अपडेटेड 29 March 2025 at 10:58 IST

Earthquake: भूकंप आया, सब हिल उठा और फिर... बैंकॉक से लौटे भारतीयों ने बयां किया तबाही का खौफनाक मंजर

भूकंप के दौरान कैसे हालात थे? वहां का दृश्य कैसा था? बैंकॉक से लौटे भारतीयों ने तबाही का खौफनाक मंजर बयां किया है।

Earthquake | Image: x/Republic

Myanmar Earthquake: म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप का असर थाईलैंड तक में देखने को मिला। म्यामांर के मांडले शहर में दोपहर में आए भूकंप का केंद्र 10 किलोमीटर की गहराई में था। इस भूकंप ने भारी तबाही मचाई। बड़ी-बड़ी इमारतें अचानक जमींदोज हो गईं, सड़कों में कई फीट ददारें आ गईं और बड़ी संख्या में लोगों की जान चली गई। भूकंप के दौरान कैसे हालात थे? वहां का दृश्य कैसा था? चश्मदीदों की ओर से आंखों देखा हाल बयां किया जा रहा है। बैंकॉक से लौटे भारतीयों ने तबाही का खौफनाक मंजर बयां किया है।

बैंकॉक से लौटे सफदर ने कहा कि मैं उस समय सड़क पर था। आस-पास स्काई स्केपर्स (ऊंची-ऊंची इमारतें) हिलने लगीं। इतना ही नहीं, एक इनफिनिटी पूल से पानी भी गिरने लगा। इस दौरान लोग डरे हुए थे कि कहीं इमारत गिर न जाए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। भूकंप के बाद इमरजेंसी लगा दी गई। कुछ घंटों के लिए सार्वजनिक परिवहन बंद कर दिया गया। अभी स्थिति ठीक है।

'मॉल और दफ्तर खाली कराए गए…'

तबाही का खौफनाकर मंजर बयां करते हुए एक और भारतीय रंजन बनर्जी ने कहा कि फिलहाल हालात सामान्य है। लेकिन जब भूकंप आया तब आपातकालीन स्थिति थी। मॉल और दफ्तर खाली करा दिए गए थे। मेट्रो रेल सिस्टम बंद कर दिया गया। जब भूकंप आया तब मैं एक मीटिंग से लौट रहा था। ब्रिज जोर-जोर से हिलने लगा।

'फर्श हिलने लगा, सभी चीखने-चिल्लाने लगे'

बैंकॉक गए जॉन नाम के एक पर्यटक ने बताया कि मैं वास्तव में चाइनाटाउन में था, जो खरीदारी करने के लिए एक और जगह है। अचानक फर्श हिलने लगा, इसलिए मैं नीचे देख रहा था, और फिर हर कोई चिल्लाने लगा। मैं घबरा गया और हर कोई इन छोटे संकीर्ण रास्तों से बाजार से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा था। हम सभी बहुत डरे हुए थे, भाग रहे थे, चिल्ला रहे थे, इमारत से बाहर निकलने के लिए धक्का दे रहे थे। चाइनाटाउन के उस बाजार में कुछ नहीं हुआ। लेकिन जैसा कि हम यहां चटुचक में देख सकते हैं, यह एक अलग कहानी थी। मुझे यकीन नहीं है कि वह कौन सी इमारत थी। यह निर्माणाधीन थी और, मुझे लगता है, 30-मंजिल ऊंची थी। हमने ढहने की तस्वीरें देखी हैं, इसलिए मुझे यकीन है कि इस मलबे के नीचे बहुत सारे लोग होंगे। 

‘नींद से उठा तो देखा कि इमारतें हिल रही थी’

बैंकॉक से आ रहे यात्री संजीव दत्ता ने बताया कि 'भूकंप आने पर मेरा बेड हिलने लगा। जब मैं नींद से उठा तो मैंने देखा कि इमारतें हिल रही थी। फिर मैंने देखा कि लोग घबराकर इधर-उधर भाग रहे थे। स्विमिंग पूल का पानी भी गिरने लगा। मैं सातवीं मंजिल से ग्राउंड फ्लोर पर आया और कुछ देर वहीं इंतजार किया। वहां बहुत ज्यादा ट्रैफिक था। 30 किलोमीटर की दूरी तय करने में 5 से 6 घंटे लग गए।'

भूकंप से अबतक 694 लोगों की मौतों 

सोशल मीडिया पर सामने आई कई तस्वीरों में ध्वस्त मकान, धंसी हुई जमीन और जान बचाने के लिए भागते हुए लोग देखे गए। कुल मिलाकर भूकंप ने म्यांमार का नक्शा ही बदल दिया है। 694 के करीब मौतों की जानकारी अब तक सामने आई है। राहत और बचाव का काम चल रहा है। जगह-जगह मलबे को हटाया जा रहा है। ऐसे में मृतकों और घायलों की संख्या भी बढ़ने की उम्मीद है। वहीं म्यांमार के पड़ोसी देश थाइलैंड में भी भूकंप का असर देखने को मिला। राजधानी बैंकॉक में कम से कम 10 लोगों के मौत की खबर है।

म्यांमार में भूकंप से मची तबाही

मालूम हो कि म्यांमार की धरती अभी शांत नहीं पड़ी है। शुक्रवार (28 मार्च) को 7.7 की तीव्रता वाले भूकंप के बाद म्यांमार में और भी कई बार जमीन ने हिचकोले खाए हैं। शुक्रवार को 7.7 तीव्रता का भूकंप दोपहर में आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था। इसके बाद भूकंप के झटके आए, जिनमें से एक की तीव्रता 6.4 मापी गई। शुक्रवार को रात 11:56 बजे म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया।

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Published By : Priyanka Yadav

पब्लिश्ड 29 March 2025 at 10:58 IST