अपडेटेड 1 February 2024 at 00:05 IST

रणजी ट्रॉफी में आग उगल रहा विधु विनोद चोपड़ा के बेटे अग्नि का बल्ला, पिता की सलाह को करते हैं फॉलो

Agni Chopra: अग्नि चोपड़ा ने कहा कि मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कभी फिल्मों में आऊंगा। मेरे पिता फिल्में बनाते हैं तो यह मेरे लिए एक आसान रास्ता था।

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रणजी ट्रॉफी में अग्नि चोपड़ा का प्रदर्शन | Image: Instagram, PTI

Agni Chopra: बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर विधु विनोद चोपड़ा के बेटे अग्नि चोपड़ा इन दिनों क्रिकेट में अपने बल्ले से धमाल मचा रहे हैं। हाल ही में अग्नि ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू किया। उन्होंने आते ही रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी। अग्नि चोपड़ा ने मिजोरम के लिए खेलते हुए शुरुआती चार मुकाबलों में शतक जड़कर ऐतिहासिक रिकॉर्ड कायम कर दिया।

बल्ले से लगातार बड़ी पारियां खेलने वाले फिल्मकार विधु विनोद चोपड़ा के बेटे अग्निदेव चोपड़ा ने कहा कि फिल्मों को लेकर वह कभी जुनूनी नहीं रहे और वह हमेशा से क्रिकेटर बनना चाहते। घरेलू क्रिकेट में मिजोरम का प्रतिनिधित्व कर रहे पच्चीस साल के अग्नि ने प्रथम श्रेणी के अपने पदार्पण सत्र में चार मैचों में 767 रन बना डाले हैं। उन्होंने इस दौरान  166 एवं 92, 164, 114, 105 एवं 101 रन की पारियां खेली है।

हार न मानने की जज्बे को दर्शाती विधु विनोद की हालिया फिल्म ‘12वीं फेल’ पिछले कुछ समय से सुर्खियों में है और फिल्म का ‘रीस्टार्ट’ गाना काफी लोकप्रिय हुआ है।

'मैंने कभी फिल्मों में जाने के बारे में नहीं सोचा...'

अग्नि को आसानी से बॉलीवुड में काम मिल जाता लेकिन क्रिकेट में ‘रीस्टार्ट’ का मौका मिलने पर वह चूकना नहीं चाहते थे। उन्होंने पीटीआई-भाषा को दिए एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘ मुझसे बचपन से यह सवाल पूछा जाता रहा है कि क्या आप फिल्मों में जाएंगे लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं कभी फिल्मों में आऊंगा। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरे पिता फिल्में बनाते हैं तो यह मेरे लिए एक आसान रास्ता होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘मुझे फिल्मों में कभी दिलचस्पी नहीं थी। मेरा मतलब है कि मुझे फिल्में देखना और अच्छा समय बिताना पसंद है लेकिन यह कभी मेरा जुनून नहीं रहा।’’

पिता ने दी थी ये सलाह

अग्नि से जब पूछा गया कि ‘परिंदा’, ‘1942-ए लव स्टोरी’, ‘थ्री इडियट्स (निर्माता)’ और हाल ही में ‘12वीं फेल’ जैसी शानदार फिल्में बनाने वाले पिता ने क्या सलाह दी तो उन्होंने कहा, ‘‘जब हम छोटे थे तो मेरे पिताजी ने मुझे और मेरी बहन को वही बताया था जो उनके पिता ने उनसे कहा था। उन्होंने का, ‘अगर तुम्हें सड़क पर मोची बनाना है, अपने सड़क का सबसे अच्छा मोची बनाना’।’’ अग्नि ने कहा, ‘‘उन्होंने हमें वह करने की आजादी दी जो हम चाहते थे लेकिन उन्होंने हमसे कहा कि अपने क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ बनने का प्रयास करें।’’

अग्नि ने मुंबई अंडर-19 और अंडर-23 के लिए खेला है। उन्होंने हालांकि यह स्वीकार किया कि मुंबई के लिए आयु वर्ग में उनका पिछला सत्र खराब रहा था। इसके बाद उनके कोच खुशप्रीत सिंह ने उनसे कहा था कि बेहतर होगा कि वह मुंबई के प्रतिनिधित्व का इंतजार छोड़कर ऐसी टीम के लिए खेलें जहां उन्हें ‘खेलने का मौका मिले’।

प्लेट ग्रुप में गेंदबाजी का स्तर निश्चित रूप से एलीट ग्रुप से काफी नीचे है, लेकिन फिर भी अग्नि के पास अपने तर्क है।

उन्होंने कहा, ‘‘लोग वही कहेंगे जो उन्हें कहना है लेकिन यह मायने रखता है कि आपका प्रदर्शन कैसा है। कई खिलाड़ी हैं जो इसी डिवीजन में खेल रहे हैं और उतने रन नहीं बना रहे हैं। मानक सभी के लिए समान है।’’

(इनपुट- पीटीआई)

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Published By : Sagar Singh

पब्लिश्ड 1 February 2024 at 00:05 IST