अपडेटेड 3 May 2025 at 08:21 IST
'PAK पर हमला हुआ तो नॉर्थ ईस्ट पर कब्जा कर ले बांग्लादेश', भारत-पाक तनाव के बीच मोहम्मद यूनुस के करीबी का भड़काऊ बयान
फजलुर रहमान के इस बयान से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने किनारा कर लिया है। विदेश मंत्रालय ने साफ किया कि यह उनकी सरकार की नीतियों को नहीं दर्शातेा है।
Bangladesh news: पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी बनी हुई है। हर कोई जानता है कि भारत चुप बैठने वालों में से नहीं है। सरकार की मंशा साफ है कि मासूमों की जान लेने वाले आतंकियों और उनके आकाओं को बख्शा नहीं जाएगा। जहां भारत-पाक फिर एक दूसरे के आमने-सामने आकर खड़े हो गए हैं। इस बीच अब बांग्लादेश की ओर से 'नॉर्थ ईस्ट पर कब्जा' करने की भड़काऊ बयानबाजी की गई है।
ये बयान बांग्लादेश के रिटायर्ड मेजर जनरल मेजर जनरल एएलएम फजलुर रहमान ने की है, जो मोहम्मद युनूस के करीबी भी बताए जाते हैं। उन्होंने कहा है कि अगर पाकिस्तान पर भारत हमला करता है तो बिना देर किए बांग्लादेश को चीन के साथ मिलकर नॉर्थ ईस्ट पर कब्जा कर लेना चाहिए।
बांग्लादेश के पूर्व आर्मी अफसर का विवादित बयान
फजलुर रहमान ने बांग्ला भाषा में अपने फेसबुक पोस्ट किया। इसमें उन्होंने लिखा, "अगर भारत पाकिस्तान पर हमला करता है, तो बांग्लादेश को भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों पर कब्जा कर लेना चाहिए। मुझे लगता है कि इस बारे में चीन के साथ संयुक्त सैन्य व्यवस्था को लेकर बातचीत शुरू करना जरूरी है।
सरकार ने किया बयान से किनारा
हालांकि फजलुर रहमान के इस बयान से बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने किनारा कर लिया है। बांग्लादेश के विदेश मंत्रालय ने उनकी इस स्टेंटमेंट से खुद को अलग करते हुए कहा कि यह उनकी सरकार की नीतियों को नहीं दर्शाता है। सरकार किसी भी तरह से इस तरह की बयानबाजी का समर्थन नहीं करती है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि रहमान के व्यक्तिगत विचारों को सरकार के दृष्टिकोण से न जोड़ा जाए। बांग्लादेश संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता, आपसी सम्मान और शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के सिद्धांतों के लिए प्रतिबद्ध है।
जब मोहम्मद यूनुस ने भी की थी विवादित टिप्पणी
इससे पहले मार्च में चीन दौरे के समय मोहम्मद यूनुस ने भी भारत के पूर्वोत्तर राज्यों पर विवादित टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, "भारत के 7 राज्य, जो सेवेन सिस्टर कहलाते हैं, वे भारत का एक लैंड लॉक क्षेत्र है। उनके पास समुद्र तक पहुंचने का रास्ता नहीं है। बांग्लादेश उस रीजन में समुद्र का एकमात्र गार्डियन है।" यूनुस के इस बयान पर भी हंगामा हुआ था।
गौरतलब है कि अगस्त 2024 में शेख हसीना सरकार के बांग्लादेश में हुए तख्तापलट के बाद दोनों देशों के संबंधों में खटास आई है। तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में भारत विरोधी गतिविधियां बढ़ी है। खासतौर पर हिंदुओं को निशाना बनाकर हमले हुए, जिसकी भारत ने कड़ी निंदा की। वहीं, शेख हसीना को वापस लाने के लिए भारत के खिलाफ बांग्लादेश इंटरनेशनल कोर्ट पहुंच गया है।
Published By : Ruchi Mehra
पब्लिश्ड 3 May 2025 at 08:21 IST