अपडेटेड 21 June 2024 at 21:17 IST
West Indies में दिखा नीला समंदर, भारत-अफगानिस्तान मुकाबले में भारतीय फैंस का लगा ताता
T20 World Cup 2024: टी20 विश्व कप का कारवां अमेरिका से पूरी तरह कैरेबियाई देशों में पहुंच गया है लेकिन इससे भारतीय टीम के लिए समर्थन में कोई कमी नहीं आयी है।
T20 World Cup 2024: टी20 विश्व कप का कारवां अमेरिका से पूरी तरह कैरेबियाई देशों में पहुंच गया है लेकिन इससे भारतीय टीम के लिए समर्थन में कोई कमी नहीं आयी है। भारत और अफगानिस्तान के बीच गुरुवार को यहां के केनसिंग्टन ओवल मैदान में खेले गये सुपर आठ मैच के दौरान आधा स्टेडियम खाली था लेकिन दर्शक दीर्घा में मौजूद ज्यादातर लोगों ने नीली जर्सी पहन रखी थी।
स्टेडियम में न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के कुछ प्रशंसक मौजूद थे। हालांकि उनकी टीमें पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुकी हैं। अमेरिका और कनाडा से वेस्टइंडीज की निकटता के कारण प्रवासी भारतीय बड़ी संख्या में यहां पहुंचे हैं। ब्रिटेन में रहने वाले भारतीय प्रशंसक भी यहां पहुंचे हैं।
भारतीय प्रशंसक परेश ने कहा, ‘‘मैं टोरंटो से यहाँ आया हूं। वहां से कोई सीधी कनेक्टिविटी (विमान सेवा) नहीं थी इसलिए मैं मियामी गया और फिर बारबाडोस पहुंचा हूं। मेरे पास भारत के सभी मैचों का टिकट है, मैं यहां फाइनल के लिए बस एक टिकट चाहता हूं।’’ भारत ने गुरुवार को यहां अफगानिस्तान को 47 रन से हराकर प्रशंसकों को निराश नहीं किया। कैरेबियाई देशों के स्थानीय लोग भी क्रिकेट की इस खुमारी में शामिल हैं। टैक्सी ड्राइवर से लेकर होटलों में काम करने वाले लोग रिकॉर्ड तीसरा खिताब जीतने के लिए वेस्टइंडीज का समर्थन कर रहे हैं।
कैरेबियाई देशों के बीच विमान सेवा की कमी के कारण खिलाड़ियों को हो रही परेशानी
सुपर आठ का कार्यक्रम काफी व्यस्त है। इसमें टीमों को अलग-अलग देशों में तीन मैच खेलने हैं और बीच में यात्रा के लिए केवल एक दिन का समय है। ऐसे में सीमित हवाई संपर्क के कारण इन द्वीपों की यात्रा करना काफी मुश्किल है। अफगानिस्तान टीम के एक खिलाड़ी ने कहा कि सुपर आठ के कार्यक्रम का असर टीम की तैयारियों पर पड़ा है।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ कहा, ‘‘ विमान सेवा और अभ्यास कार्यक्रम पर अनिश्चितता है। हमें अक्सर इसके बारे में अंतिम समय पर सूचित किया जाता है। हम समझते हैं कि आयोजक लॉजिस्टिक्स (साजो-सामान और यात्रा) संबंधी चुनौतियों से निपटने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहे हैं। दुनिया के किसी और हिस्से की तुलना में यहां की समस्या काफी बड़ी है।’’ अफगानिस्तान को शनिवार को सेंट विंसेंट में ऑस्ट्रेलिया से भिड़ना है।
हलाल मांस की कमी से निपटने के लिए अफगानिस्तान के खिलाड़ी बने ‘शेफ’
ब्रिजटाउन होटल में हलाल मांस की अनुपलब्धता के निपटने के लिए अफगानिस्तान के खिलाड़ी ‘शेफ’ का एप्रिन पहनकर इसे खुद बनाकर खा रहे हैं। अफगानिस्तान की टीम भारत के खिलाफ सुपर आठ मैच के लिए यहां आयी थी। पिछले साल के 50 ओवर के विश्व कप के दौरान भारत के शानदार आतिथ्य का स्वाद चखने के बाद टीम को यहां अलग तरह की परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
हलाल मांसाहार कैरेबियाई देशों में उपलब्ध है, लेकिन हर होटल और रेस्तरां में यह उपलब्ध नहीं है। अफगानिस्तान के एक खिलाड़ी ने कहा, ‘‘हमारे होटल में हलाल मांस उपलब्ध नहीं है। कभी-कभी हम खुद इसे बनाते हैं या कभी-कभी हम बाहर जाते हैं। भारत में हुए पिछले विश्व कप में सब कुछ सही था। हलाल मांस यहां मुद्दा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ सेंट लूसिया में यह परेशानी नहीं थी लेकिन यहां पर है। एक दोस्त ने हमारे लिए इसकी व्यवस्था की और हमने भी खुद बनाकर खाया।’’
Published By : Shubhamvada Pandey
पब्लिश्ड 21 June 2024 at 21:17 IST