अपडेटेड 27 July 2024 at 21:45 IST

Paris Olympics 2024: ओपनिंग सेरेमनी की ये बात कंगना को नहीं आई पसंद, जमकर निकाली भड़ास

2024 पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी चर्चा का विषय बनी हुई है और अब बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा नेता कंगना रनौत ने समारोह की एक बात को लेकर भड़ास निकाली है।

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पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी को लेकर क्यों भड़की कंगना रनौत? | Image: Instagram

Paris Olympics 2024: बॉलीवुड अभिनेत्री और भाजपा नेता कंगना रनौत ने पेरिस ओलंपिक की ओपनिंग सेरेमनी में आयोजकों की ओर से 'ड्रैग क्वीन्स' की प्रस्तुति को शामिल किए जाने की आलोचना की है। रनौत के अनुसार ‘ड्रैग क्वीन्स’ ने हास्यपूर्ण तरीके से लियोनार्डो दा विंची की पेंटिंग ‘द लास्ट सपर’ को प्रस्तुत किया था।

पेरिस ओलंपिक खेलों का शुक्रवार शाम को फ्रांस की राजधानी में लगभग चार घंटे के भव्य उद्घाटन समारोह के साथ आगाज हुआ। आयोजकों को 18 कलाकारों की ‘ड्रैग’ प्रस्तुति को लेकर सोशल मीडिया पर काफी आलोचना का सामना करना पड़ा। कलाकारों ने सीन नदी और एफिल टॉवर की पृष्ठभूमि में एक लंबी मेज के पीछे प्रस्तुति दी।

मेज पर एक विशाल ‘ट्रे’ रखी गई थी और साथ में चमकदार नीले रंग से रंगा हुआ आदमी बैठा था। रनौत ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट में इसकी आलोचना करते हुए इसे दुनिया की सबसे प्रसिद्ध कलाकृतियों में से एक "द लास्ट सपर" की अति-यौनकृत (हाइपरसेक्शुअलाइज्ड), ईशनिंदापूर्ण प्रस्तुति बताया। उन्होंने कहा कि प्रसिद्ध कलाकृति "द लास्ट सपर" में यीशु मसीह को सूली पर चढ़ाए जाने से पहले अपने प्रचारकों के साथ अंतिम भोजन करते हुए दर्शाया गया है।

हिमाचल प्रदेश के मंडी से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर हाल ही में लोकसभा के लिए निर्वाचित हुईं रनौत ने इस प्रस्तुति में परोक्ष तौर पर एक बच्चे को शामिल करने के लिए भी आयोजकों की आलोचना की।

कंगना ने पोस्ट कर निकाली भड़ास

रनौत ने ईसाई धर्म का उपहास उड़ाने को लेकर भी निशाना साधा और पोस्ट में कहा- 

उन्होंने नीले रंग में रंगे एक नग्न व्यक्ति को जीसस के रूप में प्रदर्शित किया और ईसाई धर्म का मखौल उड़ाया। वामपंथियों ने ओलंपिक 2024 को पूरी तरह से ‘हाईजैक’ कर लिया। शर्मनाक।

रनौत ने कहा कि ओलंपिक का उद्घाटन, सब कुछ "समलैंगिक होने" के बारे में था। उन्होंने कहा- 

मैं समलैंगिकता के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन यह मेरी समझ से परे है कि ओलंपिक किसी यौनिकता (सेक्शुएलिटी) से कैसे संबंधित है? क्यों खेल, सभी देशों की मानवीय उत्कृष्टता का दावा करने वाली खेल भागीदारी को सेक्स द्वारा प्रतिस्थापित किया जा रहा है? सेक्स हमारे बेडरूम तक ही सीमित क्यों नहीं रह सकता? इसे राष्ट्रीय पहचान क्यों बनाया जाना चाहिए?.. यह विचित्र है।

पेरिस ओलंपिक के आधिकारिक ‘एक्स’ पेज पर एक पोस्ट में आयोजकों ने इस प्रस्तुति के बारे में विस्तार से बताया। पोस्ट में लिखा गया- 

ओलंपिक: ग्रीक देवता डायोनिसस की व्याख्या हमें मनुष्यों के बीच हिंसा के बेतुकापन से अवगत कराती है। 

इससे पहले, अरबपति एलन मस्क ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में प्रदर्शन की आलोचना की थी, इसे "ईसाइयों के लिए बेहद अपमानजनक" कहा था। बता दें कि पेरिस ओलंपिक में 117 भारतीय एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। खेलों का आयोजन 11 अगस्त तक चलेगा।

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(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)

Published By : DINESH BEDI

पब्लिश्ड 27 July 2024 at 21:45 IST