अपडेटेड 24 October 2024 at 19:47 IST

Israel Hezbollah War की सबसे बड़ी खबर, हिजबुल्लाह और लेबनान में पड़ी दरार? सीजफायर का बनाया दबाव!

लेबनान PM ने बयान दिया है कि हथियार सिर्फ लेबनान सरकार और राज्यों को रखने चाहिए। तो क्या खुद लेबनान सरकार ही हिजबुल्लाह को खत्म करना चाहती है?

हिजबुल्लाह और लेबनान में पड़ी दरार? सीजफायर का बनाया दबाव! | Image: AP

Israel Hezbollah War: लेबनान में आम लोगों के बीच घुसे हिजबुल्लाह आतंकियों को इजरायली सेना घुस-घुसकर मार रही है। अब लेबनान सरकार भी हिजबुल्लाह से परेशान होनी लगी है। प्रधानमंत्री नजीब मिकाती (Najib Mikati) से एक बयान से ये अंदाजा लगाया जा रहा कि अब हिजबुल्लाह से मोह भंग हो गया है। प्रधानमंत्री नजीब मिकाती का कहना है कि देश में हथियार सिर्फ लेबनान सरकार और राज्यों को रखने चाहिए।

न्यूज एजेंसी AP के अनुसार नजीब मिकाती ने यह बयान पेरिस में लेबनान सहायता सम्मेलन के मौके पर दिया। उन्होंने कहा कि लेबनान के अधिकारियों को लेबनानी क्षेत्र पर तैनाती करनी चाहिए और हथियार केवल राज्य और लेबनानी सेना पर ही होने चाहिए। मिकाती के बयान में व्यावहारिक रूप से लेबनान में हिजबुल्लाह की सैन्य गतिविधियों और हथियार ले जाने को बंद करने का आह्वान किया गया। हालांकि, उन्होंने किसी ग्रुप का नाम नहीं बताया।

सीजफायर का बनाया दबाव!

नजीब मिकाती के इस बयान के बाद सवाल उठने लगा है कि क्या लेबनान सरकार और हिजबुल्लाह के बीच दरार आ रही है और खुद लेबनान सरकार ही हिजबुल्लाह को खत्म करना चाहती है? क्योंकि लेबनान सरकार सीज फायर की बात करती है और हिजबुल्लाह युद्ध करने पर अड़ा है। अब इशारों-इशारों में प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने हिजबुल्लाह को हाथियार डालने के लिए कहा है।

लेबनान के प्रधानमंत्री मिकाती का कहना है कि केवल राज्य को हथियार रखने चाहिए, उन्होंने सीधे तौर पर हिजबुल्लाह को हथियार डालने के लिए नहीं कहा है। लेकिन उनके बयान के ये ही मायने निकाले जा रहे हैं। भले ही मिकाती ने हिजबुल्लाह का नाम लेकर जिक्र नहीं किया, लेकिन यह सभी के लिए स्पष्ट था कि उनका इशारा किस तरफ है। हिजबुल्लाह ही यह एकमात्र सशस्त्र समूह है जिसने लेबनानी गृहयुद्ध (1975-90) खत्म होने के बाद भी हथियार नहीं डाले।

लेबनानी सरकार की भूमिका काफी सीमित

लेबनान स्थित और ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह प्रभावी रूप से लेबनान में एक राज्य के भीतर है। इसकी अपनी एक सैन्य, राजनीतिक पार्टी और सामाजिक संगठन हैं और यह देश में बेहद प्रभावशाली है। राष्ट्र में लेबनानी सरकार की भूमिका काफी सीमित है। हिजबुल्लाह और उसके समर्थक ईरान की देश के मामलों में एक बड़ी भूमिका है। देश का बड़ा हिस्सा, विशेषकर इजरायल की सीमा से लगे दक्षिणी क्षेत्र, व्यावहारिक रूप से हिजबुल्लाह के नियंत्रण में है। हिजबुल्लाह का फिलहाल इजरायल के साथ युद्ध चल रहा है। इजरायल हिजबुल्लाह को खत्म करने के लिए लेबनान के अंदर हवाई और जमीनी हमले कर रहा है।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 24 October 2024 at 19:35 IST