अपडेटेड 6 March 2025 at 10:02 IST
विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर खालिस्तानी समर्थक ने की हमले की कोशिश, लंदन में चैथम हाउस के बाहर सुरक्षा में बड़ी चूक
लंदन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर खालिस्तानी समर्थकों ने हमले की कोशिश की है। वो एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे।
Attack On S Jaishankar : भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishnakar) ब्रिटेन और आयरलैंड के साथ द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने के लिए मंगलवार को लंदन पहुंचे। यह उनकी छह दिवसीय यात्रा है। लंदन में ब्रिटिन के प्रसिद्ध थिंक टैंक चैथम हाउस (Chatham House) के बाहर जयशंकर पर हमले की कोशिश की गई है।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर पर हमले की कोशिश खालिस्तानी समर्थकों ने की है। ये घटना उस वक्त हुई, जब विदेश मंत्री चैटम हाउस थिंक टैंक के एक कार्यक्रम में शामिल होने के बाद वापस लौट रहे थे। इसी दौरान एक खालिस्तानी समर्थन उनकी कार के सामने आ गया। उसने पुलिस के सामने ही भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को फाड़कर विदेश मंत्री की तरफ भागने की कोशिश की। इस दौरान विदेश मंत्री की सुरक्षा में तैनात लंदन पुलिस के जवान असहाय नजर आए।
इंतजार कर रहे थे खालिस्तानी समर्थक
खालिस्तानी समर्थन कई बार जयशंकर समेत कई भारतीय अधिकारियों को धमकियां दे चुके हैं। इस बार लंदन में जयशंकर की कार को रोकने की कोशिश की गई है। चैथम हाउस थिंक टैंक के बाहर खालिस्तानी समर्थक खालिस्तान का झंडा लेकर पहले से उनका इंतजार कर रहे थे। जैसे ही विदेश मंत्री अपनी कार की तरफ आए वो उन्हें देखकर नारेबाजी करने लगे। विदेश मंत्री के साथ बदसलूकी की कोशिश का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
ट्रंप पर जयशंकर का बयान
लंदन के चैथम हाउस थिंक टैंक में बुधवार शाम ‘विश्व में भारत का उदय और भूमिका' शीर्षक पर आयोजित सत्र के दौरान विदेश मंत्री से नई अमेरिका सरकार के शुरुआती कुछ सप्ताहों में उठाए गए कदमों, विशेष रूप से ट्रंप की टैरिफ योजना को लेकर सवाल किया गया। जयशंकर ने कहा, “हम एक ऐसे राष्ट्रपति और प्रशासन को देख रहे हैं जो बहुध्रुवीय व्यवस्था की ओर बढ़ रहा है और यह भारत के अनुकूल है।"
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप के दृष्टिकोण से हमारे पास एक बड़ा साझा उपक्रम ‘क्वाड’ है जो एक ऐसी समझ है जहां हर कोई अपना उचित हिस्सा देता है... इसमें किसी को भी लाभ नि:शुल्क नहीं मिलता। इसलिए यह एक अच्छा मॉडल है जो काम करता है।’’ बतादें, क्वाड में अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान शामिल हैं।
'POK मिलते ही कश्मीर विवाद होगा हल'
कश्मीर में मुद्दों को हल करने के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा, “अनुच्छेद 370 को हटाना पहला कदम था, कश्मीर में विकास एवं आर्थिक गतिविधि और सामाजिक न्याय को बहाल करना दूसरा कदम था और चुनाव कराना तीसरा कदम था जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने मतदान किया।”
उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि जिस बात का हम इंतजार कर रहे हैं, वह कश्मीर के उस हिस्से को वापस पाना है जो पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है। मैं आपको आश्वासन देता हूं कि जब यह हो जाएगा, तब कश्मीर का समाधान हो जाएगा।”
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 6 March 2025 at 09:47 IST