अपडेटेड 25 September 2023 at 14:07 IST
कौन हैं विपक्षी नेता पियरे, जिसने निज्जर के मुद्दे पर ट्रूडो के खिलाफ खोला मोर्चा और आगामी चुनाव में दे सकते हैं पटखनी
पियरे पोइलिवरे कनाडा में नेता प्रतिपक्ष हैं। हाल ही में एक सर्वे कराया गया जिसमें साबित हो गया कि पीएम जस्टिन ट्रूडो के मुकाबले उन्हें ज्यादा पसंद किया जाता है।
Trudeau Vs Poilievre Survey: भारत-कनाडा के रिश्तों में पड़ी गांठ के बीच कनाडा में एक सर्वे किया गया। नतीजों में सामने एक नया सर्वेक्षण सामने आया है। जिसमें कनाडा की विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पियरे पोइलिवरे को लोगों ने ट्रूडो के मुकाबले तरजीह दी है।
खबर में खास
- ट्रूडो की तुलना में पियरे को 40 फीसदी से ज्यादा मत
- कंजर्वेटिव पार्टी नेता को कनाडाई पीएम के मुकाबले मिले 10 फीसदी ज्यादा मत
- खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की लोकप्रियता भी घटी
सर्वेक्षण में पिछड़े ट्रूडो
कनाडा के ग्लोबल न्यूज ने सर्वे कराया था। सर्वे के नतीजे बताते हैं कि पोइलिवरे की लोकप्रियता एक ओर जहां बढ़ी है तो वहीं पीएम ट्रूडो की घटी है। अंतर कम भी नहीं है। कंजर्वेटिव पार्टी के नेता पोइलिवरे को 41 तो ट्रूडो को 31 फीसदी मत मिले हैं। यानि कुल 10 फीसदी का अंतर। 40 प्रतिशत कनाडाई लोगों का मानना है कि पोइलिवरे पीएम बनने के लिए बेहतर विकल्प हैं।
सर्वेक्षण ये भी बताता है कि ट्रूडो सरकार को सहयोग देने वाले एनडीपी नेता जगमीत सिंह भी पिछड़े हैं। उनकी इमेज को भी धक्का पहुंचा है। भारत कनाडा के संबंधों में आई दरार के बीच सर्वे रिपोर्ट 21 सितंबर को पब्लिक की गई।
2025 में बड़े बहुमत का दावा
कनाडा ग्लोबल न्यूज की ये रिपोर्ट दावा करती है कि 2025 में होने वाले चुनाव में कंजर्वेटिव्स को ट्रूडो की गिरती साख का फायदा मिलेगा। पियरे बड़े अंतर से अपनी सरकार बनाने में कामयाब भी होंगे। नेता प्रतिपक्ष ट्रूडो के खालिस्तान प्रेम पर लगातार प्रहार कर रहे हैं वो उस सोच के भी खिलाफ हैं जो कनाडा में रहने वाले भारतीयों को धर्म के आधार पर बांट रही है
निज्जर के खिलाफ लगाई सरकार को लताड़
पियरे वही हैं जो लगातार ट्रूडो को खालिस्तान पर अपनाए गए उनके रुख के लिए फटकार लगा रहे हैं। हाल ही में भरी संसद में ट्रूडो ने भारत पर बड़ा आरोप लगाया था। कहा था कि उन्होंने भारत को खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में संलिप्त पाया है और इसकी जानकारी पहले भी वो शेयर कर चुके हैं।
कनाडाई पीएम के इन बोलों को भारत ने बेतुका और बेबुनियाद करार दिया था। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच रिश्ते सहज नहीं हो पा रहे हैं। वहीं ट्रूडो को अपने देश में ही विरोध झेलना पड़ रहा है। विपक्षी नेता पोइलविरे ने कहा था कि हिंदुओं ने कनाडाई समाज में अहम योगदान दिया है।
Published By : Kiran Rai
पब्लिश्ड 25 September 2023 at 13:59 IST