अपडेटेड 21 July 2024 at 21:18 IST
बांग्लादेश में हिंसक प्रदर्शन से भारत का व्यापार ठप, पार्किंग में खड़े इंतजार कर रहे 700 ट्रक
Bangladesh Protest: शनिवार को 110 ट्रक बांग्लादेश से भारत आए, 48 ट्रक निर्यात के लिए बांग्लादेश गए। सामान से लदे करीब 700 ट्रक पार्किंग में इंतजार कर रहे हैं।
Bangladesh Quota Protest: बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण खत्म करने की मांग को लेकर छात्र कई दिनों से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। अब देश की शीर्ष अदालत ने आरक्षण को लेकर मचे बवाल के बीच रविवार को सरकारी नौकरियों में आरक्षण घटाने का ऐलान किया है। नौकरियों की कमी से गुस्साए प्रदर्शनकारी उस प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे थे, जिसके तहत 1971 में पाकिस्तान के खिलाफ बांग्लादेश के मुक्ति संग्राम में हिस्सा लेने वालों के परिजनों को सरकारी नौकरियों में 30 प्रतिशत तक आरक्षण दिया जाता था। लेकिन बांग्लादेश में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के कारण भारत से व्यापार ठप हो गया है।
भारत और बांग्लादेश के बीच भूमि बंदरगाहों के जरिए होने वाले कारोबार में भारी नुकसान हुआ है। पेट्रापोल भूमि बंदरगाह का बांग्लादेश वाला हिस्सा अभी भी बंद है। भारत और बांग्लादेश के बीच सड़क आधारित व्यापार का करीब एक तिहाई हिस्सा पेट्रापोल के जरिए होता है। बांग्लादेश में अशांति के कारण आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अवकाश की घोषणा के बाद पेट्रापोल, गोजाडांगा, फुलबारी और महादिपुर सहित बांग्लादेश के अन्य बंदरगाहों पर भी व्यापार को भारी नुकसान हुआ है। शनिवार को मालदा के महादीपुर बंदरगाह से बांग्लादेश पहुंचे मालवाहक ट्रक वापस नहीं लौटे हैं, लेकिन वे सुरक्षित हैं।
700 ट्रक पार्किंग में कर रहे इंतजार
लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (पेट्रापोल) के प्रबंधक कमलेश सैनी ने बताया कि रविवार सुबह से पेट्रापोल सीमा पर आयात और निर्यात करने वाले ट्रकों की आवाजाही नहीं हो रही है। शनिवार को 110 ट्रक बांग्लादेश से भारत आए, जबकि 48 ट्रक निर्यात के लिए बांग्लादेश गए। सामान्य सामान से लदे करीब 700 ट्रक पार्किंग में फंसे हुए हैं और बांग्लादेश जाने का इंतजार कर रहे हैं। औसतन 400-450 ट्रक माल लेकर भारत से पेट्रापोल भूमि बंदरगाह से गुजरते हैं, जबकि 150-200 ट्रक प्रतिदिन बांग्लादेश से भारत आते हैं। दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा भूमि बंदरगाह पेट्रापोल, कोलकाता से लगभग 82 किमी दूर, उत्तर 24 परगना जिले के बोनगांव में स्थित है।
छात्र कर रहे घर वापसी
हालांकि, इस संकट के बीच बांग्लादेश से आने वाले यात्रियों की आवाजाही जारी है। इनमें से ज्यादातर छात्र हैं जो सुरक्षा चिंताओं के वापस अपने देश कारण लौट रहे हैं। सीमा सुरक्षा बल (BSF) के प्रवक्ता ने कहा कि हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से भारतीयों को निकाला जा रहा है। BSF ने अब तक 572 भारतीय, 133 नेपाली और 4 भूटानी छात्रों की वापसी में सहायता की है।
(भाषा इनपुट के साथ रिपब्लिक भारत डेस्क)
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 21 July 2024 at 21:18 IST