अपडेटेड 8 September 2024 at 07:40 IST
विनेश फोगाट के बाद अब पैरालंपिक में भी एक खिलाड़ी हुआ डिसक्वालीफाई, भारत को फायदा या नुकसान?
Paris Paralympics Navdeep Singh: भारत के जैवलिन एथलीट नवदीप सिंह दूसरे स्थान पर थे, लेकिन उनके मेडल का रंग सिल्वर से गोल्ड में तब्दील हो गया।
Paralympics 2024 Navdeep Singh: पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत की झोली में एक के बाद एक मेडल बरसते जा रहे हैं। ये सिलसिला शनिवार, 7 सितंबर को भी जारी रहा। 10वें दिन भारत की झोली में एक गोल्ड समेत दो मेडल आ गए। सबसे खुशी की बात ये रही कि ये दोनों मेडल्स एथलेटिक्स में मिले, जिस स्पर्धा में पहले भारत एक पदक के लिए भी तरसता था। मेंस जैवलिन थ्रो F41 कैटेगरी में नवदीप सिंह ने गोल्ड मेडल जीतकर अपने देश का नाम रोशन किया।
नवदीप सिंह दूसरे स्थान पर थे, लेकिन उनके मेडल का रंग सिल्वर से गोल्ड में तब्दील हो गया। ईरान के खिलाड़ी की एक गलती के कारण नवदीप और भारत को जबरदस्त फायदा हुआ। आइए जानते हैं पूरा मामला क्या है।
गोल्ड में कैसे बदला नवदीप का सिल्वर?
मेंस जैवलिन थ्रो F41 कैटेगरी में नवदीप सिंह ने अपने दूसरे प्रयास में 46.39 का थ्रो फेंका। ईरान के सादेग बेत सयाह ने 46.84 मीटर दूर भाला फेंककर बढ़त बना ली थी। अगले थ्रो में भारत के नवदीप 47.32 मीटर दूर जैवलिन फेंक पहले स्थान पर आ गए, हालांकि ईरानी एथलीट ने पांचवें थ्रो में 47.64 मीटर दूर भाला फेंका और गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया।
कुछ ही देर बाद नवदीप सिंह के मेडल का रंग सिल्वर से गोल्ड में बदल गया क्योंकि पैरालंपिक कमिटी ने इस नतीजे को बदल दिया और ईरान के एथलीट को कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाते हुए डिसक्वालीफाई कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी एथलीट थ्रो के दौरान बार-बार एक आपत्तिजनक झंडा दिखा रहे थे। इसी वजह से उन्हें कोड ऑफ कंडक्ट का दोषी पाया गया। ऐसा दावा किया जा रहा है कि झंडे से सादेग बेत सयाह कोई राजनीतिक संदेश देना चाहते थे जो कि पैरालंपिक नियमों के खिलाफ है। इसी वजह से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। नवदीप सिंह को इसका फायदा हुआ और उनका मेडल सिल्वर से बदलकर गोल्ड कर दिया गया। वहीं ब्रॉन्ज जीतने वाले चीन के पेंगजियांग को अब सिल्वर और चौथे स्थान पर रहने वाले इराक के नुखाइलावी वाइल्डन को कांस्य पदक दिया गया।
विनेश फोगाट के साथ क्या हुआ था?
बता दें कि पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत की स्टार महिला पहलवान विनेश फोगाट ने भी फाइनल तक का सफर तय किया था, लेकिन गोल्ड मेडल मैच से पहले उनका वजन तय सीमा यानि 50 किलोग्राम से 100 ग्राम अधिक निकला और उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया गया था।
Published By : Ritesh Kumar
पब्लिश्ड 8 September 2024 at 07:40 IST