अपडेटेड 31 December 2025 at 17:29 IST
Khaleda Zia Funeral: खालिदा जिया हुईं सुपुर्द ए खाक, आखिरी विदाई में उमड़ा जनसैलाब, जनाजे में शामिल हुए विदेश मंत्री जयशंकर
नमाज-ए-जनाजा के बाद बांग्लादेश की पूर्व PM खालिदा जिया को संसद परिसर के निकट जिया उद्यान में उनके पति, पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बगल में दफनाया गया। जनाजे में भारत की ओर से विदेश मंत्री जयशंकर शामिल हुए।
बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख बेगम खालिदा जिया का आज, 31 दिसंबर को ढाका में पूरे राजकीय सम्मान के साथ सुपुर्द ए खाक किया गया। इससे पहले नमाज-ए-जनाजा में शामिल होने के लिए कार्यक्रम स्थल पर भारी भीड़ जमा हो गई है। लाखों लोग आखिरी बार खालिदा जिया के अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे। भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर विशेष रूप से ढाका पहुंचे और उनके जनाजे में शिरकत की।
पूर्व पीएम खालिदा जिया की जनाजे की नमाज बांग्लादेश के नेशनल पार्लियामेंट बिल्डिंग के साउथ प्लाजा में मानिक मिया एवेन्यू में हुई। जिसमें देश के प्रमुख राजनीतिक नेता, बीएनपी कार्यकर्ता, परिवार के लोग और लाखों आम लोग शामिल हुए। भारत की ओर से विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर जनाजे में शिरकत की।
खालिदा जिया यहां हुईं सुपुर्द ए खाक
एस जयशंकर ने भारत सरकार और जनता की ओर से खालिदा जिया को श्रद्धांजलि अर्पित की। नमाज के बाद खालिदा जिया को संसद परिसर के निकट जिया उद्यान में उनके पति, पूर्व राष्ट्रपति जियाउर रहमान के बगल में शेर-ए-बांग्ला नगर में उनके मकबरे में दफनाया गया।
नमाज-ए-जनाजा में उमड़ा जनसैलाब
दफनाने से पहले खालिदा जिया को भारत, पाकिस्तान, नेपाल, भूटान, श्रीलंका और मालदीव सहित कई दक्षिण एशियाई देशों के वरिष्ठ प्रतिनिधियों ने अंतिम सम्मान दिया। इन प्रतिनिधिमंडलों में विदेश मंत्री और अन्य उच्च-स्तरीय अधिकारी शामिल हैं। बुधवार को खालिदा जिया का पार्थिव शरीर ढाका के एवरकेयर अस्पताल से उनके बड़े बेटे और BNP के कार्यकारी अध्यक्ष तारीक रहमान के गुलशन एवेन्यू स्थित घर ले जाया गया है। पार्थिव शरीर बांग्लादेश के लाल-हरे राष्ट्रीय ध्वज में लिपटा एक फ्रीजर वैन में रखा गया था। यह वैन सुबह करीब 8:55 बजे अस्पताल से रवाना हुई और लगभग 9:16 बजे गुलशन स्थित घर पहुंची।
बेटे तारीक रहमान ने पढ़ी कुरान की तिलावत
खालिदा जिया के बेटे और BNP के कार्यकारी अध्यक्ष तारीक रहमान ने अपनी मां के लिए कुरान की तिलावत की और दुआ की। यह दुआ उस समय की गई जब खालिदा जिया का पार्थिव शरीर गुलशन स्थित उनके आवास पर पहुंचा। उनके अंतिम संस्कार को देखते हुए ढाका में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है। बांग्लादेश के अंतरिम सरकार और तीनों सेना के प्रमुख भी खालिदा जिया के अंतिम संस्कार में शामिल हुए।
बांग्लादेश में एक युग क अंत
बता दें कि खालिदा जिया का निधन मंगलवार सुबह एवरकेयर अस्पताल में लंबी बीमारी के बाद हुआ। वह 80 वर्ष की थीं और पिछले कई सप्ताह से गंभीर हालत में वेंटिलेटर पर थीं। अस्पताल सूत्रों के अनुसार, उन्हें डायबिटीज, किडनी, हार्ट और फेफड़ों से जुड़ी जटिल समस्याएं थीं। उनके निधन पर अंतरिम सरकार ने तीन दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। इस दौरान सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और सभी सरकारी कार्यक्रम स्थगित रहेंगे।
खालिदा जिया बांग्लादेश की राजनीति की एक प्रमुख शख्सियत थीं। उनके पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद उन्होंने बीएनपी की कमान संभाली और तीन बार प्रधानमंत्री बनीं। दशकों तक राष्ट्रीय राजनीति में एक प्रभावशाली हस्ती रहीं। सालों के सैन्य शासन के बाद लोकतंत्र बहाल करने में उन्होंने अहम भूमिका निभाई। उनकी राजनीतिक विरासत लोकतंत्र की लड़ाई और देश के विकास से जुड़ी रही। उनके निधन से बांग्लादेश की राजनीति में एक युग का अंत माना जा रहा है। देशभर में शोक की लहर है।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 31 December 2025 at 17:29 IST