अपडेटेड 16 February 2024 at 20:42 IST
WFI से बैन हटने के बाद Sanjay Singh का फरमान, कहा- 'मैं बजरंग, विनेश और साक्षी को...'
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) से UWW के बैन हटने के बाद फिर विवाद बढ़ गया है। Sanjay Singh ने बजरंग, विनेश और साक्षी मलिक को लेकर बयान दिया है।
Suspended WFI President Sanjay Singh Big Comment on Bajrang, Vinesh & Sakshi: पिछले कुछ समय से विवादों में रहे भारतीय कुश्ती संघ (WFI) एक बार फिर सुर्खियों में है। दरअसल कुश्ती की वैश्विक संचालन संस्था यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (UWW) ने शर्तों के साथ WFI पर लगे बैन को हटा दिया है, जिसके बार पहलवान और निलंबित WFI अध्यक्ष संजय सिंह (Sanjay Singh) फिर आमने-सामने आ गए हैं।
WFI पर प्रतिबंध हटने के बाद भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Punia) निलंबित WFI अध्यक्ष संजय सिंह (Sanjay Singh) पर हमलावर हुए तो वहीं अब संजय सिंह ने पलटवार किया है। दरअसल संजय सिंह ने एक बयान दिया है, जिससे बजरंग पूनिया (Bajrang Punia), विनेश फोगाट (Vinesh Phogat), साक्षी मलिक (Sakshi Malik) और तमाम उन पहलवानों को मिर्ची लग जाएगी, जिन्होंने WFI के खिलाफ मोर्चा खोला था।
बजरंग, विनेश और साक्षी पर संजय सिंह का बयान
दरअसल यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग ने जल्द से जल्द चुनाव कराने और प्रदर्शनकारी पहलवानों के साथ भेदभाव न किए जाने की शर्त पर WFI से बैन हटाया है। इसको देखते हुए संजय सिंह ने आश्वासन दिया है कि विरोध करने वाले पहलवानों की तिकड़ी बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक को किसी भी भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा और वो महाराष्ट्र में होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर ट्रायल में हिस्सा लेने के लिए व्यक्तिगत रूप से उनसे संपर्क करेंगे। संजय सिंह ने पीटीआई से कहा-
हमने भारतीय कुश्ती को आगे ले जाने की योजना बनाना शुरू कर दिया है। हम जल्द ही महाराष्ट्र में ओलंपिक क्वालीफाइंग प्रतियोगिता के लिए ट्रायल्स आयोजित करेंगे। इस राज्य में अच्छा बुनियादी ढांचा है। मैं बजरंग, विनेश और साक्षी से सबकुछ भूलकर ट्रायल्स की तैयारी शुरू करने और देश के लिए पदक जीतने के लिए कहूंगा।
बता दें कि संजय सिंह का ये बयान तब आया है, जब बजरंग पूनिया ने उन पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। बजरंग ने दो दिन पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी संजय सिंह पर ताबड़तोड़ हमले किए थे।
बजरंग ने आरोप लगाया था कि संजय सिंह ने UWW के साथ सेटिंग करके WFI से बैन हटवा लिया है।
यहां तक कि बजरंग ने संजय सिंह के खुद दोबारा अध्यक्ष बनने का भी दावा किया था।
बजरंग ने संजय सिंह पर क्या कहा?
बजरंग पूनिया ने आरोप लगाते हुए कहा था कि संजय सिंह WFI के भंग होने के बाद भी खुद को सरकार से ऊपकर रखकर काम कर रहे हैं। बजरंग ने दावा किया था कि संजय सिंह सभी राज्यों में कुश्ती संघ के चुनाव करवा रहे हैं। यहां तक कि वो खुद के निलंबित और WFI के भंग होने के बाद भी संघ के पैसे का इस्तेमाल कर रहे हैं। बजरंग ने दावा किया था कि भारतीय कुश्ती संघ के भंग होने के बाद कोई भी अधिकारी पैसे को हाथ नहीं लगा सकता। बता दें कि खेल मंत्रालय ने पहलवानों के विरोध के बाद और फिर नियमों का हवाला देते हुए संजय सिंह की अध्यक्षता वाले WFI को भंग कर दिया था। तभी से ही भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) की एडहॉक कमेटी WFI का कामकाज संभाल रही है। ऐसे में सवाल ये है कि संजय सिंह ने आखिर किस आधार पर बजरंग, विनेश और साक्षी को ट्रायल के लिए भूलाने की बात कही है।
'तीनों पहलवानों को संदेश भेजूंगा'
संजय सिंह ने अपने बयान में कहा-
मैं इन तीनों पहलवानों को ईमेल और वाट्सअप संदेश भेजूंगा ओर जरूरत पड़ी तो मैं उन्हें फोन भी करूंगा। मैं साक्षी से उनके संन्यास के फैसले पर दोबारा विचार के लिए और ओलंपिक पदक जीतने के लिए एक और प्रयास करने के लिए भी कहूंगा।
बता दें कि अभी तक भारत ने महिलाओं की 53 किग्रा स्पर्धा में अंतिम पंघाल के जरिए ही पेरिस ओलंपिक कोटा हासिल किया है। भारत पुरुषों के फ्रीस्टाइल, ग्रीको रोमन और महिला कुश्ती में 17 और वजन वर्गों में क्वालीफाई कर सकता है। पहलवानों के पास 19 से 21 अप्रैल तक बिश्केक में होने वाली एशियाई क्वालीफाइंग प्रतियोगिता और 9 से 12 मई तक इस्तांबुल में होने वाले विश्व क्वालीफायर के जरिए ओलंपिक में क्वालीफाई करने के दो आखिरी मौके हैं।
WFI से बैन हटने पर संजय सिंह
संजय सिंह ने WFI से बैन हटने पर कहा-
हमने UWW को बताया कि WFI पर बैन चुनाव न कराने के लिए लगाया गया था और अब चुनाव हो चुके हैं तो हमारा निलंबन हट गया है। हमने उन्हें बताया कि किस तरह जूनियर पहलवानों को परेशान होना पड़ रहा है और भारत उचित महासंघ न होने के कारण अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में कई वजन वर्गों में बिना तैयारी के जा रहा है। हमने 9 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति और UWW बोर्ड से इस मामले पर चर्चा की और वो हमारे तर्क से सहमत थे और उन्होंने अस्थाई निलंबन हटा दिया। अब कोई संदेह नहीं होना चाहिए कि पहलवानों को किसके पास जाना चाहिए।
संजय सिंह ने साथ ही ये भी संकेत दिया कि पुरुष और महिला दोनों के राष्ट्रीय शिविरों को नए स्थल में कराया जा सकता है।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 16 February 2024 at 20:27 IST