अपडेटेड 22 September 2023 at 17:44 IST

ट्रूडो के आरोप बेबुनियाद, अब निज्जर के बेटे ने खोला राज- 'दो दिन पहले भी कनाडा की एजेंसी से हुई थी मुलाकात'

बलराज निज्जर स्वीकार किया है कि हत्या से दो दिन पहले भी उसके पिता कनाडा की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से मिले थे। कनाडा पुलिस ने निज्जर को चेताया था कि उसकी जान को खतरा है।

Hardeep Singh Nijjar | Image: self

भारत पर आरोप मढ़ने के बाद कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की पूरी दुनिया में क्लास लग रही है। यहां तक की कनाडा का विपक्ष और मीडिया भी लताड़ लगा रहा है। खुद हरदीप सिंह निज्जर के बेटे बलराज सिंह निज्जर ने जस्टिन ट्रूडो की पोल खोल दी है। बलराज सिंह निज्जर के मुताबिक हरदीप सिंह को कनाडा सरकार का सरंक्षण प्राप्त था। इसके अलावा भी बलराज ने कई खुलासे किए हैं।

खबर में आगे पढ़ें...

  • खुफिया एजेंसी में था निज्जर का मिलना-जुलना
  • बलराज सिंह निज्जर ने क्या-क्या खुलासे किए?
  • रेड कॉर्नर नोटिस के बाद भी कैसे मिली नागरिकता?

बलराज सिंह निज्जर ने खुलासा किया है कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से हफ्ते में एक या दो बार मिलता था। हरदीप सिंह निज्जर फर्जी पासपोर्ट पर कनाडा पहुंचा था। इसके बाद भी उसे कनाडा की नागरिकता मिल गई। कनाडा के मंत्री मार्क मिलर ने निज्जर को साल 2015 में नागरिकता दिए जाने को लेकर स्पष्टीकरण भी जारी किया है। मार्क मिलर ने एक ट्वीट में कहा है कि नागरिकता देने की तारीख गलती से 2015 की निकल गई, निज्जर को असल में नागरिकता 2007 में दी गई थी।

ट्रूडो ने आतंकी के लिए खराब किए रिश्ते

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने जून, 2023 में मारे गए खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर को कनाडाई नागरिक बताते हुए हत्या को कनाडा के आंतरिक मामलों में भारत का हस्तक्षेप बताया था। ट्रूडो सरकार ने भारत के एक राजनयिक को भी निष्कासित कर दिया था। इस प्रकरण के कारण भारत और कनाडा के राजनयिक सम्बन्ध खराब हो गए हैं। ध्यान देने वाली बात यह है कि ट्रूडो ने भारत और कनाडा के रिश्तों को एक ऐसे खालिस्तानी आतंकी के लिए ताक पर रख दिया, जिसके प्रत्यर्पण की मांग भारत लंबे समय से कर रहा था। अब निज्जर के बेटे ने कहा है कि उसका पिता सप्ताह में दो-तीन बार कनाडा की खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों से मिलता था।

ट्रूडो सरकार दे रही थी संरक्षण

बलराज निज्जर ने यह भी स्वीकार किया है कि हत्या से दो दिन पहले भी उसके पिता कनाडा की खुफिया एजेंसी के अधिकारियों से मिले थे। बलराज ने बताया कि कनाडा की पुलिस ने निज्जर को चेताया था कि उसकी जान को खतरा है। कनाडा की सुरक्षा एजेंसियों का खालिस्तानी आतंकी निज्जर के साथ मिलकर काम करना साबित करता है कि ट्रूडो सरकार निज्जर को संरक्षण देकर आतंकी की सेवा कर रही थी। 

रेड कॉर्नर नोटिस के बाद नागरिकता

कनाडा के मंत्री मार्क मिलर भले ही हरदीप सिंह निज्जर की नागरिकता पर अब सफाई देते फिर रहे हैं। कनाडा ने खालिस्तानी आतंकी को 2015 में नागरिकता दी थी। जबकि उसके खिलाफ 2014 में ही इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस जारी हो गया था। बावजूद इसके निज्जर को कनाडा ने नागरिकता दी।

प्लंबर का काम करता था निज्जर

कनाडा में खालिस्तान टाइगर फोर्स के चीफ हरदीप सिंह निज्जर की हत्या 18 जून, 2023 को हुई थी। ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे के पास निज्जर पर दो अज्ञात हमलावरों ने हमला किया था। निज्जर मूल रूप से पंजाब के भरसिंह पुर गांव का निवासी था। 1997 में पंजाब से कनाडा जाने के बाद निज्जर ने शुरुआत के दिनों में प्लंबर का काम किया। कुछ ही दिनों के बाद वो खालिस्तानी आतंकी संगठन के संपर्क में आया और खालिस्तानी नेताओं के बीच अपनी पैठ बना ली थी।

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 22 September 2023 at 17:44 IST