अपडेटेड 24 December 2024 at 12:48 IST

मनु भाकर को खेल रत्न अवॉर्ड नहीं मिलने पर बवाल! पिता का छलका दर्द, कहा- क्या फायदा जब सम्मान...

पेरिस ओलंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर ने दो मेडल जीतकर इतिहास रच दिया था। अब जब भारत रत्न के लिए उनका नाम नॉमिनेट नहीं हुआ तो उनके पिता भड़क उठे हैं।

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Manu Bhaker celebrates her Olympic Bronze with Indian Flag | Image: AP

पेरिस ओलंपिक में शूटिंग में दो मेडल अपने नाम करने वाली मनु भाकर का नाम जब  मेजर ध्यानचंद खेल रत्न पुरस्कार के नॉमिनेट नहीं किया गया तो मानों पूरे देश में हाहाकार मच गया। पेरिस ओलंपिक में मनु भाकर ने न सिर्फ भारत को पहला मेडल जिताया था बल्कि दो मेडल अपने नाम किया था।

जिस वक्त मनु भाकर ने ये सफलता हासिल की हर भारतीय को उनपर गर्व हो रहा था। शायद आज इसी वजह से हर भारतीय काफी निराश भी है कि उनका नाम भारत रत्न जैसे बड़े अवॉर्ड के लिए नॉमिनेट नहीं किया गया। खेल रत्न पुरस्कार के लिए जब मनु भाकर का नाम लिस्ट में नहीं आया तो उनके पिता राम किशन भाकर ने अपनी नाराजगी जाहिर की।

मनु भाकर के पिता ने जताई नाराजगी

मनु भाकर के पिता ने टेलीकॉम एशिया स्पोर्ट के साथ बातचीत के दौरान अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि "मुझे लगता है कि मनु इसकी हकदार हैं। अब देश को फैसला करने दीजिए।" खेल मंत्रालय की माने तो उनका कहना है कि  22 साल की युवा निशानेबाज ने खेल रत्न अवॉर्ड के लिए आवेदन ही नहीं किया। लेकिन मनु भाकर के परिवार ने इस बयान से असहमति जताई है।

वो इस साल आवेदन क्यों नहीं करेगी: रामकिशन भाकर

मनु भाकर के पिता रामकिशन भाकर का कहना है कि वह पिछले चार सालों से पद्मश्री जैसे विभिन्न पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही है तो इस साल क्यों नहीं करेगी। शूटर मनु भाकर के पिता ने कहा, "वह पिछले चार सालों से पद्मश्री जैसे विभिन्न पुरस्कारों के लिए आवेदन कर रही है। तो इस साल वो आवेदन क्यों नहीं करेगी?"

खेल मंत्रालय पर बिफरे मनु के पिता

रामकिशन भाकर के अनुसार, पिछले कुछ सालों में मनु ने 49 नकद पुरस्कार आवेदन जमा किए हैं, जिसकी वो हकदार है। हालांकि, सभी 49 आवेदन खारिज कर दिए गए। मनु के पिता ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर "इतने शानदार प्रदर्शन के बावजूद मनु की सिफारिश मेजर ध्यानचंद खेल रत्न के लिए नहीं की जाती है, तो मुझे ये मानने पर मजबूर होना पड़ेगा कि समिति में सब कुछ ठीक नहीं है या फिर सिर्फ कुछ आदेशों का ही पालन किया जा रहा है।"

रामकिशन भाकर ने भारत में खेलों के प्रोत्साहन को लेकर बड़ी बात बोली। उन्होंने कहा, "अगर हमें भारत को खेलों का केंद्र बनाना है तो ओलंपिक पदक विजेताओं और सामान्य तौर पर ओलंपियनों को सम्मान दिया जाना चाहिए और उन्हें प्रोत्साहित किया जाना चाहिए न कि इस तरह के फैसलों से उन्हें हतोत्साहित किया जाना चाहिए।"

खेल रत्न पुरस्कार के चयन की ये हैं प्रक्रियाएं

  • कुछ साल पहले तक खिलाड़ी का नाम उसका फेडरेशन भेजता था। यदि फेडरेशन नाम नहीं भेजे तो खिलाड़ी खुद अपना नाम भेज सकता था, लेकिन अब फेडरेशन को इस प्रक्रिया से अलग कर दिया गया।
     
  • अब खिलाड़ी को खुद ही अपना नाम पुरस्कार के लिए समिति को भेजना होता है। इसके बाद इन पुरस्कारों के लिए बनाई गई समिति तय करती है कि किस खिलाड़ी को पुरस्कार देना है।

मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक में रचा इतिहास

पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने ऐतिहासिक प्रदर्शन किया था। मनु ऐसी पहली भारतीय बनी, जिन्होंने एक ओलंपिक में दो पदक जीते। मनु ने सबसे पहले विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल में ब्रॉन्ज जीता। फिर दूसरा ब्रॉन्ज उन्होंने  10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम इवेंट में जीता। आजादी के बाद से किसी भारतीय द्वारा एक ही ओलंपिक में दो पदक जीतने का शानदार कारनामा मनु भाकर ने दिखाया था।

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Published By : Shubhamvada Pandey

पब्लिश्ड 24 December 2024 at 12:48 IST