अपडेटेड 17 August 2024 at 20:47 IST
आखिर ऐसा क्या है जो... आनंद महिंद्रा ने ओलंपिक को लेकर पूछा कड़वा सवाल, कहा- सरकार ने...
2024 पेरिस ओलंपिक के समापन के करीब एक हफ्ते बाद आनंद महिंद्रा ने ओलंपिक मेडल टैली को लेकर कड़वा सवाल पूछा है। उनका ये पोस्ट काफी वायरल हो रहा है।
Paris Olympics 2024: 2024 पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) में भारत (India) ने कुल 6 मेडल जीते, जिसमें एक सिल्वर और 5 ब्रॉन्ज मेडल शामिल हैं। भारत इस बार कुछ पदकों से चूका गया। कई खिलाड़ी ब्रॉन्ज मेडल मैच और कई फाइनल में हारे।
खेलों के महाकुंभ को खत्म हुए करीब एक हफ्ता हो गया है और अब भारत के दिग्गज उद्योगपति आनंद महिंद्रा (Anand Mahindra) ने ओलंपिक (Olympic) को लेकर कड़वा सवाल पूछा है, जिसका जवाब शायद ही कोई दे पाएगा। खेलों और खिलाड़ियों के चाहने वाले आनंद महिंद्रा ने सोशल मीडिया पर एक लंबा चौड़ा पोस्ट शेयर करते हुए तीखी बातें बोलीं हैं।
बता दें कि भारत 2024 पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) में पाकिस्तान से भी पीछे रहा था, जिसने महज 7 एथलीट भेजे थे, जबकि भारतीय ओलंपिक दल में 117 एथलीट शामिल थे। दरअसल भारत इस बार ओलंपिक में गोल्ड मेडल नहीं जीत पाया। स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल से चूक गए। पाकिस्तान के अरशद नदीम ने 92.97 मीटर के रिकॉर्डतोड़ थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीता और पाकिस्तान का ये 1 गोल्ड ही भारत के 6 पदकों पर भारी पड़ गया। भारत ओलंपिक मेडल टैली में 71वें नंबर पर रहा, जबकि पाकिस्तान 62वें पर रहा। दरअसल मेडल टैली में रैंकिंग गोल्ड मेडल के हिसाब से दी जाती है।
आनंद महिंद्रा ने इसी ओलंपिक मेडल टैली का फोटो शेयर करते हुए कड़वे सवाल पूछे हैं। 69 साल के आनंद महिंद्रा ने अपने इस पोस्ट में सरकार की तारीफ की है। उनका कहना है कि सरकार ने अपनी तरफ से हर संभव मदद की। उन्होंने लिखा-
बेशक, मुझे पेरिस ओलंपिक के हमारे बहादुर पदक विजेताओं पर बेहद गर्व है, लेकिन जब हमारी समग्र रैंकिंग में गिरावट देखी तो मुझे ये स्वीकार करना पड़ा कि मुझे परेशानी हो रही है। आम तौर पर हर किसी के पास इस बारे में एक महान सिद्धांत होता है कि हमें अपनी क्षमता के अनुरूप जीने और हमारी जनसंख्या को देखते हुए सम्मानजनक संख्या में पदक हासिल करने के लिए क्या करने की आवश्यकता है, लेकिन मैं मानता हूं कि मेरे विचार खत्म हो गए हैं और मैं भ्रमित हूं।
हमें कौन सी चीज रोकती है?
आनंद महिंद्रा ने कहा-
सरकार ने स्पष्ट रूप से बहुत सारा पैसा खर्च किया है और मेडल जीतने पर प्रोत्साहन राशि भी अच्छी है, राज्य और राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर। खेल बुनियादी ढांचे की गुणवत्ता में काफी सुधार हुआ है। सार्वजनिक और निजी दोनों क्षेत्रों में। निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों ने अच्छा योगदान दिया है। स्कूलों ने खेल पर अधिक जोर दिया है। यहां तक कि राष्ट्रीय मानसिकता भी बदल गई है और हमारे एथलीटों में बहुत रुचि है और हम उनकी जीत को उत्साह के साथ मनाते हैं। तो आखिर ऐसा क्या है जो हमें ओलंपिक खेलों में विश्व-प्रसिद्ध प्रतिभाओं को खोजने से रोकता है?
बता दें कि आनंद महिंद्रा एक खेल प्रेमी हैं और भारतीय खिलाड़ियों का काफी सपोर्ट करते हैं। हाल ही में उन्होंने युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन की जमकर तारीफ की थी। वो लक्ष्य के एक शॉट के इतने दीवाने हो गए थे कि मजाक में उनके खिलाफ केस करने की बात कह दी थी।
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 17 August 2024 at 20:47 IST