अपडेटेड 27 October 2025 at 22:32 IST

'आतंकवाद के विरुद्ध हमारे रक्षा के अधिकार से कभी समझौता नहीं', चीन और USA के सामने विदेश मंत्री ने पाक को लताड़ा

S Jaishankar, East Asia Summit: मलेशिया में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए आसियान सदस्यों, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित 19 देशों के नेता एकत्र हुए।

मलेशिया के कुआलालंपुर में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री एस. जयशंकर | Image: S Jaishankar/X

S Jaishankar, East Asia Summit: मलेशिया में आयोजित East Asia Summit में भाग लेने के लिए विदेश मंत्री एस. जयशंकर कुआलालंपुर पहुंचे हुए हैं। वहां, इस शिखर सम्मेलन में विदेश मंत्री ने आतंकवाद को एक बार फिर से करारा जवाब दिया है। न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के अनुसार, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को आतंकवाद को एक "निरंतर और विनाशकारी खतरा" बताते हुए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से इसके प्रति शून्य-सहिष्णुता का रुख अपनाने का आग्रह किया।

कुआलालंपुर में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में बोलते हुए, विदेश मंत्री जयशंकर ने जोर देकर कहा कि "आतंकवाद के विरुद्ध हमारे रक्षा के अधिकार से कभी समझौता नहीं किया जा सकता।" इस दौरान बिना नाम लिए हुए इशारों में ही उन्होंने पाकिस्तान और उसके द्वारा पोषित भारत के सीमा के आसपास रह-रह के फण उठाने वाले आतंकियों को करारा जवाब भी दिया है। इस शिखर सम्मेलन में चीन और अमेरिका भी शामिल हुए हैं।

आतंकवाद एक सतत और विनाशकारी खतरा - विदेश मंत्री 

रिपोर्ट के अनुसार, शिखर सम्मेलन में नेताओं को संबोधित करते हुए एस. जयशंकर ने कहा, "आतंकवाद एक सतत और विनाशकारी खतरा बना हुआ है। विश्व को शून्य सहनशीलता का रवैया अपनाना चाहिए; इसमें किसी भी प्रकार की दुविधा की कोई गुंजाइश नहीं है। आतंकवाद के विरुद्ध हमारे रक्षा के अधिकार से कभी समझौता नहीं किया जा सकता।"
उनकी टिप्पणी उच्च स्तरीय मंच पर भारत के राष्ट्रीय वक्तव्य के हिस्से के रूप में आई, जिसमें भारत-प्रशांत क्षेत्र के नेता और प्रतिनिधि एक साथ आए थे।

हम यूक्रेन में संघर्ष का भी शीघ्र अंत चाहते हैं - एस. जयशंकर

एस.जयशंकर ने गाजा और यूक्रेन का जिक्र करते हुए इस बात पर भी प्रकाश डाला कि विश्व में निकट और दूर दोनों जगह व्यापक प्रभाव वाले संघर्ष जारी हैं। उन्होंने कहा, "हम ऐसे संघर्षों को भी देख रहे हैं जिनके निकट और दूर तक गंभीर परिणाम हैं। गहरी मानवीय पीड़ा के अलावा, ये संघर्ष खाद्य सुरक्षा को कमजोर करते हैं, ऊर्जा प्रवाह के लिए खतरा पैदा करते हैं और व्यापार को बाधित करते हैं।" उन्होंने कहा, "इसलिए, भारत गाजा शांति योजना का स्वागत करता है। हम यूक्रेन में संघर्ष का भी शीघ्र अंत चाहते हैं।"

मलेशिया में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन का आयोजन

मालूम हो कि मलेशिया में 20वें पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में क्षेत्रीय सहयोग, आर्थिक स्थिरता और वैश्विक सुरक्षा चुनौतियों पर चर्चा करने के लिए आसियान सदस्यों, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका, चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया सहित 19 देशों के नेता एकत्र हुए। शिखर सम्मेलन की 20वीं वर्षगांठ के अवसर पर, नेता ईएएस सहयोग की प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं और इसकी उपलब्धियों पर विचार कर रहे हैं, तथा पूर्वी एशिया में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए रणनीतिक, राजनीतिक और आर्थिक प्राथमिकताओं पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।

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Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 27 October 2025 at 22:32 IST