभाल और प्रबंधन के लिए एक व्यवस्थित सिस्टम बनाया है, जिसमें उनके संरक्षण, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं और कानूनी सुरक्षा शामिल हैं।

@ThePetNest

आवारा कुत्तों को ऐसे करते हैं मैनेज 

नीदरलैंड सरकार आवारा कुत्तों को पकड़ती है, उनकी नसबंदी करती है, वैक्सीनेशन कराती है और फिर उन्हें वापस उनके इलाके के आश्रय केंद्रों में रखती है। ये सुनिश्चित किया जाता है कि उन्हें भोजन मिलता रहे। यह तरीका कुत्तों की आबादी नियंत्रण के साथ-साथ उनकी सेहत का भी ध्यान रखता है।

@ThePetNest

भारत में आवारा कुत्तों की समस्या  

भारत में आवारा कुत्तों की समस्या एक बड़ी चुनौती है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने आवारा कुत्तों को पकड़ने और उन्हें आश्रय केंद्रों में रखने का निर्देश दिया है। लेकिन डॉग लवर्स और पशु कल्याण संगठनों ने इस निर्देश का विरोध किया है और कहा है कि इससे जानवरों को नुकसान होगा। नीदरलैंड का मॉडल आवारा कुत्तों की समस्या के समाधान के लिए एक अच्छा उदाहरण है। इस देश ने कुत्तों की देखभाल और प्रबंधन के लिए एक व्यवस्थित सिस्टम बनाया है, जिसमें उनके संरक्षण, स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं और कानूनी सुरक्षा शामिल हैं।

यह भी पढ़ें : इस मूलांक वाली लड़कियां नहीं करतीं पैसे की बर्बादी, रहती हैं पॉजिटिव

Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 13 August 2025 at 20:20 IST