अपडेटेड 13 June 2024 at 11:52 IST

कुवैत अग्निकांड: बिल्डिंग में सामान की तरह‍ ठूंसे गए थे 196 मजदूर, फैली आग और नींद में आ गई मौत

दक्षिणी कुवैत में हुए इस भीषण अग्निकांड से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। एक 6 मंजिला में इमारत में लगभग 200 मजदूरों को कैसे रखा गया था इसकी जांच हो रही है।

Kuwait Fire Tragedy | Image: X

कुवैत में हुए भीषण अग्निकांड ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। इस अगलगी की घटना में अबतक 49 लोग अपनी जान गवा चुके हैं जबकि 50 से अधिक लोग जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। मरने वाले में 42 भारतीय बताए जा रहे हैं। इनमें से ज्यादातर दक्षिण राज्य केरल और तमिलनाडु के लोग बताए जा रहें है। मृतकों के शवों का स्वदेश लाने की तैयारी हो रही है। वहीं, घटना के बाद मृतकों के घरों में कोहराम मच गया है।

दक्षिणी कुवैत में हुए इस भीषण अग्निकांड से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। विदेशी मजदूरों वाली एक बहुमंजिला इमारत में भीषण आग लगने की घटना बुधवार तड़के चार बजे के आसपास की बताई जा रही है। 6 मंजिला इस  इमारत के किचन में आग लगी थी जो देखते ही देखते पूरी ब्लिडिंग में फैल गई। बिल्डिंग में रहने वाले ज्यादातर मजदूर नाइट शिफ्ट करके लौटे थे और सो रहे थे। आग ऐसी समय में लगी की लोगों को संभलने का भी मौका नहीं मिला।

प्रत्यक्षदर्शियों ने सुनाई भीषण अग्निकांड की कहानी

अधिकारियों के मुताबिक ज्यादातर लोगों की मौत धुएं से दम घुटने के कारण तब हुई, जब वह सोए हुए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने जो देखा वो भयावह था। इमारत में आग की लपटें दूर-दूर से दिखाई दे रही थी। लपटें इतनी भीषण थी कि देखकर लोग डर गए थे।एक प्रत्यक्षदर्शी ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि एक व्यक्ति ने इमारत की पांचवीं मंजिल से छलांग लगा दी और बालकनी के किनारे से टकराकर उसकी दुखद मौत हो गई। जान बचान के लिए मजदूर पांचवी मंजिल से छलांग लगा रहे थे।

6 मंजिला इमारत और 200 लोग

एक 6 मंजिला इमारत में लगभग 200 लोगों का एक साथ रहना कई सवाल खड़े करता है। हादसे को लेकर कुवैत सरकार गंभीर है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही जा रहा है। हादसे को कंपनी और भवन मालिकों के लालच का नतीजा बताया जा रहा है। बिल्डिंग में झमता से ज्यादा लोगों को रखा गया था। इमारत को एनबीटीसी समूह ने किराए पर ले रखा था।

बिल्डिंग का मालिक मलयाली कारोबारी

जिस इमारत में भीषण अग्निकांड की घटनी हुई है वह मलयाली कारोबारी केजी अब्राहम नाम के शख्स की बताई जा रही है। केजी अब्राहम केरल के तिरुवल्ला के बिजनेसमैन हैं,जिनकी कंपनी 1977 से कुवैत एंड इंटस्ट्रीज का हिस्सा है। मारे गए मजदूर इसी कंपनी में काम करते थे। पूरी बिल्डिंग में एंट्री गेट एक ही था। इमारत की छत पर जानें का कोई रास्ता नहीं था। जिस वजह मजदूर छत के रास्ते से भागने में असफल रहे।

कुवैत सरकार ने घटना की जांच के दिए आदेश

घटना के बाद कुवैत सरकार एक्शन में हैं क्योंकि सवाल सरकार पर भी खड़े हो रहे हैं।  कुवैत के अमीर शेख मेशाल अल-अहमद अल-जबर अल-सबाह ने भी अधिकारियों को भीषण आग की जांच करने का आदेश दिया। उन्होंने त्रासदी के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा देने की बात कही। वहीं, गृह मंत्री शेख फहद अल-यूसुफ अल सबाह ने आग की घटना की जांच के आदेश दे दिए है। साथ ही अल-मंगफ इमारत के मालिक तथा चौकीदार को पकड़ने के निर्देश भी जारी किए। 

शवों को स्वदेश लाने की तैयारी

वहीं, विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने घटना को लेकर कहा कि स्थिति यह है कि पीड़ित ज्यादातर लोग जल गए हैं और कुछ शव इतने जल गए हैं कि उनकी पहचान करना मुश्किल हो गया है। पीड़ितों की पहचान के लिए एक डीएनए परीक्षण चल रहा है। जैसे ही शवों की पहचान हो जाएगी, उनके परिजनों को सूचित कर दिया जाएगा और शवों को वापस वायुसेना के प्लेन से लाया जाएगा। हमारे पास कल रात के नवीनतम आंकड़े हैं, हताहतों की संख्या लगभग 48-49 है, इनमें से 42 या 43 भारतीय लोग हैं।
 

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Published By : Rupam Kumari

पब्लिश्ड 13 June 2024 at 11:52 IST