अपडेटेड 18 July 2024 at 20:46 IST
'हमारे पास अगले ओलंपिक के लिए…', भारतीय साइकिलिंग महासंघ ने किया मजबूत वापसी का दावा
2024 पेरिस ओलंपिक को लेकर भारतीय एथलीटों की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन आपको बता दें कि साइकिलिंग में इस बार भारत को ओलंपिक कोटा नहीं मिला है।
भारतीय साइकिलिंग महासंघ (CFI) के महासचिव मनिंदर पाल सिंह ने गुरुवार को कहा कि कोरोना महामारी ने भारतीय खिलाड़ियों के पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics) में भाग लेने की उम्मीदों पर पानी फेर दिया, लेकिन उनके पास 2028 लॉस एंजिल्स खेलों के लिए योजनाएं हैं।
भारत ने एशियाई खेलों में साइकिलिंग में तीन पदक जीते हैं, लेकिन अभी तक ओलंपिक में किसी खिलाड़ी को प्रतिनिधित्व नहीं मिला है। मनिंदर से पेरिस खेलों में साइकिलिंग के लिए क्वालीफाई करने में भारत की विफलता के बारे में पूछा जाने पर कहा कि क्वालीफिकेशन अभियान के दौरान कोरोना महामारी ने उनकी योजनाओं को प्रभावित किया। उन्होंने एचसीएल की ओर से आयोजित बातचीत में ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा-
साइकिलिंग में ओलंपिक क्वालीफिकेशन दूसरे खेलों से काफी अलग है। इसमें ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने में ढाई साल लगते हैं। खिलाड़ियों को क्वालीफायर में भाग लेने के अलावा, विभिन्न वर्गों की अन्य स्पर्धाओं से अंक प्राप्त करने की जरूरत होती है। हमें उम्मीद थी कि पेरिस खेलों के लिए हमारे कुछ ‘राइडर’ क्वालीफाई करेंगे, लेकिन कोरोना महामारी के कारण यूरोप के विपरीत एशिया में आयोजनों पर असर पड़ा। यूरोप के राइडर्स को अधिक अंक हासिल कर क्वालीफाई करने का बेहतर मौका मिले। हम अगले ओलंपिक (लॉस एंजिल्स में) में जगह बनाने की राह पर हैं। हमारी योजनाएं सही हैं और हम पहली बार क्वालीफाई करने को लेकर आशान्वित और आश्वस्त हैं।
बता दें कि 2024 पेरिस ओलंपिक को लेकर भारतीय एथलीटों की तैयारियां जोरों पर हैं। कुछ एथलीट पेरिस पहुंच गए हैं तो कुछ पहुंचने वाले हैं।
(Note: इस भाषा कॉपी में हेडलाइन के अलावा कोई बदलाव नहीं किया गया है)
Published By : DINESH BEDI
पब्लिश्ड 18 July 2024 at 20:45 IST