अपडेटेड 9 September 2025 at 08:34 IST

नेपाल में Gen-Z की जिद के आगे झुकी सरकार, प्रदर्शन में भड़की हिंसा को लेकर PM केपी ओली ने दिया बड़ा बयान

नेपाल में Gen-Z की जिद के आगे ओली सरकार ने अपनी हार मान ली है। सोशल मीडिया से बैन हटा दिया गया और पीएम केपी ओली ने बयान भी जारी हुआ।

नेपाल में Gen-Z के जिद के आगे झुकी ओली सरकार। | Image: AP/@kpsharmaoli-x

नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन के खिलाफ Gen-Z ने जमकर बवाल मचाया। नेपाल में भारी संख्या में युवा प्रदर्शन करने के लिए सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शन ने हिंसा का रूप ले लिया और इसमें करीब 20 लोगों की मौत हो गई। Gen-Z के जिद के आगे सरकार ने झुककर सोशल मीडिया से बैन हटा दिया है। वहीं एक तरफ गृह मंत्री रमेश लेखक ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया तो दूसरी ओर पीएम केपी ओली का बयान भी सामने आया है।

नेपाल के प्रधानमंत्री केपी ओली ने कहा, "आज जेन-जेड पीढ़ी द्वारा आहूत विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई दुखद घटना से मुझे गहरा दुख हुआ। हमें विश्वास था कि हमारे बच्चे शांतिपूर्वक अपनी मांगें उठाएंगे, लेकिन विभिन्न निहित स्वार्थों द्वारा विरोध प्रदर्शन में घुसपैठ के कारण जो स्थिति पैदा हुई, उसके परिणामस्वरूप नागरिकों की जान का दुखद नुकसान हुआ।"

15 दिनों के भीतर पेश की जाएगी रिपोर्ट

अपने बयान में पीएम ओली ने कहा कि सरकार सोशल मीडिया के इस्तेमाल को रोकने के पक्ष में नहीं थी और इसके इस्तेमाल के लिए माहौल सुनिश्चित करेगी। इसके लिए प्रदर्शन करते रहने की कोई जरूरत नहीं थी। और, इस स्थिति को जारी नहीं रहने दिया जाएगा। मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि आज की पूरी घटना और नुकसान, उसकी स्थिति और कारणों की जांच और विश्लेषण के लिए एक जांच समिति बनाई जाएगी और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए उठाए जाने वाले कदमों की सिफारिश करने हेतु 15 दिनों के भीतर एक रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।

हिंसक प्रदर्शन में 20 की मौत 250 से अधिक घायल

मालूम हो कि सोमवार को राजधानी काठमांडू सहित देश भर के कई शहरों में गुस्साए हजारों की संख्या में Gen-Z लड़के और लड़कियां प्रदर्शन करते हुए नेपाल की संसद में घुस गए। संसद परिसर के गेट पर आग लगा दी गई। मामले को बढ़ता देख पुलिस को हवाई फायरिंग और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। वहीं, इस हिंसक प्रदर्शन में अब तक 20 लोगों के मारे जाने की खबर है, जबकि 250 से अधिक लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए नेपाल सरकार ने उपद्रव करने वालों को देखते ही गोली मारने का आदेश दिया था। नेपाल की राजधानी काठमांडू सहित 6 शहरों में कर्फ्यू लगाया गया है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 9 September 2025 at 08:30 IST