अपडेटेड 2 June 2025 at 22:45 IST
क्या है FPV ड्रोन की खासियत? जिससे यूक्रेन ने रूस के एयरबेस पर हमला कर पुतिन को दिया झटका; दुनिया में युद्ध का ज्वाला फिर भभकने का डर
यूक्रेन ने FPV ड्रोन से रूस के 5 इयरबेसों पर बड़ा हमला किया। इस हमले में रूस के 40 से ज्यादा फाइटर जेट्स को स्वाहा कर दिया। आइए जानते हैं, क्या है FPV ड्रोन।
बीते दिन खबर सामने आई थी कि यूक्रेन ने रूस के ऊपर बड़ा हमला किया है। यूक्रेन ने रूस के 5 एयरबेसों पर भारी तबाही मचाई है। रूस पर हमला करने के लिए यूक्रेन ने FPV ड्रोन से हमला किया। जानकारी के अनुसार इस हमले में रूस के 40 से ज्यादा विमानों को नुकसान पहुंचाया गया। आइए जानते हैं कि FPV ड्रोन क्या है।
FPV ड्रोन का फुलफॉर्म है फर्स्ट पर्सन व्यू ड्रोन। इसका मतलब ये है कि जो शख्स ड्रोन चला रहा है, वह ये देख सकता है कि ड्रोन का टारगेट क्या है। ड्रोन की बॉडी पर एक कैमरा लगा होता है, जिससे व्यक्ति यह देख पाता है कि ड्रोन का टारगेट क्या है, या फिर ड्रोन को क्या दिख रहा है। इस ड्रोन को दूर से भी ऑपरेट किया जा सकता है। इसके साथ ही आपको बता दें, कि इस तरह के ड्रोन का इस्तेमाल मूवी बनाने या फिर किसी नॉन-डिफेंस एक्टिविटी के लिए किया जाता है।
FPV ड्रोन की खासियत
एफपीभी ड्रोन 100 किमी/घंटा से ज्यादा की गति से उड़ान भर सकता हैं। यह एग्जेक्ट टारगेट पर हमला करता है। इस ड्रोन की औसत लागत करीब $300–$500 है। इस वजह से FPV बड़े पैमाने पर उत्पादन और उपयोग के लिए उपयुक्त माना जाता है। इस उड़ान की खास बात यह भी है कि 15 मीटर की ऊंचाई से उड़ान भर सकता है। इसकी वजह से ड्रोन रडार से बच सकता है। यही कारण है कि रूस की निगरानी से FPV बच गया और यूक्रेन हमला करने में कामयाब रहा।
यूक्रेन के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमले की प्लानिंग में रूस
जानकारी के अनुसार यूक्रेन ने रूस के 5 एयरबेस पर करीब 40 से ज्यादा फाइटर विमानों को स्वाहा कर दिया है। ऐसे में अब कयास लगाए जा रहे हैं कि रूस इसका बदला जरूर लेगा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रूस यूक्रेन के 100 से ज्यादा ठिकानों पर हमला करने की प्लानिंग कर रहा है।
रूस के रक्षा मंत्रालय ने 5 रूसी एयरबेस में हवाई अड्डों पर यूक्रेनी ड्रोन आतंकी हमले की पुष्टि की है। मुरमान्स्क और इरकुत्स्क क्षेत्रों में 'कई विमानों में आग लगने'की जानकारी सामने आई। हालांकि, किसी के हताहत नहीं खबर सामने नहीं आई है। कुछ अपराधियों को पहले ही हिरासत में लिया जा चुका है। रूसी मीडिया के अनुसार, रूसी हवाई अड्डों पर ड्रोन लॉन्च करने के लिए इस्तेमाल किए गए ट्रकों को हमलों के तुरंत बाद जलते हुए देखा गया है। बताया जा रहा है कि यह वाहन वही है जिसका इस्तेमाल इरकुत्स्क क्षेत्र के बेलाया एयरबेस पर ड्रोन हमले में किया गया था।
बैलिस्टिक-हाइपरसोनिक मिसाइलों से हमले की तैयारी
रूसी मिसाइल फोर्स कथित तौर पर 100 से अधिक यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने का टारगेट कर रही है। रूस ड्रोन, बैलिस्टिक और हाइपरसोनिक मिसाइलों की एक विशाल सीरीज लॉन्च करने की तैयारी कर रहा है। रूसी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, प्रमुख रणनीतिक विमानन हवाई अड्डों पर यूक्रेन के बड़े ड्रोन हमले के बाद क्रेमलिन में एक इमरजेंसी बैठक चल रही है।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 2 June 2025 at 22:45 IST