अपडेटेड 24 May 2025 at 07:21 IST
Myanmar Earthquake: भूकंप से तबाह म्यांमार में फिर लगे झटके, धरती कांपी तो दहशत में लोग घरों से बाहर निकले
म्यांमार में एक बार फिर धरती कांपी जब आधी रात को रिक्टर स्केल पर 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से 40 किलोमीटर गहराई में था।
Myanmar Earthquake: म्यांमार में एक बार फिर धरती कांपी जब आधी रात को रिक्टर स्केल पर 4.0 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक, भूकंप का केंद्र जमीन से 40 किलोमीटर गहराई में था। म्यांमार में पहले भी भूकंप से भारी तबाही मच चुकी है।
मार्च की शुरुआत में, देश में 7.7 और 6.4 तीव्रता के भूकंप आए थे, जिससे व्यापक क्षति हुई थी और 100 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी। जिसके बाद लगातार आ रहे भूकंपों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहले से दक्षिण-पूर्व एशिया में गंभीर स्वास्थ्य खतरों की चेतावनी दे रखी है। WHO के मुताबिक, टीबी, HIV और जल-जनित बीमारियों के कारण पहले से विस्थापित हजारों लोगों की स्थिति और भी चिंताजनक हो गई है।
पहले ही आपदाओं से जूझ रहा म्यांमार
दरअसल, म्यांमार में आज (24 मार्च) आधी रात को एक बार फिर भूकंप के झटके महसूस किए गए। लोग डर के मारे घरों से बाहर निकल आए। फिलहाल किसी बड़े नुकसान की खबर नहीं है, लेकिन लगातार आ रहे भूकंपों ने स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल पैदा कर दिया है। यह झटका ऐसे समय में आया है जब म्यांमार पहले ही भूकंप जनित आपदाओं से जूझ रहा है। मार्च में आए 7.7 और 6.4 तीव्रता के भूकंपों ने देश को हिला कर रख दिया था। सैकड़ों मकान जमींदोज हो गए थे और हजारों लोग बेघर हो गए थे।
भारत ने दी थी म्यांमार को मदद
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पहले ही चेतावनी दी थी कि दक्षिण-पूर्व एशिया विशेषकर म्यांमार में तेजी से बढ़ते स्वास्थ्य खतरों का सामना करना पड़ सकता है। भारत भी इस संकट में म्यांमार की सहायता कर रहा है। 'ऑपरेशन ब्रह्मा' के तहत यांगून में भारतीय प्रवासियों को राहत दी जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सागाइंग फॉल्ट जैसी सक्रिय भूकंपीय संरचनाएं देश की 46% आबादी को खतरे में डालती हैं। म्यांमार की भौगोलिक स्थिति इसे भूकंप और संभावित सुनामी के लिहाज से अत्यंत संवेदनशील बनाती है।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 24 May 2025 at 07:14 IST