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पब्लिश्ड Mar 11, 2019 at 12:43 PM IST

SUPER EXCLUSIVE: टेलीविजन पर पहली बार; बालाकोट पर एयर स्ट्राइक की कहानी, चश्मदीद की जुबानी

पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर आतंकी हमले में 41 जवान शहीद होने जहां पूरे देश में पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा था, वहीं सरकार पर भी कार्रवाई करने का दवाब था। पुलवामा हमले के 2 हफ्तों के भीतर ही यानि 26 फरवरी को भारतीय वायु सेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिवारों पर भारी बमबारी की थी।

भारतीय वायुसेना की एयरस्ट्राइक पर सवाल उठाने वालों को हमनें 7 मार्च को मुंहतोड़ जवाब दिया था और एयरस्ट्राइक के EXCLUSIVE सबूत दिखाए थे और आज हम आपको इसी एयर स्ट्राइक पर सबसे बड़ी गवाही सुनाने जा रहे हैं। बालाकोट एयर स्ट्राइक की ये सच्चाई सबूत गैंग का मुंह बंद कर देगी। रिपब्लिक भारत आपको 1 हफ्ते में दूसरी बार इस एयर स्टाइक का सबसे बड़ा सबूत दिखाने जा रहा है।

इसी एयर स्ट्राइक पर सबसे बड़ी गवाही सुनाने जा रहे हैं। ये गवाही बालाकोट के उस चश्मदीद की है।  जो एयरस्ट्राइक के वक्त वहां मौजूद था और उसनी अपनी आंखों से सबकुछ देखा। वो बताएगा कि कैसे पाकिस्तान सेना आतंकवादियों को ट्रेनिंग देती है।

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सुनिए, उस चश्मदीद की जुबानी एयर स्ट्राइक की कहानी 

"ये हिंदुस्तानी जंगी जहाजों ने जो बालाकोट पर हमला किया है मैं तकरीबन सबको जानता हूं इनका ज्यादातर ताल्लुक जैश-ए-मोहम्मद से है इसमें जो ज्यादातर मारे गए हैं जैश-ए-मोहम्मद से हैं अब मैं कुछ नाम तुम्हारे साथ शेयर कर रहा हूं इनको जरा अपने माइंड में रखना अब्दुर रज्जाक है एक लाहौर के मेजर कराची का अल्ताफ अली चौधरी है रावलपिंडी का मदस्सर अली बहावलपुर के उस्ताद मोहसिन, बन्नू के दो भाई, अली खटक, बहादुर खटक ये दोनों मारे गए हैं गुजरावालां का था एक उसी तंजीम का था वो बड़ा मेजर बंदा उन्होंने मारा है जैश-ए-मोहम्मद से उसका ताल्लुक था 

सॉफ्टवेयर का एक्सपर्ट राणा मोहसुन अली, मियांवली के तौफीक उमर, मोईन अली, सरदार सुहेल, डेरा गाजी खान के कैप्टन रिटायर्ड मुश्ताक, मंडी बावलदीन के शैरयारदीन 
मॉडल टाउन कराची के वीडियो एडिटिंग स्पेशलिस्ट अली शेख नाम है उसका 
डेरा इस्माइल खान के आईडी एक्सपर्ट इंजीनियर राणा, ये कुछ नाम है जो मेरे इल्म में थे 
मैं इनकी पूरी इत्तला दे रहा हूं ये कन्फर्म नहीं है कि इनकी तादाद कितनी है समझ गए हो ?

इस फौज ने दिन रात बालाकोट को घेरे में लिया हुआ है लोगों को मार रहे हैं मोबाइल इनसे छीने जा रहे हैं 
इन्होंने इलाके में इंटरनेट भी बंद कर दिया है ताकि वीडियो, फोटो लोग न फैला सके, लेकिन ये मौके का मंजर था बड़ा दर्दनाक था 
क्योंकि जख्मी लोगों को ये मेडिकल सुविधाएं भी नहीं दे रहे थे और जो जख्मी थे यकीन मानिए वो चीख-चीखकर इनसे मदद मांग रहे थे 
लेकिन ये फौजी थे यकीन मानिए इतने बेरहम और जालिम थे इन्होंने डॉक्टर तक वहां नहीं जाने दिया है 

तकरीबन ज्यादातर तादाद में इन्होंने लाशें जलाई भी हैं गाड़ियों से पेट्रोल निकाला है जो पेट्रोल इनके पास था लाशों को जलाया भी है 
और जो बच गए थे एक नदी है कुनहार उसमें उन्हें फेंक दिया, ताकि कोई भी सुराग न मिल सके, लेकिन इतना रफा-दफा करने के बावजूद भी लोगों के पास वीडियो व्हाट्सअप पर मौजूद है वे एक - दूसरे को भेज भी रहे हैं ऐसा मुझे लग रहा है हिंदुस्तानी हमले से जैश-ए-मोहम्मद और ISI में जबरदस्त खौफ है और अब इन्होंने सभी लड़के वजीरिस्तान अफगानिस्तान बॉर्डर के इलाके में भेज दिए हैं। समझ गए हो न। जबसे ये सारा कुछ हुआ है इन्होंने सारे लड़के शिफ्ट कर दिए हैं  वजीरिस्तान अफगानिस्तान बॉर्डर के इलाके में भेज दिए हैं

अगर अगला हमला हिंदुस्तानी जंगी जहाज पाकिस्तानी आर्मी कैंप पर करते हैं उनको मुंह छिपाने की जगह नहीं मिलेगी। अब हमें उम्मीद है कि हिंदुस्तानी फौजें जो हमला कर रही हैं और दहशतगर्दों को मार रही हैं। हमेशा-हमेशा के लिए हमें इनसे निजात मिल जाएगी।"

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गौरतलब है कि तकरीबन 5 दिन पहले यानि 7 मार्च को रिपब्लिक भारत ने एयर स्ट्राइक के सबूत दिखाए थे।

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रिपब्लिक भारत ने बताया था कि सबसे बड़ा बदला को अंजाम तक पहुंचाने के लिए काफी रणनीति तैयार की गई थी। JeM, LeT, HM का ट्रेनिंग कैंप पर हमला करके करीब 200-300 आतंकियों को ढेर कर दिया और उनके ठिकानों को नेस्तानाबूत कर दिया।

 

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