अपडेटेड 7 August 2021 at 20:58 IST
Aditi Ashok: जानें कौन हैं भारतीय गोल्फर अदिति अशोक, जिनका खेल देखने के लिए सुबह 4 बजे उठने पर मजबूर हुए लोग
गोल्फर अदिति अशोक भले ही टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक से चूकते हुए चौथे स्थान पर रह गई हो, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने प्रदर्शन से भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है।
भारतीय गोल्फर अदिति अशोक (Indian Golfer Aditi Ashok) भले ही टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में कांस्य पदक से चूकते हुए चौथे स्थान पर रह गई हो, लेकिन फिर भी उन्होंने अपने प्रदर्शन से भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया है। बता दें कि अदिति अशोक ओलंपिक खेलने वाली सबसे कम उम्र की गोल्फर हैं। तो आखिर कौन हैं अदिति अशोक, यहां जानिए उनके बारे में-
अदिति अशोक की जीवनी
बता दें कि अदिति अशोक का जन्म 29 मार्च 1998 में बैंगलोर में हुआ था। उनके पिता का नाम अशोक गुदलमणि है और माता का नाम माहेश्वरी अशोक है। दिलचस्प बात ये है कि टोक्यो ओलंपिक 2020 में अदिति अशोक की कैडी उनकी मां माहेश्वरी अशोक ही थी। अदिति अशोक ने बैंगलोर के फ्रैंक एंथोनी पब्लिक स्कूल से अपनी स्कूली शिक्षा हासिल की थी और फिर उसके बाद उन्होंने साल 2016 में स्नातक की डिग्री हासिल की।
अब अदिति अशोक के करियर की बात करें तो, उन्होंने पांच साल की उम्र में ही गोल्फ खेलना शुरू कर दिया था। INDIAKESTAR के अनुसार, एक बार जब अशोक गुदलमणि अपनी बेटी और परिवार के साथ एक होटल में खाना खाने गए थे, तो होटल से बाहर निकलते वक्त उन्होंने होटल के सामने एक मैदान में लोगो को गोल्फ खेलते हुए देखा। उस वक्त, उनके मन में भी अपनी बेटी को गोल्फ खिलाने की इच्छा हुई। और हुआ यूं कि इसके बाद अशोक गुदलमणि ने 5 साल की उम्र में ही अपनी बेटी को गोल्फ की छड़ी पकड़ा दी और शुरू हुआ भारत की सबसे कम उम्र की महिला गोल्फर का सफर।
जानिए अदिति अशोक का गोल्फ का सफर
- अदिति अशोक ने 7 साल की उम्र में ही गोल्फ कंपटीशन में हिस्सा लेना शुरू कर दिया था
- उन्होंने 9 साल की उम्र में अपना पहला टूर्नामेंट जीता
- फिर अदिति अशोक केवल 12 साल की उम्र में ही नेशनल टीम का हिस्सा बन गई थी
- अदिति अशोक ने साल 2013 में कर्नाटक जूनियर, साउथ इंडियन जूनियर चैंपियनशिप और नेशनल एमेच्योर टाइटल अपने नाम किए
- अदिति अशोक साल 2012, 2013 और 2014 में नेशनल जूनियर चैंपियनशिप जीत चुकी हैं
- अदिति अशोक एशियन यूथ गेम्स खेलने वाली पहली भारतीय हैं
- उन्होंने साल 2015 में लेडीज ब्रिटिश एमेच्योर स्ट्रोक प्ले चैंपियनशिप जीता
- अदिति अशोक रियो ओलंपिक 2016 में हिस्सा लेने वाली पहली गोल्फर बनी, हालांकि कोई मेडल नहीं जीत सकी
- रियो ओलंपिक 2016 के समय अदिति अशोक केवल 18 साल की थी और वह ओलंपिक में भाग लेने वाली पहली भारतीय महिला गोल्फर बन गई थीं
- अदिति अशोक ने साल 2017 के लिए एलपीजीए टूर कार्ड हासिल किया और 2017 में भारत की पहली एलपीजीए खिलाड़ी बनीं
- अदिति अशोक ने साल 2018 में 24 इवेंट्स में 17 कट बनाए, जिसमें दो टॉप -10 फिनिश थे
- अदिति अशोक ने रियो ओलंपिक के बाद टोक्यो ओलंपिक के लिए भी क्वालिफाई किया और लिस्ट में उन्हें 45वां स्थान मिला
- अदिति अशोक ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया और आखिरी तक मेडल जीतने की रेस में बनी हुई थी, हालांकि, एक खराब शॉट ने उनका और पूरे देश का सपना तोड़ दिया
- अदिति अशोक को साल 2020 में भारत सरकार द्वारा अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था
टोक्यो ओलंपिक में अदिति अशोक
गौरतलब है कि वह शुक्रवार, 6 अगस्त को रजत पदक की स्थिति में तीसरे दौर में रही थी। वह तीसरे स्थान पर थी जब एक तूफान ने प्रतियोगिता के चौथे और अंतिम दौर को बाधित कर दिया, जहां युवा खिलाड़ी देश के पहले पदक की खोज में थी।
Published By : Sakshi Bansal
पब्लिश्ड 7 August 2021 at 20:57 IST