अपडेटेड 16 May 2025 at 07:15 IST
भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी को लगा बड़ा झटका, लंदन में 10वीं बार जमानत याचिका खारिज; तो क्या अब आएगा भारत?
भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी की जमानत याचिका 10वीं बार खारिज हो गई। ऐसे में अब उसके भारत आने का रास्ता और साफ हो गया है।
भगोड़ा हीरा कारोबारी नीरव मोदी को बड़ा झटका लगा है। लंदन की हाई कोर्ट ऑफ जस्टिस की किंग्स बेंच डिवीजन ने एक बार फिर उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी है। कोर्ट ने 10वीं बार नीरव मोदी की बेल एप्लीकेशन को रिजेक्ट करते हुए जमानत याचिका खारिज कर दी। कोर्ट के आदेश को भारत की बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा क्योंकि भारत की तरफ से पेश हुए वकील बार-बार उसकी जमानत याचिका का विरोध कर रहे थे। अब सबसे बड़ा सवाल ये उठ रहा कि क्या नीरव मोदी अब भारत आएगा ?
ब्रिटेन की कोर्ट ने पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले में नीरव मोदी के खिलाफ आरोपों की गंभीरता का हवाला देते हुए अपना कड़ा रुख बरकरार रखा। मार्च 2019 में उसकी गिरफ्तारी के बाद से यह 10वीं बार है जब कोर्ट ने उसकी जमानत याचिका खारिज की है। केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि जमानत की दलीलों का यूके क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस ने कड़ा विरोध किया और सीबीआई की एक टीम ने लंदन जाकर सक्रिय रूप से समर्थन किया।
नीरव मोदी की जमानत याचिका खारिज
इस बार अपनी याचिका में नीरव मोदी ने दावा किया था कि वह भारत सरकार से अपनी जान को कथित खतरे का हवाला देते हुए ब्रिटेन से नहीं भागेगा । उनके वकील ने तर्क के हिस्से के रूप में सिख कार्यकर्ताओं के खिलाफ कथित अंतरराष्ट्रीय साजिशों का भी हवाला दिया। मगर भारत सरकार की ओर पेश हुए वकील ने इस तरह की किसी भी संलिप्तता से साफ इनकार किया है। वहीं, वकीलों ने साफ कर दिया था कि अगर नीरव मोदी को जमानत दी जाती है तो वो एक बार फिर भाग सकता है।
भारत सरकार की बड़ी कूटनीतिक जीत
जानकारी के लिए बता दें कि नीरव मोदी 19 मार्च 2019 से ब्रिटेन की एक जेल में बंद चल रहा है। उसने 6498.20 करोड़ रुपए के पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में बड़ी भूमिका निभाई थी। विस्तृत जांच के बाद उसे एक फरार आर्थिक अपराधी घोषित कर दिया गया था। उसी भारत लाने की लगातार कोशिश की जा रही है। जमानत याचिका खारिज होने पर भारत सरकार की एक और बड़ी कूटनीतिक जीत माना जा रहा है।
नीरव मोदी अब आएगा भारत?
बता दें कि कोर्ट के इस आदेश के बाद नीरव मोदी का भारत लाने का रास्ता और साफ हो गया है। ऐसा इसलिए कहा जा रहा है कि क्योंकि यूके की हाईकोर्ट ने पहले ही भारत सरकार के पक्ष में अपना फैसला सुनाया था, यूके की अदालत ने नीरज के प्रत्यर्पण को हरी झंडी दिखा दी थी। अब लंदन की हाई कोर्ट ने एक बार फिर नीरव को झटका दिया है। वहीं, इसे भारत की एक और बड़ी जीत माना जा रहा है क्योंकि भारत उसके प्रत्यर्पण के एक कदम और करीब पहुंच चुका है।
Published By : Rupam Kumari
पब्लिश्ड 16 May 2025 at 07:15 IST