अपडेटेड 25 May 2025 at 09:55 IST
फटेहाल पाकिस्तान में लोगों पर मुसीबत बनकर टूट रहा सरकारी बसों का किराया, इस्लामाबाद में दोगुने हुए टिकट के दाम
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा पर यात्रा कर रहे आम नागरिकों को अब जेब पर अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा।
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेवा पर यात्रा कर रहे आम नागरिकों को अब जेब पर अतिरिक्त बोझ उठाना पड़ेगा। सरकारी इंटरसिटी मेट्रो बस सर्विस का किराया 26 मई 2025 से 100 प्रतिशत तक बढ़ा दिया गया है, जिसकी पुष्टि पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स से हुई है।
पाक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यात्रियों को अब स्टॉप टू स्टॉप यात्रा के लिए पहले जहां 50 रुपये चुकाने पड़ते थे, वहीं अब यही किराया बढ़कर 100 रुपये हो गया है। इस फैसले का सीधा असर दैनिक सफर करने वाले हजारों मुसाफिरों पर पड़ेगा, खासतौर से उन पर जो रोजाना ऑफिस, स्कूल या बाजार जाने के लिए बसों पर निर्भर हैं।
दोगुना हुआ बस किराया, फैसले पर नाराजगी
पाकिस्तान में पहले से ही आर्थिक संकट और महंगाई की मार झेल रहे लोगों को अब सार्वजनिक परिवहन के महंगे हो जाने से और ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय यात्रियों का कहना है कि सरकार ने बिना वैकल्पिक समाधान या सब्सिडी के किराया बढ़ाकर जनता को परेशान किया है। खास तौर पर छात्रों, बुजुर्गों और निम्न आय वर्ग के लिए यह निर्णय भारी साबित हो सकता है। ऐसे में लोगों के मन में नाराजगी भी बढ़ गई है।
महंगाई की रफ्तार पर कोई लगाम नहीं
पाकिस्तान में बीते कुछ महीनों में ईंधन की कीमतों और महंगाई में लगातार वृद्धि देखी गई है। इसका असर अब सार्वजनिक परिवहन पर भी साफ नजर आ रहा है। विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर ट्रांसपोर्ट सेवाओं में सब्सिडी नहीं दी गई, तो इसका सीधा असर देश की श्रमशक्ति और कामकाजी वर्ग पर पड़ेगा।
भारतीय संदर्भ में क्यों है यह खबर अहम?
भारत में भी महंगाई, सार्वजनिक परिवहन और ईंधन की कीमतों को लेकर बहस लगातार होती रही है। ऐसे में पड़ोसी देश पाकिस्तान में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की स्थिति भारतीय नीति-निर्माताओं और आम नागरिकों के लिए एक अध्ययन का विषय हो सकती है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 25 May 2025 at 09:55 IST