अपडेटेड 30 April 2025 at 23:24 IST

Pahalgam हमले के बाद किन-किन देशों ने फोन कर दिया साथ? विदेश मंत्री जयशंकर ने कुवैत के मंत्री को क्यों दिया धन्यवाद

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन और कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की।

पहलगाम हमले के बाद दुनिया के कई नेताओं का समर्थन | Image: AP/ PTI

विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने डेनमार्क के विदेश मंत्री लार्स लोके रासमुसेन और कुवैत के विदेश मंत्री अब्दुल्ला अली अल-याह्या से बातचीत की। उन्होंने पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के प्रति उनके समर्थन और एकजुटता के भाव की सराहना की। इस दौरान दोनों देशों के साथ द्विपक्षीय सहयोग को लेकर भी खास बातचीत की गई। बता दें पहलगाम हमले के बाद दुनिया के कई नेताओं ने पीएम मोदी की फोन किया है। डोनाल्ड ट्रंप, पुतिन से लेकर नेतन्याहू तक सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की है।


साथ ही कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीत तनाव का माहौल है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र के सेक्रेटरी जनरल एंटोनियो गुटेरेस ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को फोन किया। इस बात की जानकारी एक पोस्ट के माध्यम से खुद जयशंकर ने दी है।विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक पोस्ट में बताया कि यूएन के महासचिव की कॉल आई। पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले की उनकी स्पष्ट निंदा की सराहना करता हूं। जवाबदेही के महत्व पर सहमत हूं। भारत इस बात के लिए प्रतिबद्ध है कि इस हमले के अपराधियों, योजनाकारों और समर्थकों को न्याय के कटघरे में लाया जाए।

UAE के उप प्रधानमंत्री ने भी किया फोन

वहीं, एक अन्य पोस्ट में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने लिखा कि यूएई के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के साथ बातचीत की बहुत सराहना करता हूं। आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने की आवश्यकता पर चर्चा की।
संयुक्त राष्ट्र ने जारी किया बयान

यूएन द्वारा जारी एक बयान में बताया कि संयुक्त राष्ट्र के महासचिव ने आज पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मुहम्मद शहबाज शरीफ और भारत के विदेश मंत्री सुब्रह्मण्यम जयशंकर से अलग-अलग टेलीफोन पर बात की। महासचिव ने जम्मू-कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की। महासचिव ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव पर भी गहरी चिंता व्यक्त की और ऐसे टकराव से बचने की आवश्यकता पर जोर दिया, जिसके दुखद परिणाम हो सकते हैं। उन्होंने तनाव कम करने के प्रयासों में सहयोग देने के लिए अपना सहयोग देने की पेशकश की।

पीएम मोदी से बातचीत में क्या बोलीं इटली की PM मेलोनी?

दुनिया के कई नेताओं ने पीएम मोदी की फोन किया है। इटली की PM जॉर्जिया मेलोनी ने पीएम मोदी को फोन किया और भारतीय धरती पर हुए भयानक आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं व्यक्त कीं तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में इटली का पूरा समर्थन व्यक्त किया। प्रधानमंत्री मोदी ने उनके फोन कॉल और आतंकवाद तथा इसके पीछे के लोगों के खिलाफ समर्थन के स्पष्ट संदेश की सराहना की। भारत और इटली आतंकवाद विरोधी प्रयासों को मजबूत करने के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों सहित मिलकर काम करना जारी रखेंगे।

जापान के पीएम ने भी पीएम मोदी को किया फोन

MEA के प्रवक्ता ने कहा कि जापान के प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने पीएम मोदी को फोन किया और भारतीय केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को उचित नहीं ठहराया जा सकता। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि आतंकवाद मानवता के लिए एक गंभीर खतरा है। लोकतंत्र में विश्वास रखने वालों को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट होना चाहिए। प्रधानमंत्री ने सीमा पार से हुए आतंकी हमले का आकलन और इससे दृढ़ता और निर्णायक तरीके से निपटने के भारत के संकल्प को साझा किया।

जॉर्डन के HM अब्दुल्लाह ने पीएम मोदी से क्या कहा?

MEA ने बताया कि जॉर्डन के HM किंग अब्दुल्लाह 2 ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और इस भयानक आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि आतंकवाद को उसके सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में खारिज किया जाना चाहिए और इसका कोई औचित्य नहीं हो सकता। प्रधानमंत्री ने महामहिम राजा अब्दुल्ला (द्वितीय) को उनके एकजुटता के संदेश के लिए धन्यवाद दिया और इस जघन्य हमले के पीछे अपराधियों और लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की भारत के लोगों की भावनाओं को साझा किया।

मॉरीशस के पीएम ने पहलगाम हमले को कायरतापूर्ण बताया

मॉरीशस के प्रधानमंत्री ने भारत के पीएम को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकी हमले में निर्दोष लोगों की हत्या पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। उन्होंने इस कायराना आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने दुख की इस घड़ी में भारत के लोगों के साथ समर्थन और एकजुटता व्यक्त की और कहा कि दोनों देश आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एकजुट हैं।

नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली ने पीएम मोदी को फोन करके जम्मू-कश्मीर में हुए जघन्य आतंकी हमले की कड़ी निंदा की और बहुमूल्य जीवन की हानि पर अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त की। पीएम मोदी ने आतंकी हमले में एक युवा नेपाली नागरिक की हुई मौत पर भी अपनी संवेदना व्यक्त की और इस बात पर जोर दिया कि भारत इस क्रूर आतंकी हमले के अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और नेपाल एक साथ खड़े हैं।

ऑस्ट्रेलिया की पीएम ने भी आतंकी हमले की निंदा की

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री फोन पर जम्मू-कश्मीर में हुए नृशंस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने निर्दोष लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की और दुख की इस घड़ी में भारत के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पूरा समर्थन देने का वादा किया।

अमेरिकी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति ने भी किया फोन

डोनाल्ड ट्रंप ने कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले पर शोक व्यक्त किया। राष्ट्रपति ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी को फोन किया और जम्मू-कश्मीर में हुए आतंकवादी हमले में निर्दोष लोगों की मौत पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की। राष्ट्रपति ने आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा की और इस जघन्य हमले के अपराधियों को न्याय के दायरे में लाने के लिए भारत को पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ खड़े हैं।

वहीं उपराष्ट्रपति वेंस हमले के दौरान भारत में ही ते। ऐसे में उन्होंने पीएम मोदी से फोन पर बातचीत की। उपराष्ट्रपति वेंस ने प्रधानमंत्री को फोन करके जम्मू-कश्मीर में हुए नृशंस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने जानमाल के नुकसान पर अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और दोहराया कि अमेरिका इस कठिन समय में भारत के लोगों के साथ खड़ा है। उन्होंने कहा कि  अमेरिका आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त लड़ाई में सभी प्रकार की सहायता प्रदान करने के लिए तैयार है। प्रधानमंत्री ने उपराष्ट्रपति वेंस और राष्ट्रपति ट्रंप को उनके समर्थन और एकजुटता के संदेशों के लिए धन्यवाद दिया।

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Published By : Nidhi Mudgill

पब्लिश्ड 30 April 2025 at 20:03 IST