अपडेटेड 2 June 2025 at 23:45 IST

क्या पृथ्वी पर आने वाली है तबाही? वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी, घट सकती है विनाशकारी घटना

एक स्टडी के अनुसार वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि भविष्य में पृथ्वी की किसी दूसरे ग्रह के साथ टक्कर हो सकती है। इसकी वजह से धरती पर विनाशकारी घटना देखने को मिल सकती है।

क्या लौट रही है धरती पर तबाही? | Image: File

हाल ही में वैज्ञानिकों द्वारा की गई स्टडी में यह चेतावनी दी गई है कि भविष्य में पृथ्वी की किसी अन्य ग्रह से टक्कर हो सकती है। इसकी वजह से विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। स्टडी के अनुसार अंतरिक्षीय पिंडों की गतिशीलता और उनके पृथ्वी के साथ संभावित टकराव की संभावना पर यह निर्भर करता है कि परिणाम कितना विनाशकारी हो सकता है।

रिपोर्ट में अपोफिस (Apophis) नामक क्षुद्रग्रह के बारे में बताया गया है, जो 2029 में पृथ्वी के निकट से गुजरने वाला है। वैज्ञानिकों ने इस निकटता के प्रभावों का विश्लेषण किया है। विश्लेषण में पाया गया कि पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति अपोफिस की सतह और उसके आसपास के वातावरण को प्रभावित कर सकती है। हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वर्तमान में यह क्षुद्रग्रह पृथ्वी से टकराने की संभावना नहीं है। लेकिन इसके पृथ्वी के नजदीक आने पर क्या प्रभाव होगा इसपर स्टडी करना जरूरी है।

इस अध्ययन में विभिन्न घनत्वों के साथ अपोफिस के मॉडल बनाए गए और उसके सतह कोणों में संभावित परिवर्तन का विश्लेषण किया गया। स्टडी में यह पता चला है कि कम घनत्व वाले मॉडलों में सतह के ढलान में अधिक परिवर्तन होता है, जबकि उच्च घनत्व वाले मॉडलों में यह परिवर्तन कम होता है।

पृथ्वी पर आने वाले खतरों के बारे में मिलेगी जानकारी

इसके अलावा, अध्ययन में यह भी पाया गया कि सूर्य के विकिरण दबाव और पृथ्वी की गुरुत्वाकर्षण शक्ति के संयुक्त प्रभाव से अपोफिस के आसपास के कणों की गतिशीलता प्रभावित होती है। विशेष रूप से, छोटे आकार के कणों पर इन प्रभावों का अधिक प्रभाव पड़ता है, जिससे उनकी कक्षा में स्थिरता प्रभावित हो सकती है। वैज्ञानिकों का मानना है कि इस अध्ययन से जो भी जानकारी हासिल होगी, उससे भविष्य में पृथ्वी के लिए संभावित खतरों की पहचान की जा सकेगी और उससे निपटने की रणनीतियों को तैयार करने का समय मिलेगा।

पहले भी धरती के विनाश की हो चुकी है भविष्यवाणी

पहले भी कई बार पृथ्वी पर ऐसे विनाशकारी घटनाओं की भविष्यवाणी की जा चुकी है। मायन कैलेंडर के एक चक्र के समाप्त होने के कारण 21 दिसंबर 2012 को दुनिया के अंत की भविष्यवाणी की गई थी। हालांकि, यह केवल एक कैलेंडर चक्र का अंत था, न कि पृथ्वी का। एक अध्ययन के अनुसार, सूर्य के विकास के कारण पृथ्वी के वायुमंडल से ऑक्सीजन समाप्त हो जाएगी, जिससे जीवन असंभव हो जाएगा।

इसे भी पढ़ें: क्या है FPV ड्रोन की खासियत? जिससे यूक्रेन ने रूस के एयरबेस पर हमला कर पुतिन को दिया झटका; दुनिया में युद्ध का ज्वाला फिर भभकने का डर

Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 2 June 2025 at 23:45 IST