अपडेटेड 27 May 2025 at 19:59 IST

17 साल के लड़के ने NASA की बेवसाइट को किया हैक, खामी सुधारने के बाद बिहार के लाल की अमेरिकी एजेंसी हुई मुरीद; खूब हो रही वाहवाही

बिहार के लाल का अमेरिका की धरती पर सम्मान हो रहा है। समस्तीपुर के रामजी राज ने NASA की वेबसाइट को गैक करके उनकी खामिया बताई। इसके लिए NASA ने रामजी की सराहना की और उन्हें हॉल ऑफ फेम में शामिल किया।

बिहार के 17 साल के रामजी राज ने NASA की वेबसाइट को हैक किया। | Image: @iBhumihar_Girl-X

बिहार में कला और प्रतिभा की कमी नहीं है, ऐसा एक बार फिर से साबित हो गया। सड़क से लेकर सरकार और सीमा तक बिहारी अपनी प्रतिभा के दम तक हरफ पहचान बना रहे हैं। ऐसा ही कुछ बिहार के समस्तीपुर जिले के इस 17 साल के लड़के ने किया है। समस्तीपुर के रहने वाले  रामजी राज ने कुछ ऐसा किया, जिससे एक बिहारी प्रतिभा की ताकत आज दुनियाभर ने देख ली। दरअसल, रामजी ने NASA की आधिकारिक वेबसाइट को हैक करके उसमें एक बेहद जरूरी BUG खोज निकाली। रामजी की प्रतिभा से प्रभावित होकर NASA ने उन्हें अपने हॉल ऑफ फेम में शामिल कर लिया।

रामजी ने 14 मई की रात 2 बजे करीब 50 अलग-अलग वेबसाइटों पर साइबर सेक्योरिटी स्कैनिंग कर रहे थे। इस दौरान ही उन्हें नासा की वेबसाइट में एक तकनीकी खामी का पता चला। इन खामियों की पुष्टि करने के लिए उन्होंने एथिकली एक्सप्लॉइट टेस्ट किया। जब खामी की पुष्टि हो गई, तो इन्होंने बिना देर लगाए, पूरी डिटेल्स के साथ NASA को ईमेल किया। वहीं नासा ने 19 मई तक रामजी की ओर से खोजे गए इन खामियों पर काम करके उसे ठीक किया।

व्हाइट हैट हैकर के रूप में पहचाने जाते हैं रामजी

रामजी को व्हाइट हैट हैकर के रूप में भी जाना जाता है। व्हाइट हैट हैकर को नैतिक हैकर भी कहा जाता है, जो खास तौर से साइबर सेक्योरिटी के एक्सपर्ट होते हैं। व्हाइट हैट हैकर किसी भी सिस्टम या वेबसाइट की खामियों का पता लगाते हैं, और फिर इसके बारे में संबंधित संगठन को जानकारी भी देते हैं। व्हाइट हैट हैकर को ब्लैक हैट हैकर से बचाने के लिए काम करते हैं। व्हाइट हैट हैकर गलत तरीके से या गलत भावनाओं के साथ काम करने वालों से लोगों को बचाने के उद्देश्य से काम करते हैं।

साइबर सुरक्षा की मजबूती से आगे बढ़ेगा देश: रामजी

रामजी ने अपने काम में दिलचस्पी को लेकर कहा, "देश को साइबर सुरक्षा में मजबूत बनाना है, ताकि इंटरनेट की दुनिया में देश तेजी से आगे बढ़ सके। आने वाले दिनों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ही भविष्य है। इसके लिए एक सुरक्षित माहौल कायम करना हम सबों की जिम्मेदारी है। इसके लिए अनवरत प्रयास किया जा रहा, ताकि हम आने वाले दिनों में दूसरे देश से अधिक मजबूत बन सके।"

पुलिस और छात्रों को साइबर से जुड़ी ट्रेनिंग भी देते हैं रामजी

उन्होंने बताया कि इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने उनके जीवन पर आधारित पर फिल्म भी बनाया है। साथ ही वे ऑनलाइन और ऑफलाइन माध्यम से देशभर के अलग-अलग जगहों पर छात्र-छात्राओं के साथ ही पुलिस पदाधिकारियों को साइबर से जुड़ी ट्रेनिंग देते रहते है। इसके साथ ही वह साइबर क्राइम की जांच में मदद भी करते हैं।

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Published By : Kanak Kumari Jha

पब्लिश्ड 27 May 2025 at 18:43 IST