अपडेटेड 10 December 2025 at 14:46 IST
Chaudhary Aslam Real Story: एक हाथ में बंदूक, दूसरे में सिगरेट... कौन था 100 एनकाउंटर करने वाला चौधरी असलम? 'कसाई' रहमान डकैत को किया था ढेर
Chaudhary Aslam Real Story: बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही 'धुरंधर' में संजय दत्त का किरदार चर्चा का विषय बन गया है।
Chaudhary Aslam: आदित्य धर के निर्देशन में बनी फिल्म 'धुरंधर' बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचा रही है। थिएटर से लेकर सोशल मीडिया तक, इन दिनों सिर्फ रणवीर सिंह की मूवी की चर्चा है। फिल्म में रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना के अलावा जिस किरदार ने लोगों के दिलों पर छाप छोड़ी वो है चौधरी असलम की, जिसे संजय दत्त ने निभाया है।
'धुरंधर' में चौधरी असलम के किरदार का परिचय ये कहकर दिया जाता है 'बहुत साल पहले एक शैतान और जिन में जबरदस्त सेक्स हुआ, नौ महीने बाद जो पैदा हुआ उसका नाम पड़ा चौधरी असलम।' इस डॉयलॉग ने लोगों को सोचने पर मजबूर कर दिया कि आखिर बड़ी दाढ़ी, सफेद पठानी सूट और धुंआधार एनकाउंटर करने वाला शख्स कौन है।
चौधरी असलम के किरदार में संजय दत्त?
संजय दत्त के इस रोल को पाकिस्तान के खूंखार अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट चौधरी असलम खान से प्रेरित बताया जा रहा है। हालांकि मेकर्स ने फिल्म को पूरी तरह फिक्शनल बताया है।
कौन था चौधरी असलम?
चौधरी असलम वो नाम है जिसे पाकिस्तान के कराची में कुछ लोग सुरक्षा कवच तो कुछ डर या 'मौत' की चलती-फिरती परिभाषा माना करते थे। चौधरी असलम की हिंसक मौत ने पाक पुलिस का मनोबल हिला कर रख दिया था। वो पड़ोसी मुल्क के चर्चित अधिकारियों में से एक थे। उनके एक हाथ में बंदूक और दूसरे में सिगरेट रहती थी। वह एकलौते ऐसे अधिकारी थे जिसके नाम भर से गैंगस्टर और अपराधियों की सिट्टी-पिट्टी गुल हो जाती थी।
चौधरी असलम अपने सख्त रवैये, विवादित कार्रवाईयों और निडर ड्यूटी के लिए सुर्खियों में रहते थे। उनकी निडरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जान से मारने की धमकियों के बावजूद उन्होंने कभी बंदूक नहीं त्यागी। जान लें कि वो पाक के मनसेहरा जिले के पठान थे और 1980 के दशक में पुलिस में भर्ती हुए थे। असलम खान अपने नाम के आगे चौधरी इसलिए लगाते थे क्योंकि उस समय उनके इलाके में जमींदारों की परंपरा हुआ करती थी। ऐसे में टाइटल चौधरी बहादुरी का प्रतीक माना जाता था।
रहमान डकैत को मार गिराया
पाकिस्तान के कराची के ल्यारी इलाके में कभी ड्रग्स, रंगदारी और हथियारों के कारोबार का वर्चस्व था। यह माफिया नेटवर्क, टारगेट किलिंग और ड्रग सिंडिकेट का केंद्र माना जाता था। उस वक्त शहर पूरी रीति से माफियाओं के शिकंजे में था। तभी चौधरी असलम को जिम्मेदारी मिली कि वो इनसे शहर को मुक्त कराए। इसके बाद उन्होंने गिरोह का सफाया करने के लिए ऑपरेशन शुरू किए। इसी के तहत उन्होंने ल्यारी गिरोह के लीडर और गैंगस्टर रहमान डकैत का नामो-निशान मिटा दिया। रहमान डकैत को रहमान कमांडो के नाम से भी जाना जाता था। धुरंधर में अक्षय खन्ना ने रहमान डकैत का किरदार निभाया है।
चौधरी असलम की कैसे हुई मौत?
9 जनवरी 2014 को चौधरी असलम के काफिले पर एक आत्मघाती हमला हुआ था जिसमें उनकी जान चली गई थी। बताया जाता है कि पाकिस्तान के इस निडर पुलिसवाले ने अपने करियर में 100 से ज्यादा एनकाउंटर किए।
Published By : Sujeet Kumar
पब्लिश्ड 10 December 2025 at 14:46 IST