अपडेटेड 16 June 2025 at 16:28 IST
VIRAL VIDEO: लापरवाही से चला रहा था बाइक, महिला ने किया विरोध तो रैपिडो राइडर ने ऐसे जड़ा थप्पड़, बीच सड़क पर गिर गई लेडी
देश की टेक्नोलॉजी राजधानी बेंगलुरु में बाइक टैक्सियां शहरी यातायात का अहम हिस्सा बन चुकी हैं। इस क्षेत्र में रैपिडो सबसे बड़ी सेवा प्रदाता बनकर उभरी है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग 60% है। रैपिडो के जरिए हर दिन करीब 16.5 लाख लोग यात्रा करते हैं। यह सेवा केवल यात्रियों के लिए सुविधा नहीं है, बल्कि रोजगार का बड़ा स्रोत भी बन चुकी है।
Rapido Rider Slapped Women: बेंगलुरु के जयनगर इलाके से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक रैपिडो बाइक ड्राइवर को महिला यात्री के साथ मारपीट करते हुए देखा जा सकता है। मिली जानकारी के अनुसार, महिला ने सफर के दौरान बाइक ड्राइवर की लापरवाही भरी ड्राइविंग पर आपत्ति जताई थी। लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब दोनों के बीच संवाद ठीक से नहीं हो पाया, महिला केवल अंग्रेजी बोल पा रही थी जबकि ड्राइवर सिर्फ कन्नड़ भाषा समझता था। भाषा की इस दीवार के चलते बहस तेज हो गई। बताया जा रहा है कि महिला ने किराया देने और हेलमेट लौटाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद स्थिति और तनावपूर्ण हो गई।
वीडियो में देखा गया कि ड्राइवर ने महिला को थप्पड़ मारा, जिससे वह नीचे गिर गई। जानकारी के अनुसार, पीड़ित महिला एक आभूषण की दुकान में काम करती है। घटना के वायरल होने के बाद लोगों में आक्रोश फैल गया है और मामले की जांच की मांग की जा रही है। बेंगलुरु के जयनगर इलाके में रैपिडो ड्राइवर और महिला यात्री के बीच हुई मारपीट की घटना का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो की शुरुआत में दोनों के बीच बहस होती दिख रही है, जबकि आसपास मौजूद लोग उन्हें शांत कराने और मामले को सुलझाने की कोशिश करते हैं। लेकिन तमाम प्रयासों के बावजूद विवाद बढ़ता गया। हैरानी की बात यह रही कि जब ड्राइवर ने महिला को थप्पड़ मारा और वह नीचे गिर गई, तब भी किसी ने उसे रोकने की कोशिश नहीं की। यह दृश्य लोगों के बीच आक्रोश का कारण बना हुआ है।
महिला सुरक्षा पर सवाल खड़ा करती है ये घटना
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, अधिकारियों ने महिला से एफआईआर दर्ज कराने का अनुरोध किया था, लेकिन उसने मामला आगे न बढ़ाने का निर्णय लिया। इसके बाद पुलिस ने एक गैर-संज्ञेय रिपोर्ट (Non-Cognizable Report) दर्ज की है और घटना की जांच जारी है। यह मामला न केवल महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े करता है, बल्कि सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की निष्क्रियता और संवेदनहीनता पर भी चिंता जताई जा रही है। कर्नाटक में बाइक टैक्सी सेवाओं को लेकर लंबे समय से विवाद चला आ रहा था। राज्य सरकार का तर्क है कि ये सेवाएं मोटर व्हीकल एक्ट के तहत पूरी तरह से प्रमाणित और लाइसेंस प्राप्त नहीं हैं, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को खतरा हो सकता है। वहीं, कंपनियां इसे सुविधाजनक और किफायती ट्रांसपोर्ट विकल्प बता रही थीं।
कर्नाटक में अवैध हैं बाइक टैक्सियां
कर्नाटक में रैपिडो और उबर जैसी दोपहिया टैक्सी सेवाओं पर अब पूरी तरह से रोक लगने जा रही है। दरअसल, अप्रैल 2025 में ही कर्नाटक हाई कोर्ट ने स्पष्ट निर्देश दिया था कि राज्य में बाइक टैक्सियां अवैध हैं और इन्हें सड़कों से हटाया जाना चाहिए। इसके बावजूद कुछ कंपनियों द्वारा सेवाएं जारी रखी गईं, जिस पर अब सरकार सख्त रुख अपनाने जा रही है। राज्य के परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी ने इस मुद्दे पर बयान देते हुए कहा, 'तीन महीने पहले अदालत ने फैसला दिया था कि बाइक टैक्सी अवैध हैं। उन्हें छह सप्ताह का समय दिया गया था। फिर उनके अनुरोध पर छह सप्ताह और दिए गए। अब कुल 12 सप्ताह बीत चुके हैं, और एग्रीगेटर्स को अदालत के आदेश का पालन करना ही होगा।' इसका सीधा मतलब है कि अब रैपिडो, उबर मोटो और अन्य दोपहिया टैक्सी सेवाएं कर्नाटक की सड़कों पर नहीं चल सकेंगी। परिवहन विभाग ऐसे वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी में है जो अब भी संचालन कर रहे हैं।
Published By : Ravindra Singh
पब्लिश्ड 16 June 2025 at 15:57 IST