अपडेटेड 15 September 2025 at 07:26 IST

'अगर हम चुप रहें तो सर्वनाश होगा', इजरायली हमले पर गुस्से से लाल हुआ कतर, PM ने नेतन्याहू को धमकाया; आज 50 मुस्लिम देश करेंगे ऐलान-ए-जंग?

कतर के प्रधानमंत्री ने इजरायली PM नेतन्याहू को साफ-साफ शब्दों में चेतावनी दी है कि वो दोहा पर हुए हमले का परिणाम भुगतने के लिए तैयार हो जाएं।

Israel after attack on Doha | Image: AP/ANI

इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू का एक बड़ा दांव उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। कतर में हमास के सदस्यों को खत्म करने का उनका मिशन असफल हो गया। अब इस हमले को लेकर इजरायल चौतरफा घिर गया है। कतर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने रविवार को नेतन्याहू को कड़ी चेतावनी देते हुए साफ-साफ कहा कि इजरायल को दोहा पर हमले का गंभीर परिणाम  भुगतना होगा। वहीं, उन्होंने मुस्लिम देशों से भी इजरायल के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की है।


कतर के प्रधानमंत्री ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से दोहरे मानदंडों को अस्वीकार करने और इजराइल को जवाबदेह ठहराने का आग्रह किया। यह बात उन्होंने दोहा में हमास सदस्यों पर हुए इजराइली हमले के जवाब में बुलाई गई आपातकालीन शिखर बैठक में कही। PM शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी ने रविवार को बैठक में कहा, ‘समय आ गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय दोहरे मानदंडों का इस्तेमाल बंद करे और इजराइल को उसके द्वारा किए गए सभी अपराधों के लिए दंडित करे'।

कतर की राजधानी में होगा बड़ा फैसला

बता दें कि अरब और कई इस्लामी नेताओं की सोमवार को एक आपातकालीन बैठक होने वाली है, जिसमें खाड़ी के हालातों पर चर्चा होगी। मध्य पूर्व के नेता कतर की राजधानी में इजराइल के हालिया दोहा हमलों के समन्वित जवाब पर चर्चा करने के लिए एकत्रित हो रहे हैं। करीब 50 मुस्लिम देश एकजुट होकर इजरायल के खिलाफ बड़ी जवाबी कार्रवाई का ऐलान कर सकते हैं। सोमवार की आपातकालीन बैठक खाड़ी देशों के बीच एकता का स्पष्ट प्रदर्शन कर इजराइल पर और दबाव बनाने की कोशिश करेगी, जो पहले से ही गाजा में युद्ध और मानवीय संकट को समाप्त करने के लिए बढ़ती मांगों का सामना कर रहा है।

आज 50 मुस्लिम देश करेंगे ऐलान-ए-जंग?

बैठक में ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियन, इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी और तुर्की के राष्ट्रपति रेचेप तैयप एर्दोआन के शामिल होने की उम्मीद है। फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास रविवार को दोहा पहुंच चुके हैं। बैठक में इजराइली हमले पर एक मसौदा प्रस्ताव पर चर्चा होगी, जो इजराइल द्वारा किए गए राजकीय आतंकवाद का एक और उदाहरण है। प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान बिन जसीम अल थानी, जिन्होंने शुक्रवार को न्यूयॉर्क में ट्रंप से मुलाकात की, ने कहा कि कतर इस हमले का सामूहिक जवाब देगा और चेतावनी दी कि इजरायल के हमले ने पूरे क्षेत्र को खतरे में डाल दिया है।

दोहा हमले पर इजराइल की सफाई

बता दें इन हमलों पर इजराइल ने सफाई देते हुए कहा है कि ये हमास नेतृत्व को निशाना बनाकर किए गए थे, पूरे क्षेत्र और उसके बाहर चिंताएं पैदा कर दी हैं। अल जजीरा के अनुसार, इजराइल ने तब मिसाइलें दागीं, जब हमास के सदस्य अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा गाजा पर इजराइल के दो साल के युद्ध को समाप्त करने के लिए प्रस्तावित एक समझौते पर चर्चा करने के लिए अपने दोहा कार्यालय में एकत्रित हुए थे।

ट्रंप के प्रस्ताव को स्वीकार करने का दावा

यह हमला इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन सार के उस दावे के कुछ घंटों बाद हुआ जिसमें उन्होंने कहा था कि इजराइल ने ट्रंप के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है, जिसके तहत इजराइल द्वारा बंदी बनाए गए फिलिस्तीनी कैदियों और युद्धविराम के बदले में गाजा में हमास द्वारा बंधक बनाए गए सभी 48 बंधकों को रिहा किया जाएगा। हवाई हमले में हमास के पांच सदस्य और एक कतरी सुरक्षा अधिकारी मारे गए, हालांकि इससे हमास नेतृत्व का सफाया नहीं हुआ।
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 15 September 2025 at 07:20 IST