अपडेटेड 14 February 2025 at 16:13 IST

BREAKING: रूस के अटैक से दुनिया भर में हड़कंप, यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर पर हमला- राष्ट्रपति जलेंस्की का दावा

Russia drone Attack: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का दावा है कि रूस ने ड्रोन अटैक किया है। यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर पर ये हमला हुआ है।

यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर पर हमला | Image: X

Russia drone Attack Chernobyl Nuclear Power Plant: रूस ने यूक्रेन के ऊपर बड़ा हमला किया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की का दावा है कि रूस ने ड्रोन अटैक किया है। यूक्रेन के चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर पर ये हमला हुआ है। इससे पुरा दुनिया में हड़कंप है, क्योंकि लंबे समय से चल रही इस लड़ाई में पहली बार परमाणु रिएक्टर को निशाना बनाया गया है।

जेलेंस्की ने एक वीडियो 'X' पर साझा किया है, जिसमें देखा गया कि रात के अंधेरे में एक तेजी रोशनी के साथ धमाका होता है। वीडियो में आग की तस्वीरें भी दिखाई गई हैं और अंदर इस हमले में हुए नुकसान को बताने की कोशिश की गई है। तस्वीरों से पता चलता है कि ये हमला प्लांट के शेल्टर के ऊपर हुआ था।

रूसी ड्रोन ने हमला किया- वोलोडिमिर जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि रात के समय कीव क्षेत्र में चेरनोबिल परमाणु रिएक्ट के प्रोटेक्टिव कंटेनमेंट शेल पर एक हाई एक्सप्लोसिव वारहेड के साथ एक रूसी ड्रोन ने हमला किया। जेलेंस्की ने दावा किया है कि हमले से स्ट्रक्चर को नुकसान पहुंचा है। आग लग गई, जिसे बुझा दिया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने ये भी बताया कि रेडिएशन का स्तर नहीं बढ़ा है और लगातार निगरानी की जा रही है।

जेलेंस्की ने आरोप लगाए कि हर रात रूस यूक्रेन के बुनियादी ढांचे और शहरों पर ऐसे हमले करता है और अपनी सेना का विस्तार कर रहा है। इसका मतलब है कि पुतिन निश्चित रूप से बातचीत की तैयारी नहीं कर रहे हैं। वो दुनिया को धोखा देना जारी रखने की तैयारी में हैं। जेलेंस्की ने ये भी कहा कि रूस को उसके कार्यों के लिए जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।

अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी की प्रतिक्रिया

जेलेंस्की के अलावा अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने भी हमले को लेकर बयान दिया है। परमाणु ऊर्जा एजेंसी ने एक्स पर कहा कि रात सुबह 2 बजे से कुछ पहले चेरनोबिल साइट पर उसकी टीम ने न्यू सेफ कन्फाइनमेंट से एक विस्फोट की आवाज सुनी, जो पूर्व चेरनोबिल एनपीपी के रिएक्टर 4 का कवच है। आईएईए ने कहा कि उन्हें बताया गया कि एक यूएवी (ड्रोन) ने एनएससी की छत पर हमला किया था।

चेरनोबिल परमाणु रिएक्टर पर हमले से क्यों दुनिया डरी?

दुनिया को डराने वाली बात ये है कि जिस जगह पर हमले की बात की जा रही है, वो चेरनोबिल की यूनिट 4 है। अप्रैल 1986 को इसी यूनिट में एक बड़ी घटना हुई थी। इससे सोवियत संघ और यूरोप के कुछ हिस्सों में रेडियोएक्टिवता (रेडियोधर्मी प्रदूषण) फैल गई थी। बाद में इसे कंक्रीट और स्टील के शेल्टर से बंद कर दिया गया। ये शेल्टर एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन का काम था और इसे बनाने में दशकों लग गए। ये आखिरकार 2017 में बनकर तैयार हुआ और इसका वजन 35,000 टन बताया जाता है। 

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Published By : Dalchand Kumar

पब्लिश्ड 14 February 2025 at 15:29 IST