अपडेटेड 11 March 2025 at 18:05 IST

X Global Outage: क्या होता है DDoS अटैक? जिससे दुनिया के सबसे अमीर शख्स मस्क के X को साइबर हमलावरों ने किया डाउन

X Global Outage: क्या होता है DDoS अटैक? इससे दुनिया के सबसे अमीर शख्स मस्क के X को साइबर हमलावरों ने डाउन कर दिया।

एलन मस्क के X को DDoS ने किया था डाउन! | Image: Reuters

X Global Outage: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पिछले दिन, सोमवार को महज 24 घंटे में कई बार डाउन हो गया। इसे लेकर मस्क ने साइबर अटैक का गंभीर आरोप लगाया है। एलन मस्क ने दावा किया है कि एक्स पर या तो एक बड़े ग्रुप और/या एक देश की तरफ से अटैक किया गया था। हालांकि, मस्क ने साइबर हमले के कोई सबूत नहीं दिए हैं। ऐसे में विशेषज्ञों का मानना ​​है कि एक्स पर DDoS का हमला हुआ था।

बता दें, X सोमवार को महज 6 घंटे के भीतर 3 बार दुनियाभर में डाउन हुआ। इस वजह से यूजर्स को लॉग-इन करने और पोस्ट करने में दिक्कत आ रही थी। वहीं, मंगलवार की सुबह भी X पर कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ा। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर डीडीओएस अटैक क्या है और यह कितना प्रभावी है?

क्या है DDoS साइबर अटैक?

लैसे तो साइबर हमले कई तरह के होते हैं। उनमें से ही एक, DDoS हमला कई डिवाइस को प्रभावित कर सकता है। इसकी वजह से कोई सर्विस, वेबसाइट या सर्वर पर बहुत ही ज्यादा मात्रा में ट्रैफिक आ सकता है। इसका असर इतना ज्यादा होता है, कि जिस टारगेट पर ये हमला किया गया है, वो पूरी तरह से डैमेज हो जाता है या फिर उसकी स्थिति इतनी खराब हो जाती है कि यूजर्स को परेशानी होने लगती है।

बैंक सर्वर और सरकारी वेबसाइट जैसे प्लेटफॉर्म पर होता है हमला

DDoS हमले अक्सर बैंक सर्वर, सरकारी वेबसाइट और X जैसे प्लेटफॉर्म को टारगेट करने के लिए किए जाते हैं। खास बात ये है कि इन सेवाओं पर लाखों उपयोगकर्ताओं के डेटा होते हैं। DDoS हमले बड़े सर्वर या नेटवर्क को ठप करने में अत्यधिक प्रभावी होते हैं। वे मैलवेयर इंफेक्शन के माध्यम से टारगेट तक पहुंचने वाले डिवाइस को 'बॉट' में बदलने के लिए एक प्रॉसेस का उपयोग करते हैं।

ऐसे काम करता है DDoS अटैक

हमले के बाद बॉटनेट बनने के बाद, हमलावर एक सेंट्रल सिस्टम के माध्यम से मीलों दूर बैठकर ही इन डिवाइस तक पहुंच जाता है। इसके बाद बॉटनेट की मदद से टारगेट को भारी मात्रा में डेटा या रिक्वेस्ट भेजता है। ये रिक्वेस्ट एक या दो नहीं बल्कि एक बड़ी संख्या में टारगेट के CPU, बैंडविड्थ और मेमोरी जैसे सोर्स को प्रभावित करता है, जिससे यह स्लो हो जाता है, क्रैश हो जाता है, या घंटों तक खराब भी हो सकता है।

DDoS हमले को कैसे रोका जाता है?

सर्वर या नेटवर्क में DDoS हमले का पता चलने के बाद, फायरवॉल और IPS को मजबूत किया जाता है। अन्य तरीकों में ट्रैफिक सर्ज को कंट्रोल करने के लिए दर सीमित करना और अतिरिक्त ट्रैफिक को अवशोषित करने के लिए कंटेंट डिलीवरी नेटवर्क (CDN) को अपनाना शामिल है।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 11 March 2025 at 17:23 IST