अपडेटेड 18 November 2023 at 12:07 IST
आतंकियों का दुश्मन कौन? 2023 में दर्जन भर भारत के मोस्ट वॉन्टेड ढेर होने से पाकिस्तान की उड़ी नींद
Pakistan की गोद में बैठे आतंकियों को खात्मे का तरीका एक जैसा है। बस कुछ अज्ञात लोगों की गोली से इनकी जिंदगी खत्म हो जाती है। कुछ लोग आते हैं और आतंकियों पर गोलियां बरसा कर गायब हो जाते हैं।
Pakistan Terrorists Killed: पाकिस्तान के रहम-ओ-करम पर पलने वाले आतंकवादी अब उसी मुल्क में मिट्टी में मिल रहे हैं। सीक्रेट किलर एक-एक कर भारत के दुश्मनों का पाकिस्तान के अंदर ही खात्मा कर रहा है। इन हत्याओं पर पाकिस्तान के लिए ना उगलते बन रहे हैं और ना ही निगलते बन रहा है। हालात है कि पाकिस्तान आंसू भी बहा रहा होगा, तो किसी को इस दर्द के बारे में बता भी नहीं सकता है। शायद तभी पाकिस्तान में दर्जनों बड़े आतंकियों की हत्याओं पर आतंकियों की असली मालिक वहां की सेना भी चुप्पी साधे हुए है।
खबर में आगे पढ़ें:-
- पाकिस्तान में कौन कर रहा आतंकियों का काम तमाम?
- आतंकियों की मौत पर पाकिस्तान क्यों चुप?
- ना किसी पर आरोप, ना कोई जिम्मेदार?
लाहौर से कराची तक कई आतंकियों का खात्मा
पिछले कुछ दिनों में लाहौर से लेकर कराची तक, तमाम आतंकियों का उनके गढ़ में ही गोली मारकर खत्म कर दिया गया है। इसकी वजह से जिहाद के नाम पर दूसरों को जान देने के लिए उकसाने वाले भी कायरों की तरह अपनी जान बचाने के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। जो भीड़ के सामने खुलेआम अपनी बहादुरी के गीत गाते थे, वो अब भीड़ देखकर डरने लगे हैं। इन आतंकियों को खौफ उन अज्ञात बंदूकधारियों का है, जो अचानक आते हैं और इन्हें सरेआम ढेर कर देते हैं।
लश्कर चीफ हाफिज सईद और जैश सरगना मसूद अजहर इन दिनों अंडरग्राउंड है। खुलेआम भारत को धमकी देने वाले कहां छिपे हैं, इसकी जानकारी इनके बेहद करीबियों तक को नहीं है। वैसे 2023 में मारे गए कुछ आतंकियों के बारे में आपको बताते हैं...
साल 2023 में दर्जनभर आतंकी ढेर
- फरवरी में हिजबुल मुजाहिदीन के लॉन्चिंग कमांडर रहे बशीर अहमद पीर उर्फ इम्तियाज की पाकिस्तान के रावलपिंडी में हत्या हुई।
- फरवरी में ही पाकिस्तान के कराची में अल बद्र के पूर्व कमांडर सैयद खालिद रजा को उसके घर के बाहर मारा गया।
- लाहौर में खालिस्तान कमांडो फोर्स का चीफ परमजीत सिंह पंजवड़ की मई महीने में हत्या हुई।
- 12 सितंबर को लश्कर ए तैयबा के आतंकी जिया उर रहमान की हत्या।
- 30 सितंबर को लश्कर ए तैयबा के मुफ्ती कैसर फारुक का मर्डर।
- 10 अक्टूबर को जैश ए मुहम्मद के आतंकी शाहिद लतीफ की हत्या।
- 5 नवंबर को POK में ख्वाजा शाहिद की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
- 9 नवंबर को KPK में अकरम गाजी की हत्या हुई।
- 11 नवंबर को बलूचिस्तान में हाजी नसीबुल्ला ढेर कर दिया गया।
- 11 नवंबर को ही कराची में रहीमुल्ला तारिक को मार डाला गया।
- 13 नवंबर को सियालकोट में मुजम्मिल-नईमुर का मर्डर हो गया।
आतंकियों को खात्मे का तरीका एक जैसा
पाकिस्तान की गोद में बैठे आतंकियों को खात्मे का तरीका एक जैसा है। बस कुछ अज्ञात लोगों की गोली से इनकी जिंदगी खत्म हो जाती है। कुछ लोग आते हैं और आतंकियों पर गोलियां बरसा कर गायब हो जाते हैं।
खास बात ये है कि अधिकतर मामलों में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, ना ही गोली मारने वालों की पहचान और हत्या की वजह साफ हो पाई है। पाकिस्तान की पुलिस भी हत्यारों को पकड़ने के लिए कुछ नहीं कर रही है।
ना किसी पर आरोप और ना कोई जिम्मेदार
पाकिस्तानी सरकार और सेना, इन हत्याओं के लिए किसी को भी जिम्मेदार ठहराने की बजाए, शांत पड़े हुए हैं। जानकारी यहां तक मिल रही है कि मारे गए आतंकियों की पहचान छिपाई जा रही है। नाम बदलकर पाकिस्तानी मीडिया में रिपोर्टिंग की जा रही है। इनकी करतूतों का जिक्र भी नहीं किया जा रही है। किसी को भी इसके लिए जिम्मेदार नहीं ठहराया जा रहा है।
हालांकि पाकिस्तान भले ही अपने प्यादों के ढेर होने पर खामोश हो, लेकिन आतंकवादियों के ढेर होने पर आम लोग खुश है।
Published By : Dalchand Kumar
पब्लिश्ड 18 November 2023 at 11:16 IST