अपडेटेड 25 April 2025 at 23:44 IST

'दरिया में या तो हमारा पानी बहेगा या उनका खून', सिंधु जल समझौता रद्द होने पर बौखलाया बिलावल भुट्टो, भारत को दी गीदड़ भभकी

सिंधु जल संधि रद्द होने पर पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो बौखला उठा है। भारत को गीदड़ भभकी देते हुए कहा कि दरिया में या तो हमारा पानी बहेगा या उनका खून बहेगा।

बिलावल भुट्टो ने भारत को दी गीदड़ भभकी। | Image: AP

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों के कायरतापूर्ण हमले के बाद भारत सरकार ने सख्त कदम उठाया। भारत सरकार ने ऐतिहासिक कदम उठाते हुए पाकिस्तान के साथ सिंधु दल संधि रद्द कर दी। मोदी सरकार के इस फैसले के बाद से पाकिस्तान में बौखलाहट देखने को मिल रही है। पहले पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने गीदड़ भभकी दी। उसके बाद अब पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो भी तिलमिला उठा है।

सखर में सिंधु नदी के किनारे एक जनसभा को संबोधित करते हुए पाकिस्तानी नेता बिलावल भुट्टो ने कहा, "आपके सिंधु पर एक और हमला हुआ है। इस बार भारत के तरफ से सिंधु पर हमला हुआ। भारत ने पाकिस्तान पर इल्जाम लगाया है। भारत ने अपनी कमजोरी छुपाने के लिए झूट बोला है। पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर झूठे आरोप लगाए हैं कि आतंकी घटना के पीछे पाकिस्तान का हाथ है।"

इस दरिया से या पानी बहेगा या उनका खून...: बिलावल

बिलावल ने आगे कहा कि पीएम मोदी का यह एकतरफा फैसला है। जो समझौता हुआ था सिंधु को लेकर भारत मान चुका है कि सिंधु पाकिस्तान का है। पीएम मोदी ने ये एलान किया कि ये समझौता अब नहीं रहा। मैं भारत से कहना चाहूंगा कि सिंधु हमारा है और सिंधु हमारा रहेगा। इस दरिया से या तो हमारा पानी बहेगा या उनका खून बहेगा।

गीदड़ भभकी में पीछे नहीं हटे शहबाज शरीफ

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने NSC की तत्काल बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के साथ पाकिस्तान ऑर्मी के तीनों सेना प्रमुख और आईएसआई के चीफ भी शामिल थे। दोनों देशों के बीच एक बार फिर से तनाव चरम पर है। वहीं बैठक के बाद पाकिस्तान ने गीदड़ भभकी दी और कहा कि अगर पानी रोका जाता है तो युद्ध होगा। इसके साथ ही पाकिस्तान ने भारत के लिए हवाई सेवा बंद करने का ऐलान कर दिया।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से बयान जारी कर बताया गया कि बैठक में भाग लेने वालों ने राष्ट्रीय सुरक्षा माहौल और क्षेत्रीय स्थिति, खासकर पहलगाम हमलेको लेकर चर्चा की। बयान में कहा गया, “पर्यटकों की जान जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए समिति ने 23 अप्रैल 2025 को घोषित भारतीय उपायों की समीक्षा की और उन्हें एकतरफा, अन्यायपूर्ण, राजनीति से प्रेरित, बेहद गैरजिम्मेदाराना और कानूनी योग्यता से रहित बताया।”

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 25 April 2025 at 23:44 IST