अपडेटेड 6 September 2025 at 15:26 IST
पुतिन की सुरक्षा दुनिया में सबसे मजबूत, विदेश जाने पर पॉटी भी उठा लेते हैं... जानिए सिक्यूरिटी टीम कैसे करती है काम?
रूस के राष्ट्रपति पुतिन की सुरक्षा दुनिया में सबसे मजबूत है। जानें आखिर कैसे रूस के राष्ट्रपति पुतिन की सेक्योरिटी टीम कैसे काम करती है।
हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन SCO समिट में शामिल होने के लिए बीजिंग पहुंचे थे। इस दौरान पुतिन का पूप सूटकेस और नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग ऊन जिस कुर्सी पर बैठे थे, वह चर्चा का विषय बना हुआ था। इसके बाद से इन नेताओं की सिक्योरिटी के बारे में भी काफी बात हो रही है।
रूसी राष्ट्रपति के सुरक्षा प्रोटोकॉल कड़ी है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि पुतिन कहीं जाते हैं, तो उनका मलमूत्र इकट्ठा करके वापस लाया जाता है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया गया है कि रूसी राष्ट्रपति की पर्सनल सुरक्षा यूनिट देश की सबसे प्रशिक्षित टीम है।
राष्ट्रपति पुतिन के किसी भी दौरे से करीब महीने भर पहले उनके सुरक्षाकर्मी कार्यक्रम के साथ-साथ वहां राष्ट्रपति के रहने की व्यवस्था देखते हैं और उनकी जांच करते हैं। इस दौरान हर चीज पर नजर रखी जाती है, ताकि राष्ट्रपति के मौजूदगी में किसी भी तरह की दिक्कत का सामना ना करना पड़े।
सुरक्षा दल के IT इंजीनियर और तकनीशियन उस जगह पर किसी भी तरह के रेडियो विस्फोट सिग्नल को रोकने के लिए जैमर लगाते हैं। प्रेसिडेंट की सेक्योरिटी टीम संदिग्ध गतिविधि पर नजर रखने के लिए अपने उपकरणों का इस्तेमाल करती है। इसके लिए टीम राष्ट्रपति की मौजूदगी वाली जगह के आस-पास के सभी स्मार्टफोन और अन्य उपकरणों को पिंग करते हैं।
रूसी कानून के तहत जब्त हो सकता है आपका फोन
दरअसल, रूसी कानूनों के अनुसार, राष्ट्रपति के सुरक्षाकर्मियों को किसी भी प्रकार के टैपिंग हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को स्थापित और उपयोग करने, शारीरिक तलाशी लेने, किसी भी इमारत और संगठन में प्रवेश करने या किसी भी वाहन को ज़ब्त करने का अधिकार है। इसलिए पुतिन के आसपास मौजूद रहने वाले सभी फोन को भी पिंग किया जाता है। हालांकि, नागरिक वाहनों को ज़ब्त करने की अनुमति केवल अत्यंत गंभीर परिस्थितियों में ही दी जाती है। इस तरह की पूरी तैयारी हो जाने के बाद ही राष्ट्रपति का उस जगह पर दौरा होता है।
50 हजार से ज्यादा कर्मचारी कर रहे सुरक्षा
रूसी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए जिम्मेदार विशेष सेवा को संघीय सुरक्षा सेवा (Federal Protective Service) कहा जाता है। वैसे तो फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस के कर्मचारियों के रिकॉर्ड और वित्तीय डिटेल्स सीक्रेट रखे जाते हैं। , लेकिन अर्ध-आधिकारिक सूत्रों के अनुसार इसमें कुल 50,000 से ज्यादा कर्मचारी हैं।
गार्ड में होनी चाहिए खतरे का अनुमान लगाने की क्षमता
गार्ड में "ऑपरेशनल साइकोलॉजी" होनी चाहिए, जिसका अर्थ है खतरों का अनुमान लगाने और उन्हें रोकने में सक्षम होना और दूसरों की नजरों से बचकर ऐसा करना, जो भी महत्वपूर्ण है। पद के लिए अन्य आवश्यकताएं: आवेदक की आयु 35 वर्ष से कम होनी चाहिए, उसकी ऊंचाई 175 से 190 सेमी के बीच और वजन 75-90 किलोग्राम के बीच होना चाहिए।
धूम्रपान कर सकते है पुतिन के बॉडीगार्ड
राष्ट्रपति के पर्सनल बॉडीगार्ड जो होते हैं, उन्हें रूस के अलावा अन्य देशों की भाषाएं भी आनी चाहिए। पुतिन के सुरक्षागार्ड को इस तरह से ट्रेनिंग दी जाती है, कि वह हल्के कोट में ठंड में गुजारा कर सकें और बिना पसीना बहाए गर्मी में रह सकें। इन्हें इसके लिए दवाईयां भी मिलती है। वहीं इन्हें धूम्रपान करने की इजाजत होती है ताकि काम का दबाव ज्यादा ना हो, लेकिन इस बात का ध्यान रखना होता है कि ये काम या ट्रेनिंग के समय इसके सेवन ना करें।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 6 September 2025 at 14:56 IST