अपडेटेड 12 May 2025 at 18:54 IST
भारत की जवाबी कार्रवाई के दौरान मुनीर ने ऐसा क्या कर दिया? पूरा PAK शर्म से हो जाएगा पानी-पानी, चेहरा दिखाने लायक भी नहीं बचा
भारत पर पहलगाम हमले की जवाबी कार्रवाई के दौरान पाकिस्तान आर्मी चीफ आसीम मुनीर ने कुछ ऐसा किया कि पूरा PAK शर्म से पानी-पानी हो जाएगा।
पाकिस्तान के आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में कायरतापूर्ण हमला किया, जिसका भारतीय सेना के जांबाजों ने मुंहतोड़ जवाब दिया। मालूम चला है कि भारत ने जैसे ही पहलगाम हमले का जवाब देना शुरू किया, तो पाकिस्तानी सेना के चीफ आसीम मुनीर जाकर बंकर में छिप गए। किसी भी देश के लिए इससे ज्यादा शर्मिंदगी की बात क्या हो सकती है कि जिस वक्त उसके देश पर हमला हो रहा है, तो वहां की आवाम की रक्षा करने वाला रक्षक ही डरकर बंकर में जा छिपा।
दरअसल, रावलपिंडी के नूर खान एयर बेस पर 10 मई को भारत ने हवाई हमले किए। भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई की वजह से पाकिस्तानी आर्मी चीफ को दो-तीन घंटों तक बंकर में छिपकर रहना पड़ा। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो सीजफायर होने के बाद आसीम मुनीर को एक सुरक्षित जगह पर लेकर जाया गया। किसी भी देश को ऐसे हालात में शर्म से पानी-पानी हो जाना चाहिए। हालांकि यहां बात पाकिस्तान की हो रही है, जिसकी नीचता का ना तो कोई स्तर है और ना ही शर्मिंदगी बची है।
नूर खान बेस पर हमले ने मुनीर को डराया
रावलपिंडी के नूर खान एयर बेस पर भारत की जवाबी कार्रवाई ने आसीम मुनीर को इतना डरा दिया कि उसे छिपना पड़ा। हालांकि, नूर खान बेस पाकिस्तान के लिए बेहद खास है। ऐसा इसलिए, क्योंकि यहां पर पाकिस्तान के सबसे ताकतवर एयर उपकरण तैनात हैं। इन उपकरणों की सुरक्षा के लिए यहां पर चीनी एयर डिफेंस सिस्टम का जाल बिछा हुआ है। यहीं पर पाकिस्तानी वायुसेना के एयर मोबिलिटी कमांड का मुख्यालय है और अधिकतर पाक वीआईपी यहीं से उड़ान भरते हैं।
जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने तबाह
बता दें, भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और हिजबुल मुजाहिदीन जैसे संगठनों के मुख्यालय को तबाह कर दिया। लश्कर का गढ़ 'मरकज ए तैयबा', जहां 26/11 का आतंकी अजमल कसाब ट्रेनिंग ले चुका था, अब मलबे में तब्दील हो चुका है। जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय ‘मस्जिद जश-शुभानअल्लाह’ भी पूरी तरह से बर्बाद कर दिया गया। इसके अलावा हिजबुल के कई ट्रेनिंग कैम्प भी निशाने पर रहे।
Published By : Kanak Kumari Jha
पब्लिश्ड 12 May 2025 at 18:15 IST