अपडेटेड 30 July 2025 at 09:05 IST
100 आतंकवादी मिलिट्री बेस में घुसे, पहले 50 सैनिकों को मार फिर अड्डे को लूटकर जला दिया, बुर्किना फासो में बड़ा आतंकी हमला
बुर्किना फासो में आतंकियों के एक ग्रुप ने मिलिट्री बेस पर हमला कर पहले सैनिकों की हत्या की और फिर अड्डे को लूटकर जला दिया। इसके पहले भी बुर्किना में इस तरह के हमले देखे जा चुके हैं।
Terrorist Attack : पश्चिम अफ्रीकी देश बुर्किना फासो एक बड़े आतंकी हमले से दहल गया है। आतंकियों के एक ग्रुप ने डार्गो में बने मिलिट्री बेस को निशाना बनाया है। इस हमले में 50 सैनिकों की मौत हो गई। इस आतंकी हमले में जमात अल-नस्ल वाल-मुस्लिमीन (JNIM) नाम के आतंकी संगठन का हाथ बताया जा रहा है। आतंकी हमला बौल्सा प्रांत के डार्गो में सोमवार को हुआ, इसकी जानकारी एक सामुदायिक नेता और एक निवासी ने मंगलवार को दी।
न्यूज एजेंसी AP ने सूत्रों के हवाले से लिखा कि इस हमले को अंजाम देने करीब 100 आतंकवादी आए थे। मिलिट्री बेस पर हमला कर आतंकियों ने पहले सैनिकों की हत्या की और फिर अड्डे को लूटकर जला दिया। बुर्किना फासो की सैन्य सरकार ने अभी तक इस हमले की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
लगाम लगाने में नाकाम रही सरकार
जमात अल-नस्ल वाल-मुस्लिमीन पर इस हमले को अंजाम देने का शक है। JNIM पश्चिम अफ्रीका में हमले करने वाले कई सशस्त्र समूहों में से एक है। इस आतंकी संगठन पर सैकड़ों नागरिकों और सैनिकों की मौत का आरोप है। बुर्किना फासो में उन संगठनों द्वारा हमलों में तेजी देखी जा रही है, जिनका देश के अधिकांश हिस्सों पर, खासकर राजधानी के बाहर, नियंत्रण है।
बिगड़ती सुरक्षा स्थिति ने देश में राजनीतिक उथल-पुथल को जन्म दिया है और लगातार तख्तापलट का बहाना बन गया है। सैन्य नेता इब्राहिम त्राओरे, राजनीतिक और सैन्य सहयोगियों के पुनर्गठन के बावजूद इस्लामी समूहों पर लगाम लगाने में नाकाम रहे हैं। भले ही उन्होंने राजनीतिक और सैन्य सहयोगियों को नए सिरे से जोड़ा हो।
क्या है JNIM?
जमात नुसरत अल-इस्लाम वाल-मुस्लिमीन (JNIM), माघरेब और पश्चिम अफ्रीका में सक्रिय एक सलाफी-जिहादी संगठन है। JNIM की स्थापना 2 मार्च, 2017 को जिहादी समूहों अंसार दीन, अल-मुराबितून, मसीना लिबरेशन फ्रंट और अल-कायदा इन द इस्लामिक माघरेब (AQIM) की सहारा शाखा ने एकजुट होकर इसे बनाया। यह संगठन अल-कायदा की माली (Mali, Country in West Africa) में आधिकारिक शाखा के रूप में खुद को प्रस्तुत करता है और माली, नाइजर, बुर्किना फासो और हाल ही में बेनिन और टोगो जैसे तटीय पश्चिम अफ्रीकी देशों में सक्रिय है।
JNIM का लक्ष्य पश्चिम अफ्रीका में एक सलाफी-इस्लामवादी राज्य स्थापित करना और पश्चिमी प्रभाव को क्षेत्र से बाहर करना है। JNIM ने माली, बुर्किना फासो और नाइजर में कई हमलों और अपहरणों की जिम्मेदारी ली है, जिनमें नागरिकों, स्थानीय सुरक्षा बलों और अंतरराष्ट्रीय सैन्य बलों को निशाना बनाया गया।
Published By : Sagar Singh
पब्लिश्ड 30 July 2025 at 08:42 IST