अपडेटेड 30 September 2025 at 20:39 IST

शांति प्रस्ताव मानने के लिए हमास के पास 3-4 दिन का समय, अगर नहीं माना तो होगा बहुत दुखद अंत... ट्रंप की चेतावनी

Donald Trump on Hamas: यदि हमास इस प्रस्ताव में देरी करता है या इसे अस्वीकार करता है, तो उपरोक्त कार्य, जिसमें बड़े पैमाने पर सहायता अभियान भी शामिल है, आईडीएफ से आईएसएफ को सौंपे गए आतंक-मुक्त क्षेत्रों में जारी रहेगा।

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (फाइल फोटो) | Image: The White House/X

Donald Trump on Hamas: सोमवार को अमेरिकी प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप और इसरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के बीच गाजा में शांति को लेकर व्हाइट हाउस में बैठक हुई। इस बैठक में पता चला कि इजरायल और हमास के बीच लंबे समय से चल रहे युद्ध का अंत करने के लिए डोनाल्ड ट्रंप ने प्लान तैयार कर लिया है। ट्रंप ने सोमवार को गाजा में शांति के लिए अपना रोडमैप सार्वजनिक रूप से जारी किया और कहा कि वह लगभग दो साल से चल रहे युद्ध को समाप्त करने के "बहुत करीब" हैं, जिसमें अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है।

डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के साथ बैठक के बाद शांति प्रस्ताव को दुनिया के सामने भी रखा। वहीं, आज मंगलवार को एक बार फिर से ट्रंप ने इस प्रस्ताव पर बोलते हुए हमास को कड़ी चेतावनी दी है। ट्रंप ने घोषणा की कि हमास के पास गाजा शांति प्रस्ताव को स्वीकार करने के लिए तीन से चार दिन का समय है। अगर वह प्रस्ताव को मान लिया तो ठीक है नहीं तो इसका अंत काफी दुखद होगा।


इसका बहुत दुखद अंत होगा - डोनाल्ड ट्रंप 

अमेरिका में पत्रकारों से अपने इस शांति प्रस्ताव पर बात करते हुए अमेरिकी प्रेसिडेंट ट्रंप ने कहा, "हम तीन से चार दिन तक इस पर काम करेंगे। हम देखेंगे कि यह कैसा रहता है।"

उन्होंने बताया, "सभी अरब देश इस पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। सभी मुस्लिम देश इस पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। इजरायल भी इस पर हस्ताक्षर कर चुका है। हम बस हमास का इंतजार कर रहे हैं और हमास या तो ऐसा करेगा या नहीं करेगा। यदि ऐसा नहीं होता है तो इसका बहुत दुखद अंत होगा।"

हमास को सहमत होना होगा - डोनाल्ड ट्रंप 

न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप ने कहा, “मैंने बहुत सारे युद्ध सुलझाए हैं... कल, हम शायद उनमें से सबसे बड़े युद्ध को सुलझा लेते। हालांकि मुझे यकीन नहीं है, पाकिस्तान और भारत बहुत बड़े थे। दोनों परमाणु शक्तियां। मैंने उसे सुलझा लिया। लेकिन कल मध्य पूर्व में समझौता हो सकता है। ऐसा 3,000 सालों से नहीं हुआ है... हमास को सहमत होना होगा। अगर वे नहीं मानते हैं, तो यह उनके लिए बहुत कठिन होगा... सभी अरब राष्ट्र, मुस्लिम राष्ट्र, सहमत हो गए हैं। इजरायल सहमत हो गया है। यह एक आश्चर्यजनक बात है... आप कभी नहीं जानते कि युद्ध में क्या होने वाला है।”

प्रस्ताव की कुछ बड़ी बातें 

यहां बता दें कि बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा 20-सूत्रीय योजना को स्वीकार करने के बाद, ट्रंप ने गाजा संघर्ष समाप्त होने की आशा व्यक्त की थी। इस प्रस्ताव के लिए हमास की स्वीकृति जरूरी है।

  • प्रस्ताव में हमास से युद्ध विराम, मानवीय सहायता और गाजा के पुनर्निर्माण के लिए प्रतिबद्धता की बात कही गई है। इसमें कहा गया है कि सभी बंधकों की रिहाई के बाद, इजरायल 250 आजीवन कारावास की सजा पाए कैदियों और 7 अक्टूबर 2023 के बाद हिरासत में लिए गए 1700 गाजावासियों को रिहा करेगा।
  • हमास और अन्य गुट गाजा के शासन में प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष या किसी भी रूप में कोई भूमिका नहीं निभाने पर सहमत होंगे। सुरंगों और हथियार उत्पादन सुविधाओं सहित सभी सैन्य, आतंकवादी और आक्रामक ढाँचे को नष्ट कर दिया जाएगा और उनका पुनर्निर्माण नहीं किया जाएगा।
  • यदि हमास इस प्रस्ताव में देरी करता है या इसे अस्वीकार करता है, तो उपरोक्त कार्य, जिसमें बड़े पैमाने पर सहायता अभियान भी शामिल है, आईडीएफ से आईएसएफ को सौंपे गए आतंक-मुक्त क्षेत्रों में जारी रहेगा।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका शांतिपूर्ण और समृद्ध सह-अस्तित्व के लिए राजनीतिक क्षितिज पर सहमति बनाने हेतु इजरायल और फिलिस्तीनियों के बीच वार्ता स्थापित करेगा।

 

ये भी पढ़ें - अब या तो युद्ध खत्म, नहीं तो इजरायल करेगा हमास का अंत! ट्रंप के 20 पॉइंट्स के प्लान में और क्या-क्या?
 

Published By : Amit Dubey

पब्लिश्ड 30 September 2025 at 20:39 IST