अपडेटेड 10 June 2023 at 21:36 IST
गिरती इकॉनमी से Shehbaz sharif परेशान, अब गधे बचाएंगे पाकिस्तान?
Pakistan इस समय गिरती अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है। अब उसे गधों का सहारा है। पाकिस्तान में हर साल एक लाख गधे बढ़ रहे हैं। चीन हर साल पाकिस्तान से 80 हजार गधे खरीदता है।
Pakistan Economic Crisis: भारत के खिलाफ दिन-रात षड्यंत्र रचने वाला पाकिस्तान अपने सबसे मुश्किल वक्त से गुजर रहा है। पाकिस्तान में आवाम दाने-दाने को मोहताज हो गई। दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने के लिए वजीरे आजम शहबाज शरीफ ( Shehbaz sharif ) दुनिया के सामने कटोरा लेकर भटकते रहे, लेकिन किसी ने मदद नहीं की। अब पाकिस्तान को उम्मीद है कि उसे गधे ही बचा सकते हैं।
गिरती अर्थव्यवस्था के साथ पाकिस्तान में सबकुछ खत्म हो रहा हैं। अगर 'आतंकिस्तान' में कुछ बढ़ रहा है तो वो है गधों की आबादी। पाकिस्तान में हर साल एक लाख गधे बढ़ रहे हैं। पाकिस्तान इस समय गिरती अर्थव्यवस्था से जूझ रहा है। देश के ज्यादातर क्षेत्र आर्थिक संकट से प्रभावित है, लेकिन पाकिस्तान के पशुधन क्षेत्र में काफी इजाफा हुआ है। पाकिस्तान की GDP में पशुधन का 14.36% योगदान है। ये क्षेत्र पिछले साल 2.25% की तुलना में 3.78% बढ़ा है।
बढ़ रही गधों की आबादी
पाकिस्तान में गधों की आबादी बढ़ रही है। साल 2019-2020 में 55 लाख गधे थे। इनकी संख्या बढ़कर 2020-2021 में 56 लाख और 2021-2022 में 57 लाख हो गई। साल 2022-2023 में हुए नए सर्वे के मुताबिक गधों की आबादी बढ़कर 58 लाख हो गई है। इसका मतलब ये हुआ कि पाकिस्तान में हर साल एक लाख गधे बढ़ रहे हैं। जो पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत हैं।
गधों से पाकिस्तान को उम्मीद
पाकिस्तान में निर्यात से लेकर ट्रांसपोर्ट तक गधों का खूब इस्तेमाल किया जाता है। पाकिस्तान में एक गधा 15 से 20 हजार में मिल जाता है। परिवहन के लिए कराची हो या लाहौर, गधा गाड़ी जमकर चल रही है। एक गधे का मालिक एक दिन में हजार रुपए कमा लेता है। इसके अलावा गधों की खाल को बेचकर भी पाकिस्तान पैसा कमाता है। एक गधे की खाल के करीब 10 हजार रुपये मिल जाते हैं। पाकिस्तान के गधों का सबसे बड़ा खरीदार उसका खास दोस्त चीन है। चीन हर साल पाकिस्तान से 80 हजार गधे खरीदता है। चीन ने पाकिस्तान में गधों पर बड़ा निवेश भी किया हुआ है।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 10 June 2023 at 21:36 IST