अपडेटेड 1 September 2025 at 12:26 IST

ट्रंप टैरिफ के बीच SCO में PM मोदी का रेड कारपेट वेलकम बड़ा राजनीतिक संकेत... अमेरिका और दुनिया भर की मीडिया ने मोदी-जिनपिंग मुलाकात पर क्या कहा?

ट्रंप टैरिफ के बीच SCO में PM मोदी का रेड कारपेट वेलकम बड़ा राजनीतिक संकेत है। आइए जानते हैं कि अमेरिका और दुनिया भर की मीडिया ने मोदी-जिनपिंग मुलाकात पर क्या कहा।

मोदी-जिनपिंग पर अमेरिकी मीडिया ने क्या कहा? | Image: ANI

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने से भारत को रोकने के लिए मनमाना टैरिफ लगाने की नाकाम कोशिश की। इस बीच चीन ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेड कॉर्पेट पर ग्रैंड वेलकम किया। भारत और चीन के बीच बढ़ती दोस्ती आज के समय में एक बड़ा संकेत है। अमेरिका समेत तमाम इंटरनेशनल मीडिया ने पीएम मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच की दोस्ती को लेकर जो कहा है, वह राष्ट्रपति ट्रंप को काफी चुभने वाली है।

SCO समिट में पीएम मोदी और शी जिनपिंग की केमिस्ट्री लोगों को खूब पसंद आ रही है। अमेरिका समेत तमाम इंटरनेशनल मीडिया जिस तरह से मोदी-जिनपिंग के बीच के तालमेल को दिखा रहा है, उससे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टेंशन काफी बढ़ने वाली है।

मोदी-जिनपिंग को लेकर NYT ने क्या कहा?

मोदी और जिनपिंग की केमिस्ट्री को लेकर NYT ने लिखा कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग दिखाएंगे कि कैसे कूटनीति, मिलिट्री और इतिहास को जोड़कर विश्व को प्रभावित किया जा सकता है।

CNN ने भारत-चीन की नजदीकियों का कारण

CNN ने लिखा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से कहा कि उनके देशों के लिए मित्रता रखना ही सही विकल्प है, क्योंकि दोनों नेताओं के बीच सात वर्षों में पहली बार चीन में मुलाकात हुई - जो कि अमेरिका के साथ साझा मतभेदों के कारण दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देशों के बीच उभरते मेल-मिलाप में एक नया मील का पत्थर है।

अल जजीरा ने क्या कहा?

वहीं अल जजीरा ने इस बात पर जोर दिया कि जनसंख्या के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े क्षेत्रीय समूह ने अपना ध्यान मध्य एशिया से बढ़ाकर वैश्विक मामलों पर केंद्रित कर लिया है। इस शिखर सम्मेलन में अमेरिकी व्यापार नीतियों और भारत-पाकिस्तान, भारत-चीन और सऊदी अरब-ईरान तनाव जैसे लंबे समय से चले आ रहे विवादों पर भी चर्चा हो सकती है।

रॉयटर्स ने SCO समिट पर क्या खबर छापा?

रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, पीएम मोदी ने पिछले साल कज़ान में शी जिनपिंग के साथ हुई सार्थक बातचीत पर जोर देते हुए कहा, "हम आपसी सम्मान, विश्वास और संवेदनशीलता के आधार पर अपने संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"

उन्होंने यह भी बताया कि सीमा पर शांतिपूर्ण माहौल बहाल हो गया है और दोनों देशों के बीच सीधी उड़ानें, जो 2020 से निलंबित थीं, जल्द ही फिर से शुरू हो जाएंगी, हालांकि कोई समय-सीमा नहीं बताई गई है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 1 September 2025 at 12:26 IST