अपडेटेड 14 December 2025 at 08:13 IST

भारत से आज भी थर-थर कांप रहा जैश-ए-मोहम्मद का सरगना, Viral ऑडियो में फूट-फूटकर रोया; पहली बार मसूद अजहर ने कबूल की ये बात

Terrorist Masood Azhar: जैश-ए-मोहम्मद का सरगना और खूंखार आतंकी मसूद अजहर का एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है जिसमें वो भारत की जेल में अपना अनुभव बताते हुए बिलखने लगा।

मसूद अजहर | Image: X

Terrorist Masood Azhar: पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के मुखिया मसूद अजहर ने भारत की जेल में अपने रूह कंपा देने वाले दिनों को याद किया। हाल ही में उसका एक ऑडियो क्लिप वायरल हुआ है जिसमें उसने 1994 से 1999 तक जेल में बिताए दिनों का जिक्र किया है।

सोशल मीडिया पर मसूद अजहर का भाषण वायरल हो रहा है। इस वायरल स्पीच में उसने बिलखते हुए पहली दफा माना कि जम्मू की कोट भलवाल जेल से फरार होने की नाकाम कोशिश के बाद उसे भारी कीमत चुकानी पड़ी थी। ये ऑडियो क्लिप पाकिस्तान के किसी कार्यक्रम का बताया जा रहा है।

मसूद अजहर ने जेल से भागने की साजिश रची

भारत के मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों में से एक मसूद अजहर ने कबूला कि उसने भलवाल जेल से भागने के लिए सुरंग बनाई थी। वह अपने साथियों के साथ जेल से नौ दो ग्यारह होने की फिराक में था। आतंक के आका ने आगे बताया कि जिस दिन उसे सुरंग से भागना था, उसी दिन जेल अफसरों ने सुरंग का खुलासा कर उसे दबोच लिया।

पकड़े जाने पर बुरी तरह पीटा- आतंकी

पकड़े जाने पर उसके साथ जो हुआ उसे बताते हुए पाक के खूंखार आतंकी का छिपा खौफ उजागर हो गया। उसने बताया कि 'जब कोट भलवाल जेल में हमने सुरंग खोदी थी, वो सुरंग आखिरी दिन पकड़ी गई थी। मुझे और मेरे सभी साथियों को पकड़कर ले गए और पीटना शुरू किया। लोहे की सलाखों से पीटते थे। हमें इतना मारा गया कि पूरा शरीर खून से लथपथ हो गया था। साथियों के जिस्म डबल रोटियों की तरह सूज गए थे।'

पूरे शरीर को जंजीर से बांधा था- मसूद अजहर

मौलाना मसूद अजहर ने बताया कि 'जेल में खाने से लेकर पेशाब करने तक पर पाबंदी लगा दी गई थी। अगले दिन पूछताछ शुरू हो गई कि सुरंग कैसे खोदी गई? औजार कहां से आए? मुझे पूछताछ के लिए जिस अफसर के पास ले जाया गया वो बड़ा ही जालिम था। मेरे पूरे शरीर को जंजीर से बांध रखा था और मुझे लगातार गालियां देकर पूछताछ कर रहा था।'

1994 में भारत में हुआ था दाखिल 

बता दें कि मसूद अजहर फर्जी पहचान बनाकर 1994 में भारत में दाखिल हुआ था। बाद में उसे आतंकी गतिविधियों में शामिल होने के लिए अनंतनाग से गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद वह 1994 से 1999 तक जेल में रहा। तमाम कोशिशों के बावजूद वह भारत के चंगुल से नहीं छूट पाया।

कंधार हाइजैक का मामला

फिर 24 दिसंबर 1999 को अजहर के भाई समेत दूसरे आतंकियों ने काठमांडू से दिल्ली आ रही एक इंडियन फ्लाइट को हाईजैक कर लिया था। इसे वो अफगानिस्तान के कंधार ले गए। जान लें कि उस वक्त वहां तालिबान का शासन हुआ करता था। उन लोगों ने बंधकों की रिहाई के बदले तीन चरमपंथियों को छोड़ने की डिमांड कर दी जिसमें मसूद अजहर का नाम भी शामिल था। निर्दोष मासूमों की जान बचाने के लिए भारतीय सरकार को मजबूरन झुकना पड़ा और मसूद अजहर को आजाद करना पड़ा। इसके बाद वो पाकिस्तान भाग गया।  

कैद से आजाद होते ही उसने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना की। इसके बाद भारत में कई हमले हुए जिसका आरोप मसूद अजहर पर लगा।

(Note: रिपब्लिक भारत इस ऑडियो क्लिप की पुष्टि नहीं करता है)

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Published By : Kunal Verma

पब्लिश्ड 14 December 2025 at 08:13 IST