अपडेटेड 22 October 2025 at 14:23 IST
CCTV: करोड़पति के बेटे ने जगुआर कार से 6 को रौंदा, कई फीट उछलकर गिरा युवक, मौत... गुस्साई भीड़ ने कार को तोड़ा, आरोपी गिरफ्तार
प्रयागराज में जगुआर कार से 6 लोगों को कुचलने वाली घटना का CCTV सामने आया है। करोड़पति रचित मध्यान को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया है। हादसे में एक की मौत हो गई थी और 5 लोग घायल हो गए थे। पढ़ें पूरी घटना का खुलासा।
प्रयागराज में 19 अक्टूबर को हुए एक भयानक सड़क हादसे ने पूरे शहर को हिला कर रख दिया। शहर के चर्चित कामधेनु स्वीट्स के मालिक करोड़पति कारोबारी वासुदेव मध्यान के बेटे रचित मध्यान ने अपनी लग्जरी जगुआर कार से 6 लोगों को कुचल दिया। वहीं अब उस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।
इस हादसे में एक इलेक्ट्रीशियन की मौत हो गई, जबकि बाकी 5 लोग घायल हो गए। फिलहाल पुलिस ने रचित पर गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कर उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में नैनी जेल भेज दिया है।
CCTV में दिखी गाड़ी की स्पीड, डिवाइडर पर जा चढ़ी
वीडियो में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि गाड़ी की स्पीड कितनी ज्यादा थी, जगुआर कभी डिवाइडर पर चढ़ रही थी तो कभी आगे जाके लोगों को रौंधती चली गई।
पुलिस जांच में सामने आए 2 सीसीटीवी फुटेज हादसे की भयावहता को उजागर करते हैं। फुटेज में दिखा कि जगुआर कार डिवाइडर पर चढ़ जाती है, फिर अचानक स्पीड बढ़ जाती है। दीये की दुकान पर खड़े एक व्यक्ति को जोरदार टक्कर लगती है, जो सड़क पर गिरकर तड़पने लगता है। उस बाइक सवार युवक को गाड़ी इतनी तेज रफ्तार से उड़ा देती है कि वह 6 फीट ऊपर उछलकर दूर गिरता है।
प्रत्यक्षदर्शी रामानंद अग्रहरि ने बताया कि, 'कार की स्पीड 100 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा थी। पहले चौराहे पर कटलेट के ठेले से टकराई, जिसमें दुकानदार और उसका 10 साल का बेटा घायल हो गया।
पुलिस को मिल गए सबूत
ये फुटेज पुलिस की केस डायरी में शामिल हैं और जांच के लिए अहम सबूत माने जा रहे हैं। हादसा राजरूपपुर इलाके में दिवाली की तैयारी के दौरान हुआ, जब इलाके में भीड़ उमड़ी हुई थी। रचित एल्गिन क्लब में चंद्रकला यूनिवर्सल प्राइवेट लिमिटेड के साथ क्रिकेट मैच हारने के बाद अपनी जगुआर कार से लौट रहे थे। अचानक कार बेकाबू हो गई और छह लोगों, इलेक्ट्रीशियन प्रदीप पटेल, उमेश, आयुष समेत बाकियों को रौंद दिया। प्रदीप पटेल की मौके पर मौत हो गई।
युवक की मौत के बाद लोगों का फूटा गुस्सा, गाड़ी तोड़ी
गुस्साए ग्रामीणों ने कार पर ईंट-पत्थर बरसाए और तोड़फोड़ की। रचित हादसे के बाद कार के अंदर ही बंद हो गए। चश्मदीदों के मुताबिक, कार लॉक थी और वे ड्राइविंग सीट पर बैठे रहे। पुलिस ने उन्हें बाहर निकालकर तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा। पहले केस में सिर्फ लापरवाही से वाहन चलाने का आरोप था, लेकिन मौत के बाद गैर-इरादतन हत्या (IPC धारा 304A) जोड़ी गई।
हादसे के बाद रचित को पहले प्रयागराज के कॉल्विन अस्पताल ले जाया गया, फिर SRN अस्पताल से लखनऊ के प्राइवेट हॉस्पिटल रेफर किया गया। मंगलवार दोपहर पुलिस टीम ने FIR में नई धारा जोड़ने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया। डॉक्टरों ने स्वास्थ्य में सुधार बताते हुए डिस्चार्ज दिया। रात में गोपनीय तरीके से प्रयागराज लाकर मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। मजिस्ट्रेट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत का आदेश देते हुए उन्हें नैनी जेल भेज दिया।
Published By : Nidhi Mudgill
पब्लिश्ड 22 October 2025 at 14:23 IST