अपडेटेड 1 September 2025 at 22:38 IST
PM Modi China Visit: टैरिफ वॉर के बीच SCO समिट के जरिए भारत ने कैसे साधे एक तीर से कई निशाने? जानें क्या रहीं बड़ी उपलब्धियां
PM Modi China Visit: भारत ने SCO मंच पर आतंकवाद, विशेष रूप से सीमा-पार आतंकवाद (cross-border terrorism) के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। 2025 की समिट में, पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा साझा बयान में शामिल की गई, जो भारत की कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है। यह बयान पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदेश था, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान की मौजूदगी के बावजूद इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से उठाया।
PM Modi China Visit: चीन के तियानजिन में SCO शिखर सम्मेलन अब संपन्न हो चुका है। इस शिखर सम्मेलन में शामिल होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब स्वदेश लौट चुके हैं। वहीं, इस समिट में भारत के कई उपलब्धियां हासिल की है। आप कह सकते हैं कि टैरिफ वॉर के बीच SCO समिट के जरिए भारत ने एक तीर से कई निशाने साधे हैं। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
जी हां, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) समिट में भारत ने हाल के वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। यह उपलब्धियां खासकर कूटनीति, क्षेत्रीय सुरक्षा और आतंकवाद के खिलाफ अपनी स्थिति को मजबूत करने के क्षेत्र में हैं। 2025 की यह SCO Summit, जो चीन के तियानजिन शहर में आयोजित हुई, यह अन्य हालिया शिखर सम्मेलनों के आधार पर भारत के लिए बहुत ही खास है। भारत ने इसमें प्रमुख उपलब्धियां हासिल की...
आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रुख और कूटनीतिक जीत
भारत ने SCO मंच पर आतंकवाद, विशेष रूप से सीमा-पार आतंकवाद (cross-border terrorism) के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। 2025 की समिट में, पहलगाम (जम्मू-कश्मीर) में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा साझा बयान में शामिल की गई, जो भारत की कूटनीतिक सफलता मानी जा रही है। यह बयान पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदेश था, क्योंकि भारत ने पाकिस्तान की मौजूदगी के बावजूद इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से उठाया।
मिलिट्री डिप्लोमेसी की सफलता
रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल सतीश दुआ और मेजर जनरल संजय मेस्टन जैसे विशेषज्ञों ने SCO समिट में भारत की मिलिट्री डिप्लोमेसी को सराहा। भारत ने "ऑपरेशन सिंदूर" जैसे कदमों के माध्यम से अपनी सामरिक ताकत का प्रदर्शन किया और आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक मंच पर अपनी बात मनवाई।
साझा बयान में भारत की थीम को मान्यता
2025 की इस SCO समिट में भारत की थीम "एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य" को साझा घोषणापत्र में समर्थन मिला है। यह भारत की वैश्विक एकता और सहयोग की दृष्टि को दर्शाता है, जिसे SCO सदस्य देशों ने स्वीकार किया।
आर्थिक और क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा
भारत ने SCO के मंच पर क्षेत्रीय संपर्क और आर्थिक सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उदाहरण के लिए, भारत ने मध्य-पूर्व यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC), चाबहार परियोजना, और इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) जैसे प्रोजेक्ट्स के जरिए मध्य एशिया और यूरोप के साथ संपर्क को मजबूत करने की दिशा में कदम उठाए। ये परियोजनाएं भारत की भू-राजनीतिक और आर्थिक रणनीति का हिस्सा हैं।
चीन और रूस के साथ द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति
2025 की इस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं कीं। इन वार्ताओं में सीमा विवाद, व्यापार, और आपसी सहयोग जैसे मुद्दों पर चर्चा हुई। चीनी राष्ट्रपति ने भारत-चीन सहयोग को वैश्विक स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण बताया, जो भारत की बढ़ती वैश्विक भूमिका को दर्शाता है।
क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर नेतृत्व
भारत ने आतंकवाद, जलवायु संकट, और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था जैसे मुद्दों पर SCO के साझा बयान में अपनी बात शामिल करवाई। यह भारत की उस मांग को रेखांकित करता है कि आतंकवाद को किसी भी रूप में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और इसे सहयोग करने वाले देशों को अलग-थलग करना चाहिए।
SCO स्टार्टअप फोरम का समर्थन
3-5 अप्रैल 2025 को नई दिल्ली में आयोजित 5वें SCO स्टार्टअप फोरम के परिणामों का समिट में स्वागत किया गया। यह भारत के इनोवेशन और स्टार्टअप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Published By : Amit Dubey
पब्लिश्ड 1 September 2025 at 22:38 IST